
बचत और निवेश को सुरक्षित रखने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और रेकरिंग डिपॉजिट (RD) दो बेहद लोकप्रिय विकल्प हैं। इन दोनों निवेश विकल्पों में कई समानताएं हैं, लेकिन इनके निवेश के तरीके और लाभ में स्पष्ट अंतर है। अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं और यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आपको FD या RD में से कौन सा विकल्प चुनना चाहिए, तो यह लेख आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। आइए जानते हैं इन दोनों विकल्पों के बारे में विस्तार से और समझते हैं कि किसमें निवेश करना आपके लिए ज्यादा लाभकारी होगा।
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FD और RD दोनों ही सुरक्षित निवेश विकल्प हैं, और दोनों के अपने-अपने फायदे हैं। अगर आपके पास एकमुश्त राशि है और आप एक स्थिर रिटर्न चाहते हैं, तो FD एक अच्छा विकल्प हो सकता है। वहीं, अगर आप हर महीने नियमित रूप से बचत करने की आदत डालना चाहते हैं, तो RD आपके लिए उपयुक्त रहेगा।
FD (Fixed Deposit) क्या है?
फिक्स्ड डिपॉजिट एक ऐसा निवेश विकल्प है जिसमें आप एकमुश्त राशि जमा करते हैं और एक निश्चित अवधि के बाद उस पर ब्याज के साथ राशि प्राप्त करते हैं। यह राशि एक निर्धारित समय (जैसे 1 साल, 3 साल, 5 साल आदि) के लिए बैंक या पोस्ट ऑफिस में जमा की जाती है, और इस दौरान पहले से निर्धारित ब्याज दर लागू होती है। FD में निवेश करने पर आपको एकमुश्त लाभ मिलता है, जिसमें निवेश की गई राशि पर एक तय ब्याज दर से ब्याज मिलता है। यह निवेश उन लोगों के लिए आदर्श है, जिनके पास एक निश्चित राशि है और वे इसे एक सुरक्षित निवेश विकल्प में रखना चाहते हैं।
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RD (Recurring Deposit) क्या है?
रेकरिंग डिपॉजिट उन लोगों के लिए उपयुक्त है, जो हर महीने छोटी-छोटी बचत करने की आदत डालना चाहते हैं। इसमें निवेशक हर महीने एक निश्चित राशि जमा करते हैं और यह राशि ब्याज के साथ मेच्योरिटी पर मिलती है। RD में आपको हर महीने जमा की गई राशि पर ब्याज मिलता है और पूरी राशि के साथ आपको मेच्योरिटी पर कुल राशि मिलती है। यह उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प है जो नियमित रूप से बचत करने की आदत बनाना चाहते हैं और धीरे-धीरे एक बड़ी राशि इकट्ठा करना चाहते हैं।
FD और RD में मुख्य अंतर
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और रेकरिंग डिपॉजिट (RD) दोनों ही सुरक्षित निवेश विकल्प हैं, लेकिन इन दोनों के बीच कुछ प्रमुख अंतर होते हैं।
निवेश का तरीका
FD में निवेशक एक बार में एकमुश्त राशि जमा करते हैं, जबकि RD में निवेशक हर महीने एक निश्चित राशि जमा करते हैं।
ब्याज दर
FD में RD के मुकाबले अधिक ब्याज मिलता है। इसकी वजह से FD में निवेश करने से अधिक रिटर्न प्राप्त होता है।
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लचीलापन
FD में एक बार जमा की गई राशि को बीच में निकालने पर पेनल्टी लग सकती है, जबकि RD में मासिक जमा की वजह से लचीलापन अधिक होता है।
जोखिम
FD और RD दोनों ही जोखिम रहित निवेश विकल्प हैं। इन्हें सुरक्षित माना जाता है और सरकार या बैंक द्वारा गारंटीकृत होते हैं।
मेच्योरिटी राशि
FD में एकमुश्त बड़ी राशि मिलती है क्योंकि आप पूरी रकम एक बार में जमा करते हैं, जबकि RD में मासिक जमा की वजह से रिटर्न थोड़ा कम होता है।
कर लाभ
अगर आप 5 साल के लिए FD करते हैं, तो आपको धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। वहीं, RD में टैक्स लाभ सीमित होते हैं।
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किसमें अधिक फायदा होगा?
अगर आपके पास एकमुश्त राशि है और आप उसे सुरक्षित निवेश विकल्प में रखना चाहते हैं, तो FD आपके लिए बेहतर हो सकता है। FD में ब्याज दर अधिक होती है और यह लंबी अवधि में अधिक रिटर्न दे सकता है। इसके अलावा, 5 साल की FD पर आपको टैक्स छूट भी मिलती है, जो निवेशकों के लिए एक बड़ा लाभ है।
अगर आप हर महीने नियमित रूप से बचत करने की आदत डालना चाहते हैं, तो RD बेहतर विकल्प हो सकता है। RD उन लोगों के लिए आदर्श है जो समय-समय पर बचत करते हैं और धीरे-धीरे बड़ी राशि इकट्ठा करना चाहते हैं।
अगर हम ब्याज दर की बात करें, तो FD ज्यादा लाभकारी है, क्योंकि इसमें ब्याज दर RD की तुलना में अधिक होती है। टैक्स बचाने के लिए 5 साल की FD करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि इसमें आपको धारा 80C के तहत कर छूट मिलती है।
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FD और RD के फायदे और नुकसान
FD के फायदे
- FD में अधिक ब्याज मिलता है।
- यह एक सुरक्षित और जोखिम रहित निवेश है।
- 5 साल की FD पर टैक्स छूट मिलती है।
- यह एकमुश्त बड़ी राशि देने के कारण अधिक रिटर्न देती है।
FD के नुकसान
- इसमें लचीलापन कम होता है क्योंकि बीच में राशि निकालने पर पेनल्टी लग सकती है।
- यह उन लोगों के लिए उपयुक्त नहीं है जो हर महीने छोटी-छोटी बचत करना चाहते हैं।
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RD के फायदे
- RD में मासिक जमा की सुविधा होती है, जिससे नियमित बचत की आदत डालना आसान होता है।
- यह भी एक सुरक्षित निवेश है और आपको हर महीने छोटी-छोटी बचत का फायदा मिलता है।
RD के नुकसान
- इसमें ब्याज दर FD के मुकाबले थोड़ी कम होती है।
- मेच्योरिटी राशि FD के मुकाबले थोड़ी कम मिलती है।