
Google ने अपनी नई Pixel Watch 3 के साथ हेल्थ टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने इसमें लॉस ऑफ पल्स डिटेक्शन (Loss of Pulse Detection) नाम का एक नया फीचर जोड़ा है, जो सीधे-सीधे इंसानों की जान बचाने का काम करेगा। खास बात यह है कि जैसे ही व्यक्ति की धड़कन बंद होती है या नब्ज नहीं चलती, यह स्मार्टवॉच खुद-ब-खुद इमरजेंसी सर्विस को अलर्ट भेज देती है।
अमेरिका में शुरू, अब यूरोप के बाहर भी मिलेगा लाभ
Google ने इस लाइफसेविंग फीचर को सबसे पहले अमेरिका में रोलआउट किया है। इससे पहले यह सुविधा सिर्फ यूरोपीय बाजारों तक ही सीमित थी। यह फीचर खासकर उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है जो हृदय रोगों या अचानक कार्डियक अरेस्ट जैसी स्थितियों से जूझते हैं। Pixel Watch 3 अब न सिर्फ आपकी हेल्थ की निगरानी करती है, बल्कि जरूरत पड़ने पर मदद भी बुला सकती है।
कैसे काम करता है Loss of Pulse Detection फीचर?
यह नया फीचर वॉच में मौजूद ऑप्टिकल हार्ट रेट सेंसर का इस्तेमाल करता है। जैसे ही यह सेंसर यह पहचानता है कि यूज़र की नब्ज नहीं चल रही है, और कुछ सेकेंड तक कोई प्रतिक्रिया नहीं हो रही, यह वॉच तुरंत आपातकालीन सेवाओं (Emergency Services) को अलर्ट कर देती है। यह खासकर गंभीर हृदय स्थितियों के समय बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है।
हेल्थ-टेक और स्मार्टवॉच का बढ़ता इंटीग्रेशन
हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी (Healthcare Technology) और वियरेबल डिवाइसेज़ (Wearable Devices) का बढ़ता मेल अब सिर्फ फिटनेस ट्रैकिंग तक सीमित नहीं है। Google की इस पहल ने यह साबित कर दिया है कि स्मार्टवॉच अब एक पर्सनल हेल्थ गार्ड के रूप में काम कर सकती हैं। इससे पहले Apple और Samsung जैसी कंपनियां भी फॉल डिटेक्शन और ईसीजी-ECG मॉनिटरिंग जैसी सुविधाएं दे चुकी हैं, लेकिन लॉस ऑफ पल्स डिटेक्शन एक अलग ही लेवल की सुविधा है।
क्या यह फीचर भारत में आएगा?
फिलहाल Google ने इस फीचर को अमेरिका में ही रोलआउट किया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इसे भारत और अन्य देशों में भी उपलब्ध कराया जाएगा। भारत जैसे देशों में जहां हृदय संबंधी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, वहां इस प्रकार की तकनीक लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभा सकती है।
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वॉच खुद लगाएगी कॉल, लोकेशन भी करेगी शेयर
जैसे ही लॉस ऑफ पल्स डिटेक्शन एक्टिव होता है, Pixel Watch 3 खुद-ब-खुद न केवल आपातकालीन नंबर पर कॉल करती है, बल्कि यूज़र की लोकेशन डेटा भी शेयर करती है। इसका मतलब यह है कि किसी भी प्रकार की मेडिकल इमरजेंसी में समय रहते एम्बुलेंस या डॉक्टर की मदद पहुंचाई जा सकती है। यह फीचर खासतौर पर उन बुजुर्गों या अकेले रहने वाले लोगों के लिए बेहद उपयोगी हो सकता है।
यूज़र्स को मिल रहा पॉजिटिव रिस्पॉन्स
अमेरिका में इसे लॉन्च करने के बाद Google को यूज़र्स से बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। कई लोगों ने इसे जान बचाने वाला फीचर बताया है। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि आने वाले समय में इस तरह की टेक्नोलॉजी से मौत के मामलों को कम किया जा सकता है।
तकनीक के साथ बढ़ेगी सुरक्षा की भावना
लॉस ऑफ पल्स डिटेक्शन जैसे फीचर से अब लोग खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे। स्मार्टवॉच अब सिर्फ एक गैजेट नहीं, बल्कि एक हेल्थ असिस्टेंट बनती जा रही है। Pixel Watch 3 ने यह दिखा दिया है कि अगर तकनीक का सही इस्तेमाल हो, तो यह इंसानी जीवन को बेहतर और सुरक्षित बना सकती है।