
Pakistani Military की हलचल से एक बार फिर दक्षिण एशिया में तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। हाल ही में हुए Pahalgam Terror Attack के बाद भारत की ओर से किसी बड़े सैन्य एक्शन की आशंका ने पाकिस्तान की नींदें उड़ा दी हैं। पाकिस्तान को डर सता रहा है कि भारत फिर से Balakot जैसी Air Strike या Surgical Strike कर सकता है। इस डर के चलते पाकिस्तानी सेना ने LoC के पास बसे गांवों को खाली करवाना शुरू कर दिया है, साथ ही जवानों की छुट्टियां रद्द कर उन्हें तुरंत ड्यूटी पर रिपोर्ट करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
सीमा पर अलर्ट, छुट्टियों पर ब्रेक
सूत्रों के मुताबिक Pakistani Military ने अपने सभी बड़े अफसरों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। उन्हें तत्काल प्रभाव से ड्यूटी पर लौटने के आदेश दिए गए हैं। Line of Control (LoC) से सटे इलाकों में सेना ने अतिरिक्त जवान तैनात कर दिए हैं और गांवों को खाली करवाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। पाकिस्तान ने 48 घंटे का हाई अलर्ट घोषित किया है और देशभर की फौज को अलर्ट मोड में डाल दिया गया है।
Pakistani Airforce भी हाई अलर्ट पर
पाकिस्तानी वायुसेना ने भी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, पहलगाम हमले के बाद से पाकिस्तानी एयरस्पेस में वायुसेना की गतिविधियां असामान्य रूप से बढ़ गई हैं। रातभर फाइटर जेट्स ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में गश्त की। पाकिस्तान को यह आशंका है कि भारत किसी भी समय एक बड़ा सैन्य कदम उठा सकता है।
रणनीतिक बदलाव: हवाई रूट किए गए डायवर्ट
एयर स्ट्राइक की आशंका को देखते हुए Pakistan ने अपने एयर ट्रैफिक रूट्स में भी बड़ा बदलाव किया है। इंटरनल एविएशन अथॉरिटी ने कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के रूट डायवर्ट कर दिए हैं ताकि किसी संभावित टकराव से बचा जा सके। इससे यह साफ हो रहा है कि पाकिस्तान किसी भी सैन्य कार्रवाई की आशंका को हल्के में नहीं ले रहा।
हाई लेवल मीटिंग्स और टॉप लेवल अलर्ट
Pahalgam Terror Attack के बाद पाकिस्तान में एक हाई लेवल इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई थी जिसमें पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारी, विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य मंत्री शामिल हुए। इस बैठक के बाद बॉर्डर पर सेना की तैनाती और हवाई निगरानी बढ़ा दी गई। यह मीटिंग बताती है कि पाकिस्तानी नेतृत्व किसी भी संभावित भारतीय जवाबी कार्रवाई को लेकर बेहद चिंतित है।
सोशल मीडिया पर डर का माहौल
पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर भी इस समय घबराहट का माहौल साफ देखा जा सकता है। कई यूज़र्स ने पोस्ट के ज़रिए अपनी चिंता जाहिर की है। वे मानते हैं कि भारत इस बार चुप बैठने वाला नहीं है और अगर पाकिस्तान का कोई संबंध आतंकवादी हमले से जुड़ता है, तो भारत फिर से “घर में घुसकर मारने” की रणनीति अपना सकता है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और भारत की आक्रामक छवि
Pahalgam में हुए आतंकवादी हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की गई है। कई देशों ने इस हमले को कायराना करार देते हुए भारत के साथ एकजुटता जताई है। भारत की सुरक्षा नीति अब “Zero Tolerance” की ओर अग्रसर है, खासकर जब बात आतंकवाद की हो। पाकिस्तान इस बात से वाकिफ है कि भारत अब सिर्फ निंदा तक सीमित नहीं रहने वाला, बल्कि जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है।
पाकिस्तानी सेना के लिए दोहरी चुनौती
एक ओर आतंकी गतिविधियों के आरोप पाकिस्तान पर लग रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उसे अपनी सीमा की सुरक्षा को लेकर भी अलर्ट रहना पड़ रहा है। Pakistani Military इस वक्त दोहरे दबाव में है—आंतरिक सुरक्षा और भारत से संभावित हमले की आशंका।
भारत की रणनीतिक बढ़त और पाकिस्तानी फौज की चिंता
भारत के पास BrahMos, Agni जैसे पावरफुल मिसाइल सिस्टम हैं, जबकि पाकिस्तान Shaheen और Ghauri जैसे हथियारों पर निर्भर है। टेक्नोलॉजिकल और इंटेलिजेंस की दृष्टि से भारत की स्थिति कहीं अधिक मजबूत है, जो Pakistani Military की चिंता का मुख्य कारण बनती जा रही है। भारत का यह सैन्य वर्चस्व पाकिस्तान के लिए रणनीतिक रूप से एक बड़ा सिरदर्द बनता जा रहा है।