![बाइक का साइलेंसर बदलवाया तो होगी बड़ी मुसीबत! जानें नए ट्रैफिक नियम और भारी चालान से कैसे बचें](https://newzoto.com/wp-content/uploads/2025/02/Information-about-new-traffic-rules-1024x576.jpg)
सड़कों पर तेजी से बढ़ती गाड़ियों की संख्या के साथ-साथ तेज आवाज़ करने वाली बाइकों की संख्या भी बढ़ रही है। शहरों में अक्सर लोग अपनी मोटरसाइकिल के साइलेंसर को इस तरह से मॉडिफाई करवा लेते हैं कि उनकी आवाज़ स्पोर्ट्स बाइक जैसी तेज़ और कर्कश हो जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करना गैरकानूनी है? दरअसल, मोटर वाहन अधिनियम के तहत किसी भी वाहन से निकलने वाली ध्वनि की एक सीमा तय की गई है, जिसका उल्लंघन करने पर भारी जुर्माना और सख्त कार्रवाई हो सकती है।
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मोटरसाइकिल के साइलेंसर को लेकर क्या कहता है कानून?
मोटरसाइकिल के साइलेंसर को लेकर सख्त कानून मौजूद हैं। यदि कोई व्यक्ति अपनी बाइक के साइलेंसर को मॉडिफाई कर तेज आवाज़ निकालने का प्रयास करता है, तो उसे मोटर वाहन अधिनियम के तहत दंडित किया जा सकता है। इस मामले में न केवल भारी जुर्माना लगाया जाता है, बल्कि जरूरत पड़ने पर बाइक ज़ब्त भी की जा सकती है।
मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के तहत प्रतिबंध
मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के अनुसार, किसी भी वाहन में इस तरह के मॉडिफिकेशन करना गैरकानूनी है, जिससे ध्वनि प्रदूषण फैले। मॉडिफाइड साइलेंसर से निकलने वाली अत्यधिक तेज आवाज़ के कारण न केवल अन्य वाहन चालकों को परेशानी होती है, बल्कि यह ध्वनि प्रदूषण को भी बढ़ावा देता है। यही कारण है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन इस पर सख्त कार्रवाई कर रहे हैं।
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कितनी होनी चाहिए वाहन की ध्वनि सीमा?
नियमों के मुताबिक, किसी भी बाइक या कार की आवाज़ 80 डेसिबल से अधिक नहीं होनी चाहिए। लेकिन जब लोग अपने बाइक के साइलेंसर को मॉडिफाई कराते हैं, तो इसकी आवाज़ 120 डेसिबल या उससे भी ज्यादा हो जाती है, जो कानूनी सीमा से बहुत अधिक है। इतना अधिक शोर आम लोगों के स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए हानिकारक हो सकता है।
तेज आवाज़ करने वाले वाहनों पर क्या कार्रवाई हो सकती है?
यदि किसी वाहन से तय सीमा से अधिक आवाज़ निकलती है, तो उसके खिलाफ चालान काटा जा सकता है। पुलिस और परिवहन विभाग ऐसे मामलों में काफी सक्रिय हो गए हैं और मॉडिफाइड बाइकों पर जुर्माना लगाया जा रहा है। यदि किसी चालक को चेतावनी या जुर्माने के बाद भी दोबारा पकड़ा जाता है, तो उसके ड्राइविंग लाइसेंस को निलंबित करने तक की कार्रवाई की जा सकती है।
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जुर्माना और सजा के प्रावधान
यदि कोई वाहन चालक अपनी बाइक में मॉडिफाइड साइलेंसर लगवाकर ध्वनि प्रदूषण फैलाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है। पहली बार पकड़े जाने पर जुर्माना लगाया जाता है, जबकि बार-बार नियमों का उल्लंघन करने पर वाहन ज़ब्त करने के साथ-साथ जेल की सजा भी हो सकती है।