लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सरकार ने किसानों को बड़ी सौगात दी है। हाल ही में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में खरीफ फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दी गई। इस फैसले से देशभर के किसानों को राहत मिलेगी और उनकी आय में बढ़ोतरी होगी। सरकार का यह कदम कृषि क्षेत्र को मजबूत करने और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए उठाया गया है।
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14 खरीफ फसलों की MSP में बढ़ोतरी
कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 14 खरीफ फसलों की MSP बढ़ाने का ऐलान किया गया। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सरकार किसानों के हित में लगातार कार्य कर रही है और यह निर्णय भी उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस बार MSP बढ़ोतरी से किसानों को अधिक लाभ मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
धान की MSP को बढ़ाकर 2,300 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जिसमें 117 रुपए की वृद्धि हुई है। इसी तरह, कपास की MSP में 501 रुपए की बढ़ोतरी की गई है, जिससे किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य मिल सकेगा।
इन फसलों पर हुई MSP में बढ़ोतरी
धान की MSP अब 2,300 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है, जिसमें 117 रुपए की वृद्धि हुई है। तूर की MSP को 7550 रुपए प्रति क्विंटल किया गया, जो 550 रुपए अधिक है। उड़द की MSP अब 7,400 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है, जिसमें 450 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। मूंग की MSP 8,682 रुपए प्रति क्विंटल कर दी गई है, जो पिछले साल के मुकाबले 124 रुपए अधिक है। मूंगफली की MSP 6,783 रुपए प्रति क्विंटल तय की गई है, जिसमें 406 रुपए की वृद्धि हुई है। कपास की MSP 7,121 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है, जिसमें 501 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। ज्वार की MSP अब 3,371 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है, जो पिछले साल की तुलना में 191 रुपए अधिक है। बाजरा की MSP बढ़ाकर 2,625 रुपए प्रति क्विंटल कर दी गई है, जिसमें 125 रुपए का इजाफा हुआ है। मक्का की MSP 2,225 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है, जिसमें 135 रुपए की बढ़ोतरी की गई है।
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MSP बढ़ोतरी से सरकार पर पड़ेगा वित्तीय भार
सरकार द्वारा MSP में वृद्धि से सरकारी खर्चों में भी बड़ा इजाफा होगा। केंद्रीय मंत्री के अनुसार, नई MSP दरों से सरकार पर लगभग 2 लाख करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा, जो पिछले खरीफ फसल सीजन की तुलना में 35 हजार करोड़ रुपए ज्यादा है। हालांकि, सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले और वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) वह गारंटीड मूल्य होता है जो किसानों को उनकी फसल पर मिलता है, भले ही बाजार में कीमतें कम हों। यह मूल्य इसलिए तय किया जाता है ताकि किसानों को नुकसान से बचाया जा सके और उन्हें उनकी मेहनत का उचित मुआवजा मिले। इस निर्णय से देशभर के किसानों को राहत मिलेगी और उनकी उपज की उचित कीमत सुनिश्चित होगी।