
दुनिया की 10 सबसे खतरनाक खुफिया एजेंसियां (Top 10 Dangerous Intelligence Agencies) की बात करें तो इनमें ऐसे संगठन शामिल हैं जो न केवल अपने देश की रक्षा करते हैं, बल्कि दूसरे देशों में गुप्त ऑपरेशन, साइबर वॉरफेयर, राजनीतिक हस्तक्षेप और जासूसी जैसे मिशन को अंजाम देते हैं। इन एजेंसियों का काम पर्दे के पीछे होता है, लेकिन उनका प्रभाव वैश्विक राजनीति और सुरक्षा में बहुत बड़ा होता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कौन-कौन सी खुफिया एजेंसियां इस लिस्ट में शामिल हैं और क्यों RAW और ISI का नाम जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
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सीआईए – CIA (Central Intelligence Agency), अमेरिका
CIA अमेरिका की प्रमुख खुफिया एजेंसी है, जो दुनिया भर में गुप्त जानकारी जुटाने और स्पेशल ऑपरेशनों के लिए जानी जाती है। यह एजेंसी 1947 में स्थापित हुई थी और तब से लेकर आज तक अमेरिका की विदेश नीति को प्रभावित करने वाले कई बड़े मिशनों में इसकी भूमिका रही है। अफगानिस्तान, इराक और सीरिया जैसे देशों में इसके कई गुप्त ऑपरेशन सामने आए हैं।
एमआई6 – MI6 (Secret Intelligence Service), यूनाइटेड किंगडम
ब्रिटेन की MI6 एजेंसी दुनिया की सबसे पुरानी खुफिया एजेंसियों में से एक है। इसे जेम्स बॉन्ड जैसी फिल्मों के जरिए आम जनता भी पहचानती है, लेकिन असल जिंदगी में इसकी भूमिका कहीं अधिक गंभीर और संवेदनशील होती है। यह एजेंसी मुख्य रूप से विदेशी खतरों को रोकने, आतंकवाद से निपटने और साइबर सुरक्षा में अग्रणी भूमिका निभाती है।
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आईएसआई – ISI (Inter-Services Intelligence), पाकिस्तान
ISI पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी है, जो अपनी गुप्त और विवादास्पद गतिविधियों के लिए जानी जाती है। भारत के खिलाफ इसकी रणनीतियां, अफगानिस्तान में इसकी उपस्थिति और आतंकवादी संगठनों से जुड़े होने के आरोप इसे दुनिया की सबसे खतरनाक एजेंसियों में शामिल करते हैं। ISI की भूमिका करगिल युद्ध और 26/11 मुंबई हमलों में भी संदिग्ध बताई जाती है।
रॉ – RAW (Research and Analysis Wing), भारत
RAW भारत की बाह्य खुफिया एजेंसी है, जिसकी स्थापना 1968 में की गई थी। इसका मकसद भारत की सीमाओं के बाहर होने वाली गतिविधियों की जानकारी एकत्र करना, आतंकवाद से लड़ना और देश की रणनीतिक सुरक्षा को मजबूत करना है। रॉ ने बांग्लादेश के निर्माण में अहम भूमिका निभाई थी और इसके कई गुप्त ऑपरेशन दुनिया भर में प्रशंसा प्राप्त कर चुके हैं।
मोसाद – Mossad, इज़राइल
इज़राइल की खुफिया एजेंसी मोसाद अपने सटीक, घातक और तेज ऑपरेशनों के लिए प्रसिद्ध है। यह एजेंसी आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन से लेकर दुनिया भर में यहूदी हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है। मोसाद ने म्यूनिख ओलंपिक 1972 हमले के दोषियों को एक-एक कर ढूंढ कर खत्म करने का जो ऑपरेशन चलाया था, वो इतिहास में दर्ज है।
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एफएसबी – FSB (Federal Security Service), रूस
FSB रूस की घरेलू खुफिया एजेंसी है, जो KGB के विघटन के बाद बनी। यह एजेंसी रूस के अंदरूनी मामलों, साइबर वॉरफेयर, आतंकवाद और देशद्रोह जैसे मामलों पर विशेष ध्यान देती है। इसके काम करने का तरीका अत्यधिक गोपनीय और सख्त है। व्लादिमीर पुतिन खुद इस एजेंसी से जुड़े रह चुके हैं।
डीजीएसई – DGSE (Directorate-General for External Security), फ्रांस
फ्रांस की DGSE एजेंसी मुख्य रूप से विदेशी खतरों की पहचान और सुरक्षा रणनीतियों के लिए जिम्मेदार है। यह एजेंसी कई बार आतंकवादियों के खिलाफ गुप्त ऑपरेशन कर चुकी है और साइबर इंटेलिजेंस में भी इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
बीएनडी – BND (Federal Intelligence Service), जर्मनी
जर्मनी की खुफिया एजेंसी BND दुनिया की सबसे आधुनिक एजेंसियों में से एक मानी जाती है। यह एजेंसी अन्य देशों की राजनीतिक और सैन्य गतिविधियों पर नजर रखती है और जर्मन सरकार को रणनीतिक निर्णयों में सहायता देती है। BND की भूमिका यूरोपीय यूनियन में भी महत्वपूर्ण मानी जाती है।
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एमएसएस – MSS (Ministry of State Security), चीन
चीन की MSS एजेंसी एक बेहद गोपनीय खुफिया संगठन है जो विदेशी जासूसी, साइबर चोरी और विरोधी तत्वों को दबाने के लिए कुख्यात है। MSS के ऑपरेशन वैश्विक स्तर पर व्यापारिक जासूसी और राजनीतिक हस्तक्षेप तक फैले हुए हैं, जिससे इसकी गिनती सबसे खतरनाक एजेंसियों में होती है।
एनआईओ – NIO (National Intelligence Organization), तुर्की
तुर्की की यह एजेंसी हाल के वर्षों में तेजी से चर्चा में आई है। घरेलू अस्थिरता, आतंकवाद से निपटने और क्षेत्रीय खुफिया अभियानों में इसकी भूमिका प्रभावशाली रही है। NIO खासकर सीरिया और कुर्द विद्रोहियों के खिलाफ कई ऑपरेशन चला चुकी है।