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सरकारी स्कूलों में 31 मई से गर्मी की छुट्टियाँ! जानें कितने दिन का रहेगा ब्रेक

तेज़ गर्मी से राहत पाने के लिए शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है! खगड़िया जिले के सभी सरकारी स्कूल 31 मई से बंद हो जाएंगे और पूरे 20 दिन की ग्रीष्मावकाश की घोषणा कर दी गई है। जानिए कब तक स्कूल रहेंगे बंद, कब दोबारा खुलेंगे और क्या इस छुट्टी का असर पढ़ाई पर पड़ेगा? पूरी जानकारी आगे पढ़ें।

By Saloni uniyal
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खगड़िया में ग्रीष्मावकाश (Summer Vacation) की तिथि तय कर दी गई है। जिले के सभी सरकारी स्कूलों—प्राइमरी, मिडिल, माध्यमिक और प्लस टू स्कूलों में 2 जून 2025 से ग्रीष्मावकाश की शुरुआत होगी। 31 मई को पढ़ाई के बाद सभी स्कूलों में छुट्टियां प्रभावी मानी जाएंगी। यह अवकाश कुल 20 दिनों का होगा, जिसके तहत शिक्षकों और विद्यार्थियों को तेज़ गर्मी से राहत मिलेगी।

सरकारी स्कूलों में 31 मई से गर्मी की छुट्टियाँ! जानें कितने दिन का रहेगा ब्रेक
सरकारी स्कूलों में 31 मई से गर्मी की छुट्टियाँ! जानें कितने दिन का रहेगा ब्रेक

जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) अमरेन्द्र कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार, जिले के सभी राजकीय स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियां 31 मई तक संचालित की जाएंगी और इसके बाद दो जून से अवकाश प्रभावी होगा।

ग्रीष्मकालीन लू और गर्म हवाओं को देखते हुए लिया गया फैसला

बिहार में मई-जून के महीनों में तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है। खगड़िया जिले में भी इन दिनों तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। गर्मी की छुट्टी की यह अवधि विद्यार्थियों और शिक्षकों को राहत प्रदान करेगी, जिससे वे बेहतर ढंग से आगामी शिक्षण सत्र की तैयारी कर सकें।

इस आदेश के साथ ही जिला शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन को निर्देशित किया है कि 31 मई को अंतिम बार शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन करते हुए समर ब्रेक (Summer Break) के बारे में छात्रों और अभिभावकों को सूचित किया जाए।

अवकाश के दौरान नहीं होंगे कोई भी शैक्षणिक या गैर-शैक्षणिक कार्यक्रम

ग्रीष्मावकाश के दौरान स्कूल परिसर में किसी प्रकार की कोचिंग, प्रशिक्षण या मीटिंग नहीं होगी। यह अवकाश पूर्णतः लागू रहेगा और किसी भी शिक्षक या कर्मचारी को अनावश्यक रूप से विद्यालय में उपस्थित नहीं होना होगा। डीईओ ने यह भी स्पष्ट किया कि इस दौरान सभी शैक्षणिक सामग्री का संकलन, रिपोर्ट संकलन या अन्य प्रशासनिक कार्य पहले ही निपटा लिए जाएं।

छात्रों को भी यह सलाह दी गई है कि वे इस अवकाश अवधि में घर पर रहकर पाठ्यपुस्तकों की पुनरावृत्ति करें ताकि जब स्कूल दोबारा खुलें, तो वे पुनः गति पकड़ सकें।

शिक्षकों को अवकाश के पहले सभी रिपोर्ट और योजना जमा करने का निर्देश

खगड़िया के डीईओ अमरेन्द्र कुमार ने स्कूल प्रमुखों को यह निर्देश दिया है कि 31 मई तक सभी मासिक रिपोर्ट, उपस्थिति विवरण, मध्यान्ह भोजन (Mid-day Meal) का लेखा-जोखा तथा आने वाले सत्र के लिए शिक्षण योजना तैयार कर ली जाए। शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी आवश्यक दस्तावेज या जानकारी की कमी न रहे, ताकि अवकाश के बाद कार्य सुचारु रूप से आरंभ हो सके।

प्लस टू स्तर के स्कूलों में परीक्षा तैयारी पर असर नहीं

प्लस टू (Plus Two) स्तर के कई विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश की घोषणा के साथ ही परीक्षाओं की तैयारी के लिए रणनीति बनाई जा रही है। कई स्कूलों ने पहले ही जून में होने वाली परीक्षा की रूपरेखा अप्रैल में तैयार कर ली थी। अब अवकाश के दौरान शिक्षकों द्वारा छात्रों को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स या व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से मार्गदर्शन दिए जाने की योजना पर काम किया जा रहा है।

ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में छात्रों और अभिभावकों को दी गई विशेष सूचना

खगड़िया जिले के ग्रामीण इलाकों में स्थित सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को यह निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों को अवकाश से पहले पूरी जानकारी दें। कई बार सूचना के अभाव में छात्र अवकाश के दौरान भी विद्यालय आ जाते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों के अभिभावकों से संवाद स्थापित कर उन्हें छुट्टियों की स्पष्ट जानकारी दें।

स्कूलों के पुनः खुलने की संभावित तिथि 21 जून

20 दिनों के ग्रीष्मावकाश के बाद खगड़िया जिले के सभी सरकारी स्कूल 21 जून 2025 को पुनः खुलेंगे। हालांकि यदि मौसम में अत्यधिक गर्मी बनी रहती है या आपातकालीन स्थिति उत्पन्न होती है, तो अवकाश की अवधि बढ़ाई भी जा सकती है। लेकिन फिलहाल शिक्षा विभाग की योजना के अनुसार 21 जून से नियमित कक्षाएं पुनः आरंभ होंगी।

शिक्षा विभाग ने किया स्पष्ट—ग्रीष्मावकाश के दौरान कोई आईपीओ-IPO क्लास या प्रशिक्षण शिविर नहीं

शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि अवकाश अवधि में किसी भी प्रकार के स्पेशल क्लास, आईपीओ-IPO प्रशिक्षण सत्र या रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy आधारित प्रोजेक्ट क्लासेस का संचालन नहीं होगा। डीईओ कार्यालय ने स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिया है कि वे इस नियम का कठोरता से पालन करें और यदि किसी स्कूल में इसकी अवहेलना होती है, तो विभागीय कार्रवाई तय होगी।

समर ब्रेक में भी शिक्षकों से अपेक्षा—छात्रों को दें ऑनलाइन मार्गदर्शन

हालांकि स्कूल पूरी तरह से बंद रहेंगे, लेकिन शिक्षकों से अपेक्षा की जा रही है कि वे आवश्यकता पड़ने पर छात्रों से ऑनलाइन संपर्क में रहें। विशेष रूप से 10वीं और 12वीं के छात्रों को मार्गदर्शन देना जरूरी होगा ताकि वे आने वाले बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी में पिछड़ न जाएं। इसके लिए शिक्षकों को डिजिटल माध्यमों का प्रयोग करने की सलाह दी गई है।

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