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TRAI के नियम का असर! DoT ने बंद किए 1.75 लाख मोबाइल नंबर, जानें वजह

TRAI के सख्त नियमों का दिखा बड़ा असर—दूरसंचार विभाग ने चलाया देशभर में एंटी-स्पैम ड्राइव, 1.75 लाख अवैध लैंडलाइन और DID नंबर किए गए बंद। जानिए कैसे आप भी चक्षु पोर्टल के जरिए फर्जी कॉल्स की शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

By Saloni uniyal
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TRAI के नियम का असर! DoT ने बंद किए 1.75 लाख मोबाइल नंबर, जानें वजह
TRAI के नियम का असर! DoT ने बंद किए 1.75 लाख मोबाइल नंबर, जानें वजह

दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunications – DoT) ने TRAI के नए नियमों के तहत एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 1.75 लाख से अधिक टेलीफोन नंबरों को ब्लॉक कर दिया है। यह कार्रवाई अनसॉलिसिटेड कमर्शियल कम्युनिकेशन (UCC) को रोकने के उद्देश्य से की गई है। TRAI द्वारा लागू किए गए स्पैम कॉल और मैसेज से संबंधित सख्त नियमों के चलते यह कदम उठाया गया है। इसके तहत फर्जी मार्केटिंग कॉल और अवैध संचार गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहे नंबरों को निशाना बनाया गया है।

स्पेशल एंटी-स्पैम ड्राइव का असर

TRAI द्वारा जारी किए गए नए नियमों के बाद DoT ने देशभर में एक स्पेशल एंटी-स्पैम ड्राइव चलाया। इस ड्राइव का मकसद उन नंबरों की पहचान करना था, जिनका दुरुपयोग प्रमोशनल कॉल्स या फर्जी संदेशों के लिए किया जा रहा है। इस अभियान में आम लोगों की भागीदारी को भी जोड़ा गया, जिसमें ‘संचार साथी’ और ‘चक्षु पोर्टल’ जैसे प्लेटफॉर्म की मदद ली गई।

जनता द्वारा रिपोर्ट किए गए संदेहास्पद नंबरों की जांच के बाद विभाग ने यह निष्कर्ष निकाला कि करीब 1.75 लाख नंबरों का इस्तेमाल अवैध कॉलिंग और मैसेजिंग के लिए किया जा रहा था। इसके बाद इन नंबरों को सीधे तौर पर ब्लॉक कर दिया गया।

कौन-कौन से नंबर हुए ब्लॉक?

DoT के अनुसार, जिन नंबरों को ब्लॉक किया गया है वे अधिकांशतः लैंडलाइन या डायरेक्ट इनवार्ड डायलिंग (Direct Inward Dialing – DID) नंबर थे। ये नंबर 0731, 079, 080 जैसे कोड से शुरू हो रहे थे। इनका इस्तेमाल PRI, लीज लाइन, इंटरनेट लीज लाइन, SIP और IPLC कनेक्शन के जरिए किया जा रहा था। इन सभी संसाधनों का उपयोग गैर-कानूनी मार्केटिंग कॉल्स और अन्य संदिग्ध गतिविधियों के लिए हो रहा था।

भारी जुर्माने और इक्विपमेंट की जब्ती की चेतावनी

DoT ने इस अभियान के तहत न सिर्फ नंबर ब्लॉक किए हैं, बल्कि इन नंबरों को ऑपरेट करने वाले एंटरप्राइजेज पर भारी जुर्माना लगाने की भी बात कही है। साथ ही, TRAI के नियमों के अनुसार अब ऐसे मामलों में कॉलिंग से जुड़े उपकरणों की जब्ती का भी प्रावधान किया गया है। DoT ने टेलीकॉम एंटरप्राइजेज से अपील की है कि वे प्रमोशनल कॉलिंग के लिए निर्धारित रेगुलेशन का सख्ती से पालन करें।

TRAI की नई गाइडलाइंस के तहत किसी भी प्रकार की अनचाही प्रमोशनल कॉल्स को UCC श्रेणी में रखा गया है। ऐसे में इनसे जुड़े नंबरों पर कार्रवाई का अधिकार सीधे तौर पर DoT को मिल जाता है।

चक्षु पोर्टल पर ऐसे करें फर्जी कॉल की शिकायत

अगर आपके मोबाइल नंबर पर भी कोई अनचाही प्रमोशनल कॉल आती है, तो आप इसकी रिपोर्ट सीधे संचार साथी के चक्षु पोर्टल पर कर सकते हैं। इसके लिए यूजर को संचार साथी ऐप या वेबसाइट पर जाकर लॉगिन करना होगा। वहां ‘चक्षु’ विकल्प पर क्लिक करके स्क्रीन पर दिए गए निर्देशों का पालन करें और अपनी शिकायत दर्ज करें।

DoT का यह प्रयास आम नागरिकों को फर्जी कॉल्स से राहत देने के लिए एक अहम कदम साबित हो रहा है। इसके जरिए जहां एक ओर यूजर्स को सुरक्षा मिल रही है, वहीं दूसरी ओर अनाधिकृत टेलीकॉम गतिविधियों पर भी लगाम लगाई जा रही है।

DoT का आधिकारिक बयान

DoT ने इस कार्रवाई की जानकारी अपने आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) हैंडल के माध्यम से दी है। बयान में स्पष्ट किया गया है कि विभाग लगातार ऐसे नंबरों की निगरानी कर रहा है और भविष्य में भी ऐसे ही अभियान चलते रहेंगे। विभाग का कहना है कि यह केवल शुरुआत है, और आने वाले समय में ऐसे और भी नंबरों को ब्लॉक किया जाएगा जो नियमों का उल्लंघन करते हैं।

आम नागरिकों की भूमिका अहम

इस पूरे ऑपरेशन में आम जनता की भागीदारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चक्षु पोर्टल के माध्यम से बड़ी संख्या में यूजर्स ने फर्जी कॉल्स की शिकायतें दर्ज कराई थीं। इन शिकायतों के आधार पर ही DoT ने विस्तृत जांच कर संबंधित नंबरों को बंद किया।

यह पहल नागरिक जागरूकता और सरकारी तंत्र के बीच समन्वय का बेहतरीन उदाहरण है, जिसमें टेक्नोलॉजी के माध्यम से एक बड़ा बदलाव संभव हुआ है।

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