
होली 2025 का त्योहार इस बार खास होने वाला है, क्योंकि लगातार चार दिन की छुट्टी लोगों को मिलने वाली है। होली का जश्न 13 मार्च (गुरुवार) को होलिका दहन के साथ शुरू होगा, उसके बाद 14 मार्च (शुक्रवार) को धुलंडी का रंगारंग त्योहार मनाया जाएगा। इसके बाद 15 मार्च (शनिवार) और 16 मार्च (रविवार) को साप्ताहिक अवकाश होने के कारण इस बार लोग त्योहार का पूरा आनंद उठा सकेंगे। इन लंबी छुट्टियों का असर पर्यटन, बाजार और विभिन्न होली उत्सवों पर स्पष्ट रूप से देखने को मिलेगा।
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होली का त्योहार हर साल धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन इस बार चार दिनों की छुट्टी होने के कारण बाजारों में भी ख़रीदारी का जोश देखने को मिलेगा। लोग रंग, गुलाल, पिचकारी, मिठाइयाँ, गुजिया, ड्राई फ्रूट्स और नए कपड़ों की ख़रीदारी में अधिक रुचि लेंगे। व्यापारियों को भी इस बार अच्छी बिक्री की उम्मीद है, क्योंकि इस बार बाजारों में खरीदारों की भीड़ ज्यादा होगी।
मार्च में छुट्टियों की बहार
मार्च 2025 का महीना सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए खुशखबरी लेकर आया है। इस माह में कुल 14 दिन की छुट्टियाँ रहने वाली हैं, जिससे कई सरकारी दफ्तरों में कार्य बाधित हो सकता है। जो लोग अपने किसी आवश्यक कार्य के लिए सरकारी कार्यालयों पर निर्भर हैं, उन्हें पहले ही अपने कार्य निपटा लेने की सलाह दी जाती है, ताकि छुट्टियों के कारण किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
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मार्च 2025 में प्रमुख छुट्टियाँ:
- 1 मार्च (शनिवार)
- 2 मार्च (रविवार)
- 8 मार्च (शनिवार)
- 9 मार्च (रविवार)
- 13 मार्च (गुरुवार) – होलिका दहन
- 14 मार्च (शुक्रवार) – धुलंडी
- 15 मार्च (शनिवार)
- 16 मार्च (रविवार)
- 22 मार्च (शनिवार)
- 23 मार्च (रविवार)
- 28 मार्च (शुक्रवार) – जमातुल विदा (ऐच्छिक अवकाश)
- 29 मार्च (शनिवार)
- 30 मार्च (रविवार) – चेटीचंड
- 31 मार्च (सोमवार) – ईद (चांद देखने पर निर्भर)
होली से जुड़े बाजारों में उछाल
हर साल होली के अवसर पर बाजारों में विशेष चहल-पहल देखने को मिलती है, लेकिन इस बार चार दिनों की छुट्टियों के चलते ख़रीदारी का स्तर और भी अधिक रहने की संभावना है। होली मार्केट में रंग-बिरंगी पिचकारियों, विभिन्न प्रकार के गुलाल, ऑर्गेनिक कलर्स, मिठाइयों और होली स्पेशल स्नैक्स की मांग चरम पर होगी।
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व्यापारियों का मानना है कि इस बार लोग ऑनलाइन शॉपिंग के साथ-साथ लोकल बाजारों से भी अधिक खरीदारी करेंगे। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर होली से संबंधित कई ऑफ़र और डिस्काउंट भी दिए जा रहे हैं, जिससे डिजिटल शॉपिंग भी बढ़ने की संभावना है।
होली पर पर्यटन स्थलों पर बढ़ेगी भीड़
चार दिनों की लंबी छुट्टी होने के कारण इस बार पर्यटकों की संख्या में भी भारी इजाफा देखने को मिलेगा। लोग अपनी छुट्टियों का अधिकतम लाभ उठाने के लिए पर्यटन स्थलों की ओर रुख करेंगे। विशेष रूप से मथुरा, वृंदावन, बनारस और पुष्कर जैसी जगहों पर होली खेलने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक उमड़ सकते हैं।
पर्यटन उद्योग के विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार होटलों और रिसॉर्ट्स में बुकिंग पहले से ही तेज़ हो गई है। ट्रैवल एजेंसियों और टूर ऑपरेटरों को उम्मीद है कि इस साल होली के अवसर पर घरेलू पर्यटन में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा।
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होली का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
होली न केवल रंगों और मस्ती का त्योहार है, बल्कि यह सामाजिक मेलजोल और भाईचारे को भी बढ़ावा देता है। भारत के अलग-अलग हिस्सों में होली को अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। उत्तर भारत में रंगों और गुलाल की होली प्रसिद्ध है, जबकि बरसाने की लट्ठमार होली, बंगाल की डोल जात्रा, और गुजरात में रंग उत्सव विशेष रूप से लोकप्रिय हैं।
होली का त्योहार आपसी प्रेम और सद्भाव को प्रोत्साहित करता है। इस अवसर पर लोग पुरानी दुश्मनी भूलकर एक-दूसरे को गले लगाते हैं और अबीर-गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएँ देते हैं।