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Property Registry Types: प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं? जानें कौन सी रजिस्ट्री है सबसे सुरक्षित और कौन हो सकती है कैंसिल!

क्या आप जानते हैं कि आपकी प्रॉपर्टी रजिस्ट्री कानूनी मान्यता के बावजूद रद्द हो सकती है? जी हां, कुछ रजिस्ट्रियां भविष्य में विवादों या तकनीकी कारणों से वैध नहीं मानी जातीं! कहीं आपकी संपत्ति भी तो खतरे में नहीं? जानें प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के प्रकार, उनकी सुरक्षा और वो खामियां जो बना सकती हैं आपकी संपत्ति को विवादित

By Saloni uniyal
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Property Registry Types: प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं? जानें कौन सी रजिस्ट्री है सबसे सुरक्षित और कौन हो सकती है कैंसिल!
Property Registry Types: प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं? जानें कौन सी रजिस्ट्री है सबसे सुरक्षित और कौन हो सकती है कैंसिल!

आज के समय में जब भी कोई व्यक्ति प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने की योजना बनाता है, तो सबसे पहले उसके मन में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन (Property Registration) का विचार आता है। रजिस्ट्री संपत्ति के स्वामित्व को कानूनी रूप से वैध बनाने की प्रक्रिया है, लेकिन सभी प्रकार की रजिस्ट्री सुरक्षित नहीं होतीं। कुछ रजिस्ट्रियों को भविष्य में रद्द भी किया जा सकता है, जो खरीदारों और विक्रेताओं के लिए परेशानी का सबब बन सकती हैं।

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इस लेख में हम आपको प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के विभिन्न प्रकार और उनकी सुरक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, ताकि आप सही निर्णय ले सकें और भविष्य में किसी कानूनी विवाद से बच सकें।

रजिस्ट्री क्या होती है?

रजिस्ट्री एक कानूनी प्रक्रिया है जिसके तहत संपत्ति का स्वामित्व एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरित किया जाता है। यह प्रक्रिया Registration Act, 1908 के तहत होती है। रजिस्ट्री कराने से संपत्ति का कानूनी स्वामित्व प्राप्त होता है और भविष्य में किसी भी प्रकार के विवाद से बचाव होता है। इसके अलावा, रजिस्ट्री के बिना बैंक से लोन प्राप्त करना भी मुश्किल हो सकता है।

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प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के प्रकार और उनकी सुरक्षा

सेल डीड (Sale Deed)

सेल डीड सबसे सुरक्षित और कानूनी रूप से मान्य प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन है। इसमें संपत्ति का पूर्ण स्वामित्व खरीदार को मिलता है और यह दोनों पक्षों (विक्रेता और खरीदार) की सहमति पर आधारित होती है।

विशेषताएँ:

  • संपत्ति का पूर्ण स्वामित्व देता है।
  • कानूनी मान्यता प्राप्त होती है, जिससे भविष्य में विवाद की संभावना नहीं रहती।
  • बैंकों द्वारा इसे सबसे अधिक मान्यता दी जाती है, जिससे लोन लेना आसान हो जाता है।

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पट्टा (Leasehold Property)

पट्टा अस्थायी स्वामित्व प्रदान करता है, जो आमतौर पर सरकार द्वारा दिया जाता है। यह एक निश्चित अवधि के लिए होता है और समय सीमा समाप्त होने पर संपत्ति सरकार को वापस चली जाती है।

विशेषताएँ:

  • सीमित समय के लिए स्वामित्व मिलता है।
  • सरकार द्वारा नियंत्रित होता है, जिससे नियमों में बदलाव हो सकता है।
  • पट्टा समाप्त होने पर इसका नवीनीकरण करना पड़ता है, अन्यथा संपत्ति सरकार के पास लौट जाती है।

नोटरी एग्रीमेंट (Notary Agreement)

नोटरी एग्रीमेंट केवल एक समझौता होता है और इसे कानूनी मान्यता नहीं दी जाती। इसे अदालत में आसानी से चुनौती दी जा सकती है, जिससे यह सबसे असुरक्षित प्रकार की रजिस्ट्री मानी जाती है।

