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रातभर कूलर या पंखा चलाते हैं? जानिए कितनी बिजली खपत होगी और कितना आएगा मासिक बिल

हर रात 8 घंटे चलने वाले पंखे और कूलर से महीने में ₹108 या ₹288 का बिल? जानिए कौन-सा है सस्ता, कौन करता है जेब ढीली और कैसे आप स्मार्ट बिजली बचत कर सकते हैं – पूरी रिपोर्ट में चौंकाने वाले आंकड़े और सुझाव!

By Saloni uniyal
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रातभर कूलर या पंखा चलाते हैं? जानिए कितनी बिजली खपत होगी और कितना आएगा मासिक बिल
रातभर कूलर या पंखा चलाते हैं? जानिए कितनी बिजली खपत होगी और कितना आएगा मासिक बिल

गर्मी के मौसम में पंखा और कूलर की बिजली खपत आम आदमी के बिजली बिल को प्रभावित करने वाला एक अहम पहलू बन जाती है। बढ़ते तापमान के साथ जब रातभर कूलिंग डिवाइस चलती है, तो इसका सीधा असर मासिक बिजली बिल पर नजर आता है। कई लोग यह जानना चाहते हैं कि अगर वे रातभर यानी लगभग 8 घंटे पंखा या कूलर चलाते हैं, तो उनका बिजली खर्च कितना बढ़ जाएगा। इस रिपोर्ट में हम विस्तार से बताएंगे कि एक Ceiling Fan और Air Cooler प्रतिदिन और प्रति माह कितनी बिजली की खपत करते हैं और इसका कुल खर्च आपके बिजली बिल में किस तरह जुड़ता है।

Ceiling Fan: कम बिजली में बेहतर कूलिंग का भरोसेमंद विकल्प

गर्मी में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाला कूलिंग डिवाइस Ceiling Fan होता है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह कम बिजली की खपत करता है और पूरे कमरे में हवा पहुंचाने में सक्षम होता है। आमतौर पर एक स्टैंडर्ड सीलिंग फैन प्रति घंटा लगभग 70 से 75 वॉट की बिजली खपत करता है।

यदि इसे रातभर यानी 8 घंटे तक चलाया जाए, तो यह लगभग 600 वॉट या 0.6 यूनिट बिजली खर्च करता है। जब हम पूरे महीने यानी 30 दिनों की गणना करें, तो कुल खपत 18 यूनिट तक पहुंचती है। अगर हम बिजली की औसत दर ₹6 प्रति यूनिट मानें, तो इसका मासिक खर्च ₹108 होता है।

यह खर्च बेहद कम है और मध्यम वर्गीय उपभोक्ता के बजट के भीतर आता है। खास बात यह है कि यदि आप BLDC तकनीक वाले पंखे का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खपत लगभग आधी हो सकती है, यानी 35 से 40 वॉट प्रति घंटा, जिससे बिजली बिल और भी किफायती हो जाएगा।

Air Cooler: ज्यादा ठंडक के साथ थोड़ी ज्यादा बिजली खपत

अगर आप कमरे में तेज़ ठंडक और थोड़ी नमी वाली हवा की तलाश में हैं, तो Air Cooler एक बेहतर विकल्प है। यह डिवाइस भले ही पंखे की तुलना में अधिक बिजली की खपत करता हो, लेकिन इसकी कूलिंग क्षमता भी उसी अनुपात में अधिक होती है।

एक सामान्य कूलर 100 से 200 वॉट प्रति घंटे तक बिजली खपत करता है। इसका मतलब हुआ कि 8 घंटे की रातभर उपयोग में एक कूलर 0.8 यूनिट (100 वॉट) से लेकर 1.6 यूनिट (200 वॉट) तक बिजली खर्च कर सकता है।

पूरे महीने यानी 30 दिन यदि यह रोज रात को चले, तो कुल खपत 24 यूनिट से लेकर 48 यूनिट तक हो सकती है। यदि हम औसतन ₹6 प्रति यूनिट की बिजली दर लगाएं, तो इसका मासिक खर्च ₹144 से लेकर ₹288 तक पहुंच सकता है।

यह खर्च Ceiling Fan के मुकाबले लगभग दो से तीन गुना ज्यादा है, लेकिन यह भी ध्यान देने योग्य है कि कूलर की कूलिंग एफिशिएंसी अधिक होती है।

ऊर्जा दक्षता: बचत और पर्यावरण दोनों के लिए जरूरी

आज जब बिजली की दरें बढ़ती जा रही हैं और रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) की ओर झुकाव तेजी से बढ़ रहा है, तो ऐसे में ऊर्जा दक्षता (Energy Efficiency) को प्राथमिकता देना समझदारी भरा कदम है।

Ceiling Fan में BLDC मोटर तकनीक पारंपरिक फैन के मुकाबले 50% कम बिजली की खपत करती है। इसी तरह, Air Cooler के लिए ऐसे मॉडल उपलब्ध हैं जो कम वॉट में ज्यादा ठंडक देने की क्षमता रखते हैं, जैसे 100 से 150 वॉट के कूलर।

अगर आप कूलर को ऐसे स्थान पर रखते हैं जहां हवा का क्रॉस वेंटिलेशन अच्छा है, तो यह अधिक प्रभावी तरीके से काम करता है और बिजली की खपत भी अपेक्षाकृत कम होती है।

बिजली दरों पर निर्भर करता है खर्च का अनुमान

यह ध्यान रखना जरूरी है कि हमने जो भी आंकड़े दिए हैं, वे औसतन ₹6 प्रति यूनिट के हिसाब से हैं, जो उत्तर भारत के कई राज्यों में सामान्य है। लेकिन कुछ महानगरों या राज्यों में यह दर ₹7 या ₹8 प्रति यूनिट तक भी जा सकती है।

इसलिए सही अनुमान लगाने के लिए अपने बिजली बिल को ध्यान से देखें और उसमें दी गई प्रति यूनिट दर के अनुसार अपने डिवाइस की खपत का गणना करें।

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