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सरकारी कर्मचारी घूस मांगे तो कितनी होगी सजा? रकम के हिसाब से तय होती है पेनाल्टी या नहीं? जानिए पूरा कानून! Punishment For Bribe

सरकारी दफ्तर में रिश्वत देना या लेना, दोनों ही आपको बड़ी मुश्किल में डाल सकते हैं। 7 साल तक की जेल, भारी जुर्माना और नौकरी से बर्खास्तगी तक हो सकती है।

By Saloni uniyal
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अगर आप किसी सरकारी कार्यालय में अपना कोई जरूरी काम करवाने जाते हैं और वहां कोई कर्मचारी आपसे इसके बदले में पैसे मांगता है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। रिश्वत लेना और देना दोनों ही अपराध हैं, और अगर आप इसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हैं, तो ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है। भारत में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कड़े कानून लागू किए गए हैं, जो न केवल रिश्वत लेने वाले बल्कि देने वाले पर भी सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करते हैं। आइए जानते हैं कि रिश्वतखोरी के लिए क्या-क्या कानूनी प्रावधान मौजूद हैं और अगर कोई कर्मचारी रिश्वत मांगता है तो आप क्या कदम उठा सकते हैं।

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रिश्वतखोरी के लिए सजा और दंड

भारत में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत किसी भी सरकारी कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगना या स्वीकार करना गंभीर अपराध है। इस अधिनियम के अनुसार, अगर कोई सरकारी कर्मचारी किसी नागरिक से रिश्वत मांगता या लेता है, तो उसे तीन साल तक की जेल की सजा हो सकती है। विशेष परिस्थितियों में यह सजा सात साल तक बढ़ाई जा सकती है। इसके अलावा, आरोपी कर्मचारी पर भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है, जो रिश्वत की रकम के अनुपात में तय किया जाता है।

इसके अलावा, अगर कोई आम नागरिक किसी अधिकारी को रिश्वत देता है, तो उसे भी इस अपराध के लिए दंडित किया जा सकता है। इसलिए किसी भी सरकारी काम के बदले रिश्वत देने से बचें और भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने में अपना योगदान दें।

रिश्वत से अर्जित संपत्ति होगी जब्त

अगर किसी सरकारी कर्मचारी पर रिश्वत लेने का आरोप साबित हो जाता है, तो सरकार उस कर्मचारी की रिश्वत से अर्जित संपत्ति को जब्त कर सकती है। इसके अलावा, आरोपी कर्मचारी को उसके पद से निलंबित किया जा सकता है और उसे सरकारी नौकरी से बर्खास्त भी किया जा सकता है। इतना ही नहीं, रिश्वत लेने वाले अधिकारी को भविष्य में किसी भी सरकारी पद के लिए अयोग्य घोषित किया जा सकता है, जिससे वह फिर कभी किसी सरकारी नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर सकता।

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रिश्वत मांगने पर कहां करें शिकायत?

अगर कोई सरकारी कर्मचारी आपसे रिश्वत की मांग करता है, तो आप इसकी शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए सरकार द्वारा कई हेल्पलाइन नंबर और ऑनलाइन पोर्टल उपलब्ध कराए गए हैं, जहां आप भ्रष्ट अधिकारियों की जानकारी दे सकते हैं।

  • आप विजिलेंस हेल्पलाइन नंबर 9454401866 पर कॉल करके शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
  • इसके अलावा, आप सीबीआई और लोकपाल विभाग में भी इस तरह के मामलों की शिकायत कर सकते हैं।
  • शिकायतकर्ता की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है ताकि उसे किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में नागरिकों की भूमिका

रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के सख्त नियम तभी कारगर हो सकते हैं, जब आम जनता इसमें अपनी भागीदारी निभाए। अगर कोई अधिकारी आपसे घूस मांगता है, तो बिना डरे उसकी शिकायत करें। रिश्वत न देना और न ही लेना, यह जिम्मेदारी हर नागरिक की होनी चाहिए। जागरूक बनें और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए अपनी भूमिका निभाएं।

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