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Board Exam: छात्रों के लिए खुशखबरी! बोर्ड एग्जाम में नंबर लाना होगा आसान! अब साल में दो बार मिलेगा मौका – जानें बड़ा फायदा

सीबीएसई छात्रों के लिए खुशखबरी! अब 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। क्या यह बदलाव आपके लिए फायदेमंद होगा? जानिए परीक्षा पैटर्न, नए नियम और छात्रों को मिलने वाले बेहतरीन अवसरों के बारे में पूरी जानकारी!

By Saloni uniyal
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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय अब सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को साल में दो बार आयोजित करने की योजना बना रहा है। इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की। इस बैठक में स्कूली शिक्षा के सचिव, सीबीएसई के अध्यक्ष, मंत्रालय के अधिकारी और सीबीएसई बोर्ड के अन्य महत्वपूर्ण सदस्य शामिल हुए।

बैठक में वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षा कराने के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की गई। मंत्रालय के अनुसार, इस प्रस्ताव को जल्द ही सार्वजनिक परामर्श के लिए पेश किया जाएगा ताकि सभी हितधारकों से सुझाव लिए जा सकें।

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छात्रों के लिए तनाव मुक्त परीक्षा प्रणाली

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि परीक्षा के दौरान छात्रों के तनाव को कम करना सरकार की प्राथमिकता है। परीक्षा सुधार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इस नई योजना के तहत छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देने का अवसर मिलेगा, जिससे वे अपनी तैयारी को बेहतर बना सकेंगे और यदि पहली परीक्षा में उनका प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप न हो, तो दूसरी परीक्षा में इसे सुधार सकेंगे।

मंत्री ने यह भी बताया कि यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के प्रमुख प्रावधानों को लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे छात्रों के बीच परीक्षा का डर कम होगा और वे अपनी कमजोरियों को समय रहते दूर कर सकेंगे।

साल में दो बार बोर्ड परीक्षा, अनिवार्य नहीं

इस नई परीक्षा प्रणाली के अंतर्गत 10वीं और 12वीं के छात्रों को दो बार परीक्षा देने का विकल्प मिलेगा। हालांकि, यह अनिवार्य नहीं होगा। छात्र अपनी सुविधा के अनुसार या तो दोनों परीक्षाएं दे सकते हैं या फिर किसी एक परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।

जेईई मेन परीक्षा की तर्ज पर सीबीएसई भी इस प्रणाली को अपनाने जा रहा है, जहां परीक्षाओं के बीच कुछ महीनों का निश्चित अंतराल रहेगा। इससे छात्रों को अपनी कमियों को दूर करने और बेहतर प्रदर्शन करने का एक और मौका मिलेगा।

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छात्रों को मिलेगा दोबारा मौका

यदि कोई छात्र पहली परीक्षा में अपनी उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाता, तो वह उसी वर्ष दूसरी परीक्षा में शामिल होकर अपने अंकों को सुधार सकता है। यह पूरी तरह से चॉइस-बेस्ड सिस्टम होगा, जिससे छात्रों को अधिक अवसर मिलेंगे।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह बदलाव उन छात्रों के लिए वरदान साबित होगा जो एक ही प्रयास में अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाते थे। अब उनके पास अपनी गलतियों को सुधारने और अच्छा स्कोर करने का दूसरा मौका रहेगा।

परीक्षा पैटर्न में भी होंगे बड़े बदलाव

इस योजना के साथ ही सीबीएसई परीक्षा के पैटर्न में भी बदलाव किया जाएगा। नई परीक्षा प्रणाली में एनालिटिकल और कॉन्सेप्ट बेस्ड प्रश्नों की संख्या बढ़ाई जाएगी, जिससे छात्रों की समझ और तर्कशक्ति का सही आकलन हो सके।

विशेषज्ञों के मुताबिक, अब परीक्षा में बहुविकल्पीय (MCQ) और शॉर्ट आंसर टाइप के सवालों की संख्या बढ़ाई जाएगी। लगभग 50% प्रश्न एमसीक्यू और 1-2 अंकों के प्रश्नों के रूप में होंगे। इसका उद्देश्य छात्रों को केवल रटने की बजाय विषय की गहरी समझ विकसित करना है।

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विषय चयन में भी मिलेगा लचीलापन

बोर्ड परीक्षाओं के अलावा, 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए विषय चयन की स्वतंत्रता भी दी जाएगी। अब छात्रों को पारंपरिक स्ट्रीम (विज्ञान, वाणिज्य, कला) तक सीमित नहीं रहना पड़ेगा, बल्कि वे अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चयन कर सकेंगे।

शिक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव

शिक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह बदलाव छात्रों की शिक्षा प्रणाली को आधुनिक और व्यावहारिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। इसके जरिए न केवल परीक्षा संबंधी दबाव कम होगा, बल्कि छात्रों को अपनी प्रतिभा निखारने के अधिक अवसर भी मिलेंगे।

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