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इनवर्टर में कितने दिनों में डालना चाहिए पानी? इनवर्टर लगवाया है तो जान लो ! Inverter Battery Water

क्या आपको पता है कि इनवर्टर बैटरी में पानी कब और कितना डालना चाहिए? गलत समय पर पानी डालने से बैटरी की लाइफ घट सकती है और इनवर्टर खराब हो सकता है। जानिए सही समय, तरीका और वो खास टिप्स जो आपकी बैटरी को बनाएंगे लंबे समय तक टिकाऊ! इसे नज़रअंदाज़ करना पड़ सकता है भारी

By Saloni uniyal
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इनवर्टर में कितने दिनों में डालना चाहिए पानी? इनवर्टर लगवाया है तो जान लो ! Inverter Battery Water
इनवर्टर में कितने दिनों में डालना चाहिए पानी? इनवर्टर लगवाया है तो जान लो ! Inverter Battery Water

इनवर्टर Battery Water: इनवर्टर की बैटरी का सही से काम करना आपके घर में बिजली की सप्लाई को निरंतर बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है। इनवर्टर की बैटरी में पानी का सही स्तर होना चाहिए, क्योंकि यदि पानी का लेवल कम हो जाता है, तो यह बैटरी की परफॉर्मेंस को प्रभावित करता है और उसकी लाइफ को भी घटा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इनवर्टर की बैटरी में हर 45 दिन में पानी का लेवल चेक करना चाहिए। यदि आप समय पर बैटरी का पानी नहीं चेक करते हैं, तो यह बैटरी को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।

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इनवर्टर की बैटरी का मेंटेनेंस और सही समय पर पानी डालना उसकी लंबी उम्र और बेहतर परफॉर्मेंस के लिए बेहद जरूरी है। हर 45 दिन में पानी का लेवल चेक करने और डिस्टिल्ड वाटर के उपयोग से आप अपनी बैटरी को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं।

इनवर्टर की बैटरी में पानी का महत्व

इनवर्टर बैटरी में पानी इलेक्ट्रोलाइट के रूप में कार्य करता है, जो बैटरी के अंदर केमिकल रिएक्शन को संभव बनाता है। यह केमिकल रिएक्शन ही बैटरी में ऊर्जा उत्पन्न करता है, जो आपके इनवर्टर को चलाने के लिए आवश्यक है। पानी की कमी होने पर केमिकल रिएक्शन ठीक से नहीं हो पाता और बैटरी की क्षमता घटने लगती है।

यदि बैटरी में पानी का स्तर कम हो जाता है, तो बैटरी की प्लेट्स हवा के संपर्क में आ सकती हैं, जिससे वे सूख जाती हैं और स्थायी रूप से खराब हो सकती हैं। इसलिए, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि बैटरी में पानी का स्तर हमेशा निर्धारित लेवल पर हो।

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कितने दिन में चेक करना चाहिए पानी का लेवल?

विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, यदि आप नियमित रूप से इनवर्टर का उपयोग कर रहे हैं, तो हर 45 दिन में बैटरी के पानी का लेवल चेक करना चाहिए। अगर आपका इनवर्टर लगातार उपयोग में है, तो यह समय अवधि और भी कम हो सकती है, जैसे कि हर 30 दिन में लेवल चेक करना समझदारी होगी।

यदि आप लंबे समय तक पानी का लेवल चेक नहीं करते हैं, तो बैटरी ओवरहीट हो सकती है और उसकी क्षमता घट सकती है। इसके अलावा, पानी की कमी से बैटरी में सल्फेशन हो सकता है, जिससे बैटरी जल्दी खराब हो जाती है।

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कैसा पानी डालना चाहिए इनवर्टर बैटरी में?

इनवर्टर बैटरी में डिस्टिल्ड वाटर (Distilled Water) ही डालना चाहिए। यह पानी बिना किसी अशुद्धि के होता है और इसमें खनिज तत्व नहीं होते, जो बैटरी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। नल का पानी या मिनरल वाटर बैटरी की प्लेट्स को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे बैटरी की लाइफ कम हो जाती है।

डिस्टिल्ड वाटर के फायदे:

  • अशुद्धियों से मुक्त होने के कारण यह बैटरी की प्लेट्स को सुरक्षित रखता है।
  • बैटरी के अंदर केमिकल रिएक्शन को सही से बनाए रखता है।
  • बैटरी की लाइफ को बढ़ाने में मदद करता है।

इनवर्टर बैटरी का पानी कैसे चेक करें?

  1. पानी का लेवल चेक करना: बैटरी में वाटर लेवल मार्किंग दी जाती है, जिसे देखकर आप पानी की मात्रा का अनुमान लगा सकते हैं। हमेशा यह सुनिश्चित करें कि पानी का लेवल न्यूनतम और अधिकतम मार्किंग के बीच हो।
  2. सेफ्टी का ध्यान रखें: पानी डालते समय बैटरी बंद होनी चाहिए और आसपास किसी भी प्रकार की ज्वलनशील वस्तु नहीं होनी चाहिए।
  3. सही मात्रा में पानी डालें: पानी को धीरे-धीरे डालें ताकि ओवरफ्लो न हो और बैटरी को नुकसान न पहुंचे।

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इनवर्टर बैटरी में पानी न डालने के नुकसान

  • बैटरी ओवरहीट हो सकती है: पानी की कमी से बैटरी में ओवरहीटिंग की समस्या आ सकती है, जिससे बैटरी खराब हो सकती है।
  • बैटरी की लाइफ कम होती है: नियमित रूप से पानी न डालने से बैटरी की लाइफ कम हो जाती है।
  • बैटरी की परफॉर्मेंस घटती है: पानी की कमी से इनवर्टर सही से काम नहीं करता और बैकअप भी कम मिलता है।

कब बदलें बैटरी का पानी?

बैटरी के पानी को बदलने की जरूरत तब होती है जब वह गंदा हो या उसमें अशुद्धियां आ गई हों। हालांकि, यदि आप डिस्टिल्ड वाटर का उपयोग कर रहे हैं, तो पानी बदलने की जरूरत नहीं होती, केवल लेवल चेक करके उसे पूरा करना होता है।

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इनवर्टर बैटरी के मेंटेनेंस के लिए जरूरी टिप्स

  • हमेशा डिस्टिल्ड वाटर का ही उपयोग करें।
  • हर 45 दिन में पानी का लेवल चेक करें।
  • बैटरी को साफ और सूखी जगह पर रखें।
  • टर्मिनल्स पर जंग लगने से बचाने के लिए पेट्रोलियम जेली लगाएं।

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