
सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) के शेयरों में शुक्रवार, 30 मई को जबरदस्त उछाल देखने को मिला। कंपनी के मार्च तिमाही के नतीजे (Q4 Results) निवेशकों की उम्मीदों से कहीं बेहतर रहे। इसका सीधा असर शेयर बाजार में देखने को मिला, जहां शुरुआती कारोबार के दौरान इसके शेयरों ने करीब 13 फीसदी की छलांग लगाई और 74.30 रुपये के स्तर तक पहुंच गए। Renewable Energy सेक्टर की इस प्रमुख कंपनी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि बाजार की अनिश्चितताओं के बीच भी बेहतर प्रदर्शन किया जा सकता है।
चौगुना मुनाफा: तिमाही नतीजों ने उड़ाए होश
सुजलॉन एनर्जी ने वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपना शुद्ध मुनाफा चार गुना तक बढ़ा दिया। जहां पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का लाभ सीमित था, वहीं इस बार यह लाभ तेजी से बढ़कर बाजार विश्लेषकों को भी चौंकाने वाला साबित हुआ। कंपनी की बैलेंस शीट में सुधार, कर्ज में कमी और उत्पादन क्षमता में बढ़ोत्तरी जैसे कई सकारात्मक फैक्टर इस ग्रोथ के पीछे प्रमुख कारण रहे।
विशेषज्ञों के अनुसार, सुजलॉन की बैकवर्ड इंटीग्रेशन रणनीति, लागत नियंत्रण और घरेलू रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में बढ़ती मांग के चलते कंपनी को यह सफलता मिली है।
शेयर प्राइस में उछाल: निवेशकों का भरोसा
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में हाल की तेजी ने निवेशकों का भरोसा और मजबूत किया है। शुक्रवार को बाजार खुलते ही इस शेयर ने 13% की छलांग लगाई और 74.30 रुपये तक पहुंच गया। यह स्तर कंपनी के हालिया प्रदर्शन को देखते हुए आश्चर्यजनक नहीं है।
विश्लेषकों का मानना है कि अगर कंपनी का यही प्रदर्शन जारी रहा तो निकट भविष्य में इसके शेयर 83 रुपये के स्तर को भी पार कर सकते हैं। यह तेजी केवल तिमाही नतीजों की वजह से नहीं बल्कि कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति और सरकार की ओर से Renewable Energy सेक्टर को मिल रहे समर्थन का भी नतीजा है।
एक महीने में 30% की रैली: शेयर बना रिटर्न मशीन
सुजलॉन एनर्जी का यह प्रदर्शन केवल एक दिन का नहीं है। पिछले एक महीने की बात करें तो इस शेयर में करीब 30% की तेजी दर्ज की गई है। यह आंकड़ा दिखाता है कि कंपनी के प्रति बाजार में सकारात्मकता बनी हुई है।
पिछले कुछ वर्षों से संघर्ष कर रही यह कंपनी अब निवेशकों के पोर्टफोलियो में दोबारा जगह बना रही है। मजबूत ऑर्डर बुक, सरकारी नीतियों का समर्थन, और ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ता वैश्विक रुझान सुजलॉन को एक मजबूत दावेदार बना रहे हैं।
ब्रोकरेज हाउस का नजरिया: मिला 83 रुपये तक का टारगेट
प्रमुख ब्रोकरेज फर्म्स ने सुजलॉन एनर्जी को लेकर अपनी रिपोर्ट्स में आशावाद जताया है। कई एक्सपर्ट्स ने इसके शेयर का टारगेट 83 रुपये तक रखा है, जो मौजूदा प्राइस से करीब 12% और ऊपर जा सकता है।
इसके पीछे तर्क यह है कि कंपनी की लागत में कटौती, ऑर्डर बुक की मजबूती, और अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में सरकार की ओर से मिलने वाला प्रोत्साहन आने वाले समय में कंपनी की ग्रोथ को और गति दे सकता है।
निवेशकों के लिए संकेत: बने रहना है या मुनाफा बुक करना?
अब सवाल यह है कि निवेशक इस शेयर में अभी बने रहें या मुनाफा बुक करें? एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर निवेश का मकसद लंबी अवधि का है तो सुजलॉन एनर्जी एक अच्छा विकल्प बन सकता है।
भारत सरकार 2030 तक 500 गीगावॉट Renewable Energy उत्पन्न करने का लक्ष्य लेकर चल रही है, और इस दिशा में सुजलॉन जैसे घरेलू खिलाड़ी अहम भूमिका निभा सकते हैं। कंपनी की मौजूदगी भारत के विभिन्न हिस्सों में है और इसका उत्पादन एवं इंस्टॉलेशन नेटवर्क मजबूत होता जा रहा है।
सुजलॉन एनर्जी बना निवेश का सितारा
मार्च तिमाही में बेहतर प्रदर्शन, शेयर प्राइस में जोरदार उछाल और ब्रोकरेज फर्म्स की सकारात्मक रिपोर्ट्स ने सुजलॉन एनर्जी को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है। एक समय संघर्ष कर रही यह कंपनी अब पुनरुत्थान के मार्ग पर अग्रसर है। अगर कंपनी इसी तरह अपने प्रदर्शन को जारी रखती है और सरकार की Renewable Energy नीति का लाभ उठाती है, तो आने वाले समय में यह शेयर निवेशकों के लिए और भी बड़ा रिटर्न दे सकता है।