
किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) भारतीय किसानों के लिए एक वरदान साबित हुआ है, जिससे वे अपनी खेती की जरूरतों के लिए आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं। सरकार द्वारा समय-समय पर इस योजना में बदलाव किए जाते हैं ताकि अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ मिल सके। हाल ही में केंद्रीय बजट 2025 में सरकार ने इस योजना के तहत दिए जाने वाले लोन की सीमा को बढ़ाने की घोषणा की है, जिससे किसानों को अधिक वित्तीय सहायता मिल सकेगी।
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किसान क्रेडिट कार्ड पर नई लोन सीमा
इस साल के बजट में सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए किसान क्रेडिट कार्ड के तहत मिलने वाले लोन की अधिकतम सीमा को 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है। यह निर्णय छोटे और मझोले किसानों को ध्यान में रखकर लिया गया है, ताकि वे अपनी खेती में अधिक निवेश कर सकें और उनकी उत्पादकता बढ़े।
किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर क्या है?
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत मिलने वाले लोन पर सामान्य ब्याज दर 7% तय की गई है। हालांकि, सरकार किसानों को इस लोन पर ब्याज में छूट भी देती है। अगर किसान समय पर लोन की किस्तें चुका देता है, तो उसे सरकार द्वारा 3% की ब्याज सब्सिडी मिलती है। इस तरह, समय पर भुगतान करने वाले किसानों के लिए प्रभावी ब्याज दर केवल 4% रह जाती है। यह सुविधा किसानों को वित्तीय दबाव से बचाने और उनकी आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से दी जाती है।
किसान क्रेडिट कार्ड का इतिहास
भारत में किसान क्रेडिट कार्ड की शुरुआत वर्ष 1998 में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को खेती के लिए आवश्यक धनराशि तुरंत उपलब्ध कराना था। इस योजना के तहत किसान अपनी जरूरत के अनुसार उर्वरक, बीज, कीटनाशक, कृषि उपकरण और अन्य खेती से संबंधित खर्चों के लिए लोन प्राप्त कर सकते हैं। वर्तमान में लगभग 7.5 करोड़ किसान इस योजना का लाभ उठा रहे हैं, जिससे कृषि क्षेत्र में वित्तीय सुधार देखने को मिला है।
ऑनलाइन आवेदन की सुविधा
आज के डिजिटल युग में किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना और भी आसान हो गया है। किसान अब बैंक शाखा में जाने के बजाय ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने नजदीकी बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करके आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इससे किसानों को समय की बचत होती है और वे बिना किसी परेशानी के इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
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किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेने के फायदे
- अन्य सामान्य लोन की तुलना में किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर काफी कम होती है, जिससे किसानों को वित्तीय बोझ नहीं उठाना पड़ता।
- समय पर लोन चुकाने वाले किसानों को 3% तक की ब्याज सब्सिडी मिलती है।
- छोटे किसानों को बिना किसी अतिरिक्त गारंटी के भी यह लोन मिल सकता है।
- किसानों को उनकी फसल चक्र के अनुसार लोन चुकाने की सुविधा दी जाती है, जिससे वे बिना किसी दबाव के अपनी किस्तें चुका सकते हैं।
- बीज, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि उपकरण, पशुपालन और मत्स्य पालन के लिए भी इस योजना का लाभ लिया जा सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड आदि)
- निवास प्रमाण पत्र
- भूमि स्वामित्व के दस्तावेज
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
किसान क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाएं?
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने की प्रक्रिया अब बहुत आसान हो गई है। किसान नजदीकी बैंक शाखा में जाकर या ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के बाद बैंक द्वारा दस्तावेजों की जांच की जाती है और आवश्यक योग्यता पूरी होने पर किसान को क्रेडिट कार्ड जारी कर दिया जाता है।