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खतरे:

  • यह कानूनी रूप से वैध नहीं होता।
  • भविष्य में इसे रद्द किया जा सकता है, जिससे संपत्ति का स्वामित्व विवादित हो सकता है।
  • बैंकों द्वारा इसे मान्यता नहीं दी जाती, जिससे लोन लेना असंभव हो सकता है।

गिफ्ट डीड (Gift Deed)

गिफ्ट डीड के जरिए संपत्ति को बिना किसी वित्तीय लेनदेन के हस्तांतरित किया जा सकता है। यह आमतौर पर परिवार के सदस्यों के बीच उपयोग की जाती है।

विशेषताएँ:

  • विवाद की संभावना कम होती है।
  • स्टांप ड्यूटी कम लगती है, जिससे यह एक किफायती विकल्प हो सकता है।
  • यह कानूनी रूप से मान्य है और संपत्ति का स्वामित्व तुरंत हस्तांतरित हो जाता है।

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वसीयत (Will)

वसीयत के जरिए संपत्ति का हस्तांतरण मृत्यु के बाद किया जाता है। यह दस्तावेज़ विवादित हो सकता है क्योंकि इसे अदालत में चुनौती दी जा सकती है।

खतरे:

  • इसे अदालत में चुनौती दी जा सकती है, विशेषकर तब जब अन्य उत्तराधिकारियों को असहमति हो।
  • यदि वसीयत में कोई अस्पष्टता हो, तो कानूनी विवाद की संभावना बढ़ जाती है।

पावर ऑफ अटॉर्नी (Power of Attorney)

पावर ऑफ अटॉर्नी अस्थायी स्वामित्व प्रदान करता है, जिसमें व्यक्ति किसी अन्य को अपनी संपत्ति पर अधिकार देता है।

खतरे:

  • यह हमेशा सुरक्षित नहीं होता, क्योंकि यह अस्थायी अधिकार है।
  • यदि दस्तावेज़ों में कोई कमी हो, तो इसे रद्द किया जा सकता है।
  • पावर ऑफ अटॉर्नी पर आधारित संपत्ति विवादित हो सकती है, खासकर जब असली मालिक की सहमति नहीं हो।

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कौन सी रजिस्ट्री हो सकती है रद्द?

कुछ प्रकार की रजिस्ट्रियां भविष्य में कानूनी विवादों या तकनीकी कारणों से रद्द की जा सकती हैं:

  • नोटरी एग्रीमेंट: इसे अदालत में चुनौती देकर रद्द किया जा सकता है।
  • पावर ऑफ अटॉर्नी: यदि सही दस्तावेज़ नहीं हैं या मालिक की सहमति में विवाद है, तो इसे रद्द किया जा सकता है।
  • पट्टा: पट्टे की अवधि समाप्त होने पर यह स्वतः ही निरस्त हो जाती है।

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया कैसे करें?

ऑनलाइन प्रक्रिया:

  • राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  • जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
  • स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क का ऑनलाइन भुगतान करें।
  • उप-पंजीयक कार्यालय में जाकर फाइनल सत्यापन कराएं।

ऑफलाइन प्रक्रिया:

  • उप-पंजीयक कार्यालय जाएं।
  • सभी दस्तावेज़ प्रस्तुत करें और गवाहों की उपस्थिति सुनिश्चित करें।
  • शुल्क का भुगतान करके प्रक्रिया पूरी करें।

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संपदा 2.0 सॉफ्टवेयर: धोखाधड़ी पर रोक

मध्य प्रदेश सरकार ने हाल ही में संपदा 2.0 सॉफ्टवेयर लॉन्च किया, जो प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को डिजिटल और सुरक्षित बनाता है।

फायदे:

  • बायोमेट्रिक सत्यापन के जरिए फर्जीवाड़े पर रोकथाम।
  • ऑनलाइन ट्रैकिंग सुविधा जिससे रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को आसानी से मॉनिटर किया जा सकता है।

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