
PM Awas Yojana एक सरकारी योजना है जिसका उद्देश्य देश के सभी नागरिकों को पक्का घर उपलब्ध कराना है। इस स्कीम के जरिए केंद्र सरकार उन लोगों को आर्थिक सहायता देती है, जो खुद का घर नहीं बना सकते। अगर आपने भी PM Awas Yojana-Gramin के तहत आवेदन किया है, तो 2025 की लाभार्थी सूची में अपना नाम चेक करना आपके लिए बेहद जरूरी है। इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि इस योजना का लाभ किन्हें मिलता है, कितनी रकम मिलती है, जरूरी दस्तावेज क्या हैं और सूची में नाम चेक करने की प्रक्रिया क्या है।
प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत और उद्देश्य
प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत 1996 में इंदिरा आवास योजना के नाम से हुई थी। 2016 में इसे नए रूप में लॉन्च किया गया और इसे PM Awas Yojana-Gramin (PMAY-G) कहा गया। योजना का संचालन आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा किया जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में रहने वाले गरीब और जरूरतमंद लोगों को पक्का मकान उपलब्ध कराना है। सरकार इस योजना के तहत आर्थिक सहायता सीधे लाभार्थी के आधार से लिंक बैंक खाते में भेजती है।
किसे मिलता है प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ?
इस योजना के तहत वे सभी लोग पात्र माने जाते हैं जो पक्के मकान में नहीं रहते या जिनके पास रहने योग्य घर नहीं है। अगर आप कच्चे मकान में रहते हैं, झोपड़ी में गुजर-बसर करते हैं, बेघर हैं या भीख मांगकर गुजारा करते हैं, तो आप इस स्कीम के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा सफाईकर्मी, कूड़ा उठाने वाले, जनजातीय समुदाय के लोग और बंधुआ मजदूरी से मुक्त किए गए नागरिक भी इस योजना के पात्र हैं।
घर बनाने के लिए कितनी मिलती है आर्थिक सहायता?
PMAY-G के तहत सरकार मैदानी इलाकों में प्रति यूनिट ₹1,20,000 की आर्थिक सहायता देती है। वहीं, पहाड़ी इलाकों, हिमालय क्षेत्र, पूर्वोत्तर राज्य और जम्मू-कश्मीर में यह राशि ₹1,30,000 प्रति यूनिट है। इसके अतिरिक्त लाभार्थी को ₹70,000 तक 3% ब्याज पर लोन लेने की सुविधा मिलती है, साथ ही ₹2 लाख तक के मूलधन पर सब्सिडी भी मिल सकती है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत ₹12,000 टॉयलेट निर्माण के लिए अतिरिक्त रूप से मिलते हैं।
अन्य योजनाओं से क्या मिलती हैं सुविधाएं?
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने वाले व्यक्ति को अन्य योजनाओं का भी लाभ मिलता है। जैसे – मनरेगा (MGNREGA) के तहत 95 दिनों का रोजगार, उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त LPG कनेक्शन, पीने के पानी की सुविधा और बिजली कनेक्शन जैसी बुनियादी आवश्यकताएं भी सरकार द्वारा दी जाती हैं।
योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
इस योजना के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेजों की जरूरत होती है जैसे कि:
- आधार कार्ड की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी
- मनरेगा जॉब कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- SBM नंबर
- शपथपत्र जिसमें लिखा हो कि आपके पास कोई पक्का घर नहीं है
- पासपोर्ट साइज फोटो और अंगूठे का निशान
ऑनलाइन कैसे करें आवेदन?
अगर आप प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो https://pmayg.nic.in/netiayHome/home.aspx पर जाएं। यहां पर अपनी पर्सनल डिटेल जैसे नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर भरें और Consent अपलोड करें। इसके बाद “Click to Register” पर क्लिक करके जरूरी जानकारी जैसे बैंक डिटेल, लोन आवश्यकता, MGNREGA जॉब कार्ड और SBM नंबर भरें और आवेदन को सबमिट करें।
मोबाइल ऐप से कैसे करें आवेदन?
मोबाइल यूजर्स के लिए Awaasplus 2024 survey App उपलब्ध है। ऐप खोलें और अपनी भाषा चुनें। Self Survey ऑप्शन चुनें, आधार नंबर डालें और Authenticate करें। आधार की डीटेल भरने के बाद लोकेशन, जॉब कार्ड नंबर, बैंक की जानकारी दें और सबमिट बटन दबाएं। आवेदन सफलतापूर्वक जमा होने के बाद आपको एक रेफरेंस नंबर मिलेगा।
योजना की प्राथमिकता कैसे तय होती है?
PMAY-G में प्राथमिकता उन लोगों को दी जाती है जो सबसे अधिक वंचित हैं। SC/ST, अल्पसंख्यक और कमजोर वर्ग के लोग पहले आते हैं। इसके बाद वे लोग जिनके पास कोई घर नहीं है, फिर जिनके घरों में 0, 1 या 2 कमरे हैं। इसके अलावा परिवार में बुजुर्गों, महिलाओं और वयस्कों की संख्या के आधार पर भी प्राथमिकता तय होती है।
योजना की राशि कितनी किस्तों में मिलती है?
जैसे ही आपका नाम सूची में आ जाता है, आपको रजिस्टर्ड मोबाइल पर सूचना भेजी जाती है। इसके 7 दिनों के अंदर पहली किस्त आपके बैंक खाते में भेज दी जाती है। पूरी रकम अधिकतम 5 किस्तों में दी जाती है।
कैसे चेक करें 2025 की PMAY-G लिस्ट में अपना नाम?
रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपको एक रेफरेंस नंबर मिलता है, जिसकी मदद से https://pmayg.nic.in/netiayHome/home.aspx पर जाकर आप Beneficiary Section में अपना नाम और स्टेटस देख सकते हैं। यदि आपके पास रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं है, तब भी आप रिपोर्ट सेक्शन में जाकर राज्य, जिला, ब्लॉक, गांव जैसी जानकारी भरकर सूची में अपना नाम चेक कर सकते हैं।