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क्या सरकार जबरन ले सकती है आपकी प्राइवेट प्रॉपर्टी? सुप्रीम कोर्ट में गरमाई बहस, जानें फैसला!

संपत्ति बंटवारे पर मचा घमासान: सुप्रीम कोर्ट ने दी ऐसी चेतावनी, जिससे हिल गई राजनीति! क्या सच में सरकार आपकी निजी संपत्ति पर कब्जा कर सकती है? जानिए सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कहा इसे "खतरनाक विचार" और कैसे यह आपके अधिकारों को प्रभावित कर सकता है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट और समझें इस फैसले का आपके भविष्य पर क्या असर पड़ेगा

By Saloni uniyal
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क्या सरकार जबरन ले सकती है आपकी प्राइवेट प्रॉपर्टी? सुप्रीम कोर्ट में गरमाई बहस, जानें फैसला!
क्या सरकार जबरन ले सकती है आपकी प्राइवेट प्रॉपर्टी? सुप्रीम कोर्ट में गरमाई बहस, जानें फैसला!

देश में संपत्ति बंटवारे पर चल रहे राजनीतिक घमासान के बीच, सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। एक मामले की सुनवाई के दौरान, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह कहना कि राज्य संविधान के तहत सभी संपत्तियों का अधिग्रहण कर सकता है, एक “खतरनाक” विचार होगा। अदालत ने यह भी कहा कि संविधान का उद्देश्य “सामाजिक परिवर्तन की भावना” लाना है।

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सुप्रीम कोर्ट की यह टिप्पणी संपत्ति बंटवारे पर चल रही राजनीतिक बहस के बीच एक महत्वपूर्ण संदेश है। यह स्पष्ट करता है कि संविधान निजी संपत्ति के अधिकारों की रक्षा करता है और किसी भी प्रकार का अधिग्रहण सार्वजनिक हित और उचित मुआवजे के साथ ही किया जाना चाहिए।

संपत्ति बंटवारे पर राजनीतिक विवाद

हाल ही में, संपत्ति बंटवारे के मुद्दे पर देश में राजनीतिक बहस तेज हो गई है। कुछ राजनीतिक नेताओं ने सुझाव दिया है कि निजी संपत्तियों का अधिग्रहण करके उन्हें सार्वजनिक उपयोग के लिए लाया जाए। इस संदर्भ में, सुप्रीम कोर्ट की यह टिप्पणी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

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संविधान और संपत्ति अधिकार

सुप्रीम कोर्ट ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि संविधान निजी संपत्ति के अधिकारों की रक्षा करता है। हालांकि, सार्वजनिक हित में उचित मुआवजे के साथ संपत्ति का अधिग्रहण किया जा सकता है, लेकिन यह कहना कि राज्य सभी संपत्तियों का अधिग्रहण कर सकता है, संविधान की भावना के खिलाफ होगा।

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सामाजिक परिवर्तन और संपत्ति

अदालत ने यह भी कहा कि संविधान का उद्देश्य सामाजिक परिवर्तन लाना है, लेकिन यह परिवर्तन कानूनी और संवैधानिक ढांचे के भीतर होना चाहिए। निजी संपत्तियों का अंधाधुंध अधिग्रहण सामाजिक असंतुलन पैदा कर सकता है और यह खतरनाक साबित हो सकता है।

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