
दिल्ली-Meerut Expressway और Eastern Peripheral Expressway पर यात्रा करने वाले दोपहिया वाहन चालकों के लिए एक अहम खबर सामने आई है। अब इन हाईवे पर बाइक या अन्य दोपहिया वाहन चलाना पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। यदि कोई व्यक्ति इन एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहन लेकर निकलता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस नियम को लागू करने के पीछे प्रशासन की मंशा सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाना और दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाना है।
क्यों लगाया गया है दोपहिया वाहनों पर प्रतिबंध?
प्रशासन का कहना है कि Delhi-Meerut Expressway और Eastern Peripheral Expressway पर तेज गति से दौड़ते भारी वाहनों के बीच दोपहिया वाहन चालक असुरक्षित रहते हैं। कई बार एक्सप्रेसवे पर हादसे भी हो चुके हैं जिनमें बाइकों की वजह से गंभीर स्थितियां उत्पन्न हुई हैं। इसको देखते हुए गाजियाबाद प्रशासन ने दोपहिया वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण रोक लगाने का फैसला लिया है।
पहले मिलते थे केवल चालान, अब होगी बड़ी कार्रवाई
पहले यदि कोई व्यक्ति इन एक्सप्रेसवे पर बाइक चलाते पकड़ा जाता था तो सिर्फ चालान काटा जाता था। लेकिन अब यह नियम और सख्त कर दिया गया है। 27 मार्च 2025 को गाजियाबाद के ADM City गंभीर सिंह की अध्यक्षता में हुई सड़क सुरक्षा समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दोपहिया वाहन चालकों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी।
हालांकि, इस खबर के सामने आते ही प्रशासन ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि FIR का प्रावधान अभी नहीं है, लेकिन अन्य कार्रवाई जैसे कि भारी भरकम चालान, लाइसेंस सस्पेंशन और वाहन सीज किए जाने की प्रक्रिया पहले की तरह जारी रहेगी।
प्रशासन की ओर से आई सफाई
गाजियाबाद के ADM City ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए स्पष्ट किया कि दोपहिया वाहन चलाने पर FIR दर्ज करने का कोई नियम NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने नहीं बनाया है। इसके बावजूद यदि कोई दोपहिया वाहन इन एक्सप्रेसवे पर पाया जाता है, तो 20,000 रुपये तक का चालान लगाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, चालक का लाइसेंस सस्पेंड किया जा सकता है और वाहन को जब्त भी किया जा सकता है।
सड़क सुरक्षा के लिए जरूरी है यह कदम
प्रशासन का यह भी कहना है कि यह प्रतिबंध सड़क सुरक्षा के व्यापक उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए लगाया गया है। Delhi-Meerut Expressway और Eastern Peripheral Expressway पर भारी वाहनों की अत्यधिक गति के चलते, बाइक सवारों की जान को खतरा बना रहता है। दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह निर्णय जरूरी था।
सड़क परिवहन मंत्रालय और स्थानीय प्रशासन का मानना है कि जब तक दोपहिया वाहनों को इस तरह की हाइवे सुविधाओं से दूर नहीं रखा जाएगा, तब तक सुरक्षा के मोर्चे पर सुधार नहीं हो पाएगा।
यात्रियों के लिए अलर्ट: नियमों का पालन करें, बचें परेशानी से
जो लोग इन एक्सप्रेसवे से रोजाना सफर करते हैं, उन्हें यह जानकारी अपने पास रखें कि अब इन रूट्स पर बाइक लेकर चलना भारी पड़ सकता है। कई बार लोग जल्दबाजी में नियमों की अनदेखी कर देते हैं, लेकिन अब प्रशासन की सख्ती को देखते हुए ऐसा करना आर्थिक और कानूनी दोनों ही तरह से नुकसानदेह हो सकता है।
अब हाईवे पर होंगे सस्ते पास, लेकिन बाइक वालों को नहीं मिलेगी छूट
एक और बड़ी खबर यह है कि सड़क यात्रियों के लिए अब रेलयात्रा की तर्ज पर मंथली पास की सुविधा शुरू की जाएगी। इससे कार और अन्य चारपहिया वाहन मालिकों को यात्रा करना और अधिक किफायती और सुविधाजनक हो जाएगा। लेकिन दोपहिया वाहन चालकों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा क्योंकि वे अब इन एक्सप्रेसवे पर चल ही नहीं पाएंगे।
दुर्घटनाओं में होगी कमी, यात्रियों को मिलेगा फायदा
प्रशासन को उम्मीद है कि इस फैसले से दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आएगी और Expressway पर सफर करने वाले लाखों यात्रियों को सुरक्षित अनुभव मिलेगा। साथ ही ट्रैफिक मैनेजमेंट भी बेहतर होगा और ट्रैफिक फ्लो में बाधा डालने वाले अनियमित वाहन हटाए जा सकेंगे।