![बैंक खाते के नए नियम 2025: कैश जमा-निकासी की लिमिट बदली, जानें TDS और GST पर बड़ा अपडेट!](https://newzoto.com/wp-content/uploads/2025/02/new-bank-account-rules-2025-1024x576.jpg)
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 1 फरवरी 2025 से बैंक खातों के संचालन को लेकर कुछ नए नियम लागू किए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली को अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और सुचारु बनाना है। अगर आप बैंक खाताधारक हैं, तो इन नए नियमों को समझना आपके लिए अत्यंत आवश्यक है। यह लेख आपको 2025 में लागू होने वाले बैंक खाता संचालन और उनसे जुड़े नए नियमों की विस्तृत जानकारी देगा।
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कैश जमा और निकासी की सीमाएं
नए नियमों के तहत, बैंक खाताधारकों को कैश जमा और निकासी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तनों का सामना करना पड़ेगा। यदि कोई व्यक्ति अपने खाते में ₹50,000 से अधिक नकद जमा करता है, तो उसे अपने पैन कार्ड (PAN) की जानकारी देना अनिवार्य होगा।
कैश निकासी के लिए एटीएम से प्रतिदिन ₹50,000 तक की सीमा तय की गई है। हालांकि, बैंक शाखा से अधिक राशि निकाली जा सकती है, लेकिन इसके लिए अतिरिक्त पहचान प्रमाण देना आवश्यक होगा।
न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकताएँ
न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने से संबंधित नियम भी अपडेट किए गए हैं। विभिन्न बैंकों के लिए नई न्यूनतम बैलेंस आवश्यकताएँ इस प्रकार हैं:
- SBI: ₹5000
- PNB: ₹3500
- केनरा बैंक: ₹2500
यदि खाताधारक अपने खाते में निर्धारित न्यूनतम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो उन्हें जुर्माने का भुगतान करना पड़ सकता है।
टीडीएस (TDS) के नए नियम
अगर आपकी वार्षिक ब्याज आय एक निश्चित सीमा से अधिक है, तो बैंक टीडीएस काटेगा।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा ₹50,000 रखी गई है।
- अन्य व्यक्तियों के लिए यह सीमा ₹40,000 तय की गई है।
यदि बैंक में पैन कार्ड दर्ज नहीं किया गया है, तो टीडीएस की कटौती की दर 20% होगी। हालांकि, यदि आपकी वार्षिक आय कर योग्य सीमा से कम है, तो आप फॉर्म 15G/15H भरकर टीडीएस से छूट प्राप्त कर सकते हैं।
जीएसटी (GST) के नए नियम
बैंकिंग सेवाओं पर लगने वाले जीएसटी नियमों में भी कुछ परिवर्तन किए गए हैं। अब बैंक निम्नलिखित सेवाओं पर 18% जीएसटी लगाएंगे:
- एटीएम से पैसे निकालना (निःशुल्क लेनदेन की सीमा के बाद)
- चेकबुक जारी करवाना
- अन्य बैंकिंग शुल्क
निष्क्रिय और डॉरमेंट खाते
यदि कोई बैंक खाता 12 महीने तक निष्क्रिय रहता है, तो उसे निष्क्रिय खाता (Inactive Account) माना जाएगा। 24 महीने तक बिना किसी लेन-देन के रहने पर यह डॉरमेंट अकाउंट (Dormant Account) की श्रेणी में आ जाएगा।
डॉरमेंट खाते को पुनः सक्रिय करने के लिए खाताधारक को बैंक जाकर अपनी केवाईसी (KYC) जानकारी अपडेट करनी होगी और एक सक्रियण फॉर्म भरना होगा। यदि खाता लंबे समय तक निष्क्रिय रहता है, तो बैंक इसे बंद भी कर सकता है।
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केवाईसी (KYC) अपडेट
आरबीआई ने सभी बैंक खाताधारकों के लिए केवाईसी अपडेट अनिवार्य कर दिया है। हर दो साल में केवाईसी जानकारी को अपडेट करना आवश्यक होगा, जिससे बैंकिंग धोखाधड़ी को रोका जा सके।
नॉमिनी (Nominee) नियम
अब बैंक खाताधारक अपने खाते में अधिकतम चार नॉमिनी नामित कर सकते हैं। यह परिवर्तन खाताधारकों को अपनी संपत्ति को बेहतर तरीके से सुरक्षित करने की सुविधा प्रदान करेगा।