
इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही खबरों के मुताबिक, Reserve Bank of India (RBI) ने नए ₹10 और ₹500 के नोट जारी किए हैं। कई यूजर्स का दावा है कि इन नए नोटों में विशेष बदलाव किए गए हैं, वहीं कुछ लोग पुराने नोटों के बंद होने की अफवाह भी फैला रहे हैं। इस तरह की चर्चाओं ने आम जनता के बीच भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है।
ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या सच में नए नोट आए हैं? अगर आए हैं तो क्यों? क्या पुराने नोट अब नहीं चलेंगे? और नए नोटों में क्या खास है? आइए जानते हैं इस पूरी खबर की सच्चाई और आरबीआई की मंशा के बारे में।
RBI ने क्यों जारी किए नए ₹10 और ₹500 के नोट?
Reserve Bank of India का मुख्य उद्देश्य भारतीय मुद्रा को अधिक सुरक्षित, टिकाऊ और यूज़र-फ्रेंडली बनाना है। नए नोट जारी करने के पीछे न सिर्फ तकनीकी बल्कि सुरक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण कारण हैं। हर नए नोट की लॉन्चिंग सिर्फ डिजाइन या रंग में बदलाव का मामला नहीं होता, इसके पीछे आर्थिक और प्रशासनिक ज़रूरतें भी होती हैं।
नकली नोटों की समस्या से निपटने के लिए बढ़ाए गए सिक्योरिटी फीचर्स
नकली नोटों की समस्या भारत में लंबे समय से चिंता का विषय रही है। इसे ध्यान में रखते हुए नए ₹10 और ₹500 के नोटों में उन्नत सिक्योरिटी फीचर्स जोड़े गए हैं। यह फीचर्स नकली नोटों की पहचान को आसान बनाते हैं और बैंकिंग सिस्टम को अधिक सुरक्षित बनाते हैं। RBI समय-समय पर ऐसे बदलाव करता है जिससे नकली नोटों की संख्या पर अंकुश लगाया जा सके।
नए गवर्नर के हस्ताक्षर के साथ नोटों का विमोचन
हर नए RBI गवर्नर के कार्यभार संभालने के बाद उनके हस्ताक्षर वाले नोट जारी किए जाते हैं। यह एक नियमित प्रक्रिया है और इससे पहले भी जब-जब गवर्नर बदले हैं, नई सीरीज़ के नोट बाजार में लाए गए हैं। इस बार भी नए ₹10 और ₹500 के नोटों पर वर्तमान गवर्नर के हस्ताक्षर शामिल हैं, जो नोट की प्रामाणिकता को दर्शाता है।
पुराने और खराब हो चुके नोटों की जगह ले रहे हैं नए नोट
समय के साथ पुराने नोट घिस जाते हैं, फट जाते हैं या उनकी छपाई धुंधली हो जाती है, जिससे उन्हें पहचानना मुश्किल होता है। ऐसे नोटों को सर्कुलेशन से हटाकर नए नोटों को जारी करना एक सामान्य और आवश्यक प्रक्रिया है। यह न सिर्फ मुद्रा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए आवश्यक है, बल्कि लेन-देन में पारदर्शिता और सहजता भी लाता है।
दृष्टिहीन नागरिकों के लिए बनाया गया यूज़र-फ्रेंडली डिज़ाइन
नए नोटों में Tactile Features यानी उभरी हुई छपाई का उपयोग किया गया है जिससे दृष्टिहीन लोगों के लिए नोटों को पहचानना आसान हो जाता है। यह एक समावेशी कदम है जो RBI की सभी वर्गों के लिए सुविधा उपलब्ध कराने की नीति को दर्शाता है। इससे पहले के कुछ नोटों में भी यह फीचर्स दिए गए थे, लेकिन अब इन्हें और बेहतर और स्पष्ट बनाया गया है।
नई तकनीक से प्रिंटिंग में किया गया सुधार
Printing Technology में बदलाव के चलते नए ₹10 और ₹500 के नोटों की छपाई में अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है। इससे नोट अधिक टिकाऊ और सुरक्षित बनते हैं। इसके अलावा नोटों का डिज़ाइन भी समय के अनुरूप बदला गया है जिससे वे ज्यादा आकर्षक और उपयोगकर्ता के अनुकूल दिखें।
क्या पुराने नोट अब नहीं चलेंगे?
यह एक बड़ा सवाल है जो आम लोगों को परेशान कर रहा है। लेकिन फिलहाल RBI ने पुराने ₹10 और ₹500 के नोटों को बंद करने की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। इसका मतलब यह है कि नए नोटों के आने से पुराने नोटों की वैधता पर कोई असर नहीं पड़ा है। दोनों ही नोट समान रूप से मान्य और वैध हैं जब तक कि RBI कोई विशेष सूचना जारी न करे।