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ब्लड डोनेशन से पहले जानिए हीमोग्लोबिन की सही लिमिट! कम होने पर क्या करें?

रक्तदान करते समय आपका हीमोग्लोबिन स्तर कितना होना चाहिए? जानें इससे जुड़ी अहम बातें, हीमोग्लोबिन की कमी के लक्षण, और इसे तेजी से बढ़ाने के आसान घरेलू उपाय – ताकि रक्तदान सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक बने

By Saloni uniyal
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ब्लड डोनेशन से पहले जानिए हीमोग्लोबिन की सही लिमिट! कम होने पर क्या करें?
ब्लड डोनेशन से पहले जानिए हीमोग्लोबिन की सही लिमिट! कम होने पर क्या करें?

रक्तदान (Blood Donation) एक महान कार्य है जो न केवल दूसरों की जान बचाता है, बल्कि दाता के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हो सकता है। हालांकि, रक्तदान से पहले कुछ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मानकों की जांच आवश्यक होती है, जिनमें हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) का स्तर प्रमुख है। यदि हीमोग्लोबिन का स्तर कम है, तो रक्तदान करना सुरक्षित नहीं होता। आइए जानें कि रक्तदान के लिए हीमोग्लोबिन का सही स्तर क्या होना चाहिए और यदि यह कम हो तो क्या उपाय किए जा सकते हैं।

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रक्तदान के लिए आवश्यक हीमोग्लोबिन स्तर

भारत में रक्तदान के लिए पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए न्यूनतम हीमोग्लोबिन स्तर 12.5 ग्राम/डेसीलीटर (g/dL) निर्धारित किया गया है। यह मानक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा सुझाए गए स्तरों के अनुरूप है, जो महिलाओं के लिए 12.0 g/dL और पुरुषों के लिए 13.0 g/dL है ।

रक्तदान के बाद, हीमोग्लोबिन स्तर में 1–1.5 g/dL की गिरावट आ सकती है, और इसे सामान्य स्तर पर लौटने में 4–6 सप्ताह का समय लग सकता है । इसलिए, रक्तदान से पहले हीमोग्लोबिन स्तर की जांच आवश्यक है।

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हीमोग्लोबिन कम होने के कारण

हीमोग्लोबिन की कमी (Anemia) के कई कारण हो सकते हैं:

  • आयरन की कमी: शरीर में आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन का निर्माण प्रभावित होता है।
  • विटामिन B12 और फोलिक एसिड की कमी: ये विटामिन्स लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • मासिक धर्म: महिलाओं में मासिक धर्म के कारण रक्त की हानि होती है, जिससे हीमोग्लोबिन स्तर कम हो सकता है।
  • क्रॉनिक बीमारियाँ: किडनी रोग, कैंसर, या अन्य दीर्घकालिक बीमारियाँ भी हीमोग्लोबिन स्तर को प्रभावित कर सकती हैं।

हीमोग्लोबिन बढ़ाने के उपाय

यदि आपका हीमोग्लोबिन स्तर कम है, तो निम्नलिखित उपाय अपनाकर इसे बढ़ाया जा सकता है:

आयरन युक्त आहार का सेवन

आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें:

  • मांसाहारी स्रोत: लाल मांस, चिकन, मछली, अंडे।
  • शाकाहारी स्रोत: पालक, चुकंदर, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, दालें, सोया उत्पाद, किशमिश, अनार।

विटामिन C का सेवन

  • विटामिन C आयरन के अवशोषण में मदद करता है। संतरे, नींबू, टमाटर, अमरूद जैसे फलों का सेवन करें।

आयरन सप्लीमेंट्स

यदि आहार से पर्याप्त आयरन नहीं मिल पा रहा है, तो डॉक्टर की सलाह से आयरन सप्लीमेंट्स लें। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी है जो नियमित रूप से रक्तदान करते हैं या जिनमें आयरन की कमी है ।

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जीवनशैली में बदलाव

  • कॉफी और चाय का सीमित सेवन: ये पेय आयरन के अवशोषण को बाधित कर सकते हैं।
  • धूम्रपान और शराब से परहेज: ये आदतें हीमोग्लोबिन स्तर को प्रभावित कर सकती हैं।
  • नियमित व्यायाम: हल्का व्यायाम रक्त परिसंचरण में सुधार करता है और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ावा देता है।

रक्तदान से पहले ध्यान देने योग्य बातें

  • स्वास्थ्य जांच: रक्तदान से पहले हीमोग्लोबिन स्तर, रक्तचाप, और अन्य स्वास्थ्य मानकों की जांच कराएं।
  • पर्याप्त नींद और भोजन: रक्तदान से पहले अच्छी नींद लें और आयरन युक्त भोजन करें।
  • हाइड्रेशन: शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनाए रखें।

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