ब्रेकिंग न्यूज

RBI ने लगाया था इस बैंक से पैसे निकालने पर बैन, निकला 122 करोड़ का स्‍कैम!

बैंक पर लगा बड़ा प्रतिबंध! जमाकर्ताओं में हड़कंप, निकासी पर रोक और लोन पर पाबंदी! आखिर क्या है पूरा मामला? क्या आपके पैसे भी खतरे में हैं? जानिए इस घोटाले की पूरी कहानी!

By Saloni uniyal
Published on

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एक और सहकारी बैंक पर सख्त कार्रवाई की है, जिससे हजारों ग्राहकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस प्रतिबंध के तहत, बैंक के खाताधारकों को अपने खातों से एक भी रुपया निकालने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही, बैंक को किसी भी प्रकार का नया ऋण जारी करने से भी रोक दिया गया है। हालांकि, बैंक को अपने पुराने ऋणों की वसूली करने का अधिकार दिया गया है।

यह भी देखें- RBI FD Rules: FD के नियमों में RBI किया बदलाव, फिक्स्ड डिपॉजिट करने वालों को बल्ले-बल्ले

ग्राहकों में दहशत, बैंक शाखाओं के बाहर लगी भीड़

जैसे ही यह खबर बैंक ग्राहकों तक पहुंची, वे बड़ी संख्या में अपनी जमा राशि को लेकर चिंता व्यक्त करने लगे। कई ग्राहक बैंक की शाखाओं के बाहर एकत्र हो गए और अपनी बचत को लेकर चिंता प्रकट करने लगे।

मुंबई पुलिस करेगी जांच

इस मामले की जांच मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को सौंपी गई है। आरबीआई ने बैंक की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताते हुए यह कदम उठाया है। आरबीआई के अनुसार, बैंक की नकदी प्रवाह (लिक्विडिटी) की स्थिति अस्थिर हो गई थी, जिसके चलते यह प्रतिबंध लगाए गए हैं। हालांकि, बैंक में नए फंड जमा करने पर किसी प्रकार की रोक नहीं है।

ग्राहकों के पैसे का क्या होगा?

मार्च 2024 तक इस बैंक में कुल 2,436 करोड़ रुपये की जमा राशि थी। जमाकर्ताओं को जमा बीमा योजना (Deposit Insurance Scheme) के तहत अधिकतम 5 लाख रुपये तक का बीमा क्लेम करने का अधिकार होगा। ग्राहकों को जल्द से जल्द अपने दावे संबंधित बैंक में जमा करने की सलाह दी गई है।

यह भी देखें- RBI का बड़ा फैसला! सिबिल स्कोर के लिए नए 6 नियम लागू, 1 तारीख से बदल जाएंगे लोन के नियम

क्यों हुई यह कार्रवाई?

भारतीय रिजर्व बैंक ने इस बैंक की वित्तीय स्थिति की जांच के बाद पाया कि इसकी लिक्विडिटी की स्थिति अस्थिर थी। इसके कारण आरबीआई ने बैंक की सभी जमा सेवाओं पर रोक लगा दी है। इस कदम का उद्देश्य जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा करना है।

मुंबई में बैंक की शाखाएँ

मुंबई में इस सहकारी बैंक की कई शाखाएँ मौजूद हैं, जिनमें अंधेरी