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दुनिया के इन देशों में ZERO इनकम टैक्स! सैलरी का पूरा पैसा ले जाते हैं लोग घर

दुनिया के कुछ देश ऐसे हैं जहां नागरिकों को अपनी आमदनी का एक भी हिस्सा टैक्स में नहीं देना पड़ता! जानिए कौन से हैं ये देश, सरकारें बिना आयकर के कैसे चलाती हैं अपनी अर्थव्यवस्था और क्या आपको भी वहां बसने का मौका मिल सकता है?

By info@newzoto.com
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दुनिया के इन देशों में ZERO इनकम टैक्स! सैलरी का पूरा पैसा ले जाते हैं लोग घर

दुनिया के कई देशों में सरकार की आमदनी का मुख्य स्रोत इनकम टैक्स होता है, लेकिन कुछ ऐसे भी देश हैं जहां नागरिकों पर इनकम टैक्स का बोझ नहीं डाला जाता। ये देश अपनी अर्थव्यवस्था को मुख्य रूप से इनडायरेक्ट टैक्स और प्राकृतिक संसाधनों से प्राप्त राजस्व पर निर्भर रखते हैं।

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सऊदी अरब, तेल संपदा का सहारा

सऊदी अरब एक ऐसा देश है जहां नागरिकों को इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता। देश की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से तेल निर्यात पर निर्भर है, जिससे सरकार को बड़ा राजस्व प्राप्त होता है। हालांकि, सरकार इनडायरेक्ट टैक्स जैसे वैल्यू एडेड टैक्स (VAT) और कस्टम ड्यूटी के माध्यम से धन जुटाती है। इसके चलते देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी रहती है और नागरिकों पर प्रत्यक्ष कर का बोझ नहीं पड़ता।

संयुक्त अरब अमीरात (UAE)

यूएई भी उन देशों में से एक है जहां लोगों को अपनी कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता। यहाँ सरकार अपनी आय का बड़ा हिस्सा वैट, एक्साइज ड्यूटी और टूरिज्म से प्राप्त करती है। दुबई और अबू धाबी जैसे शहरों की अर्थव्यवस्था पर्यटन, रियल एस्टेट और व्यापार पर आधारित है, जिससे सरकार को पर्याप्त राजस्व प्राप्त होता है। यही कारण है कि यहां के नागरिक और प्रवासी टैक्स फ्री जीवन जीते हैं।

कुवैत: तेल से समृद्ध देश

कुवैत भी एक ऐसा देश है जहां आयकर नहीं वसूला जाता। यह देश दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादक देशों में शामिल है और अपनी अधिकांश आमदनी तेल निर्यात से प्राप्त करता है। सरकार को कर वसूली की आवश्यकता नहीं होती क्योंकि तेल राजस्व से ही देश की वित्तीय जरूरतें पूरी हो जाती हैं।

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बहरीन: व्यापार और बैंकिंग का हब

बहरीन में भी आयकर नहीं लिया जाता। यह देश मुख्य रूप से बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं के लिए जाना जाता है। यहां की सरकार वस्तुओं और सेवाओं पर कर लगाकर राजस्व एकत्र करती है, जिससे व्यापारियों और निवेशकों को फायदा होता है।

द बहामास: पर्यटन और विदेशी निवेश का प्रभाव

द बहामास वेस्टर्न हेमिस्फीयर का एक ऐसा देश है जहां आयकर नहीं लिया जाता। यहां की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन और विदेशी निवेश पर निर्भर करती है। सरकार की आय का बड़ा हिस्सा होटल, रिसॉर्ट और पर्यटन उद्योग से प्राप्त होता है।

ओमान: प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भरता

ओमान भी एक ऐसा देश है जहां लोगों को अपनी कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता। यह देश भी अपनी अर्थव्यवस्था को तेल और गैस के निर्यात से चलाता है। सरकार ने इनडायरेक्ट टैक्स और अन्य शुल्कों के माध्यम से आवश्यक वित्तीय संसाधन जुटाने का प्रबंध किया है।

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कतर: अमीरों का देश

कतर में भी आयकर नहीं लिया जाता। यह देश भी तेल और प्राकृतिक गैस के निर्यात पर निर्भर है। यहां रहने वाले लोग बेहद संपन्न होते हैं, जिससे सरकार को कर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। कतर की सरकार विभिन्न शुल्कों और सेवाओं पर कर लगाकर राजस्व अर्जित करती है।

इन देशों में देना पड़ता है भारी इनकम टैक्स

दूसरी ओर, दुनिया में कुछ ऐसे देश भी हैं जहां इनकम टैक्स की दरें बहुत अधिक हैं। उदाहरण के लिए, फिनलैंड में लगभग 60% तक इनकम टैक्स लिया जाता है, हालांकि वहां के नागरिकों को बेहतरीन स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाएं मिलती हैं। जापान, डेनमार्क और ऑस्ट्रिया में भी इनकम टैक्स की दरें 50-55% के बीच होती हैं।

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