
School Holidays की घोषणा का इंतजार खत्म हो गया है। दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग ने ग्रीष्मकालीन अवकाश को लेकर सभी स्कूलों के लिए आधिकारिक आदेश जारी कर दिए हैं। यह फैसला छात्रों और शिक्षकों को एक लंबे सत्र के बाद विश्राम और योजना निर्माण का अवसर देने के उद्देश्य से लिया गया है। आगामी परीक्षा सत्र के बाद यह अवकाश लागू होगा, जिससे सभी विद्यार्थियों को शारीरिक और मानसिक रूप से राहत मिल सकेगी।
1 मई से शुरू होंगी स्कूलों की गर्मी की छुट्टियां
दिल्ली सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, इस वर्ष ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 मई से 15 जून 2025 तक रहेगा। यह अवकाश प्राथमिक से लेकर वरिष्ठ माध्यमिक स्तर तक के सभी शासकीय और गैर-शासकीय स्कूलों पर लागू होगा। वहीं शिक्षकों के लिए छुट्टियों की अवधि 1 मई से 31 मई तक निर्धारित की गई है। इस दौरान न केवल विद्यार्थी बल्कि शिक्षक भी अपने कार्यों से थोड़ी दूरी बनाकर खुद को फिर से ऊर्जा से भर सकेंगे।
परीक्षा सत्र के बाद मिलेगा विश्राम का मौका
सालभर की पढ़ाई और कड़ी मेहनत के बाद, सभी कक्षाओं की परीक्षाएं मई के पहले सप्ताह तक पूरी हो जाएंगी। विशेष रूप से बोर्ड कक्षाओं के छात्रों के लिए यह समय अत्यधिक तनावपूर्ण होता है, और गर्मी की छुट्टियां उन्हें पुनः ऊर्जा प्राप्त करने और भविष्य की योजनाएं बनाने का अवसर प्रदान करेंगी।
अवकाश का उद्देश्य – तैयारी और विश्राम दोनों
ग्रीष्मकालीन अवकाश का उद्देश्य केवल आराम करना नहीं है, बल्कि यह शिक्षकों और स्कूल प्रशासन को नए शैक्षणिक सत्र के लिए बेहतर योजना बनाने का अवसर भी प्रदान करता है। शिक्षक इस अवधि में पाठ्यक्रम (syllabus), नई शिक्षण विधियों और छात्रों के लिए सहायक गतिविधियों की रूपरेखा तैयार कर सकते हैं।
त्यौहारों के लिए भी निर्धारित की गई छुट्टियां
केवल गर्मी की छुट्टियां ही नहीं, बल्कि शिक्षा विभाग ने वर्ष भर के प्रमुख त्यौहारों के लिए भी छुट्टियों की घोषणा कर दी है। दशहरा अवकाश 1 अक्टूबर से 3 अक्टूबर तक रहेगा। दीपावली अवकाश 18 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक घोषित किया गया है, वहीं शीतकालीन अवकाश 31 दिसंबर से 4 जनवरी 2026 तक रहेगा। यह छुट्टियां छात्रों को अपने परिवार के साथ त्योहार मनाने का भरपूर समय देंगी, जिससे सामाजिक और सांस्कृतिक जुड़ाव भी मजबूत होगा।
आदेश सभी स्कूलों पर समान रूप से लागू
दिल्ली सरकार द्वारा जारी यह निर्देश केवल सरकारी स्कूलों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह सभी प्राइवेट (अशासकीय) स्कूलों पर भी समान रूप से लागू होंगे। इससे यह सुनिश्चित होता है कि किसी भी छात्र को अवकाश और विश्राम से वंचित न रखा जाए और पूरे राज्य में एक समान शिक्षा प्रणाली बनी रहे।
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आगामी सत्र के लिए शिक्षकों की रणनीति
छुट्टियों के दौरान शिक्षकों को समय मिलता है कि वे आगामी सत्र के लिए रणनीति बना सकें। इसमें नया पाठ्यक्रम तैयार करना, डिजिटल लर्निंग टूल्स की योजना बनाना, और छात्रों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप पढ़ाई की पद्धति में बदलाव करना शामिल है। यह समय शिक्षकों के व्यावसायिक विकास और शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए अत्यंत उपयोगी होता है।
विद्यार्थियों के लिए पुनः ऊर्जावान बनने का समय
ग्रीष्मकालीन अवकाश छात्रों के लिए न केवल विश्राम का समय है, बल्कि यह रचनात्मकता और मानसिक विकास के लिए भी एक बेहतरीन अवसर है। इस समय का सदुपयोग कर छात्र नई रुचियों को विकसित कर सकते हैं, जैसे रीडिंग, क्रिएटिव राइटिंग, या फिर किसी स्पोर्ट्स एक्टिविटी में भाग लेना। यह अवकाश उन्हें अगले सत्र के लिए तैयार करने में मदद करता है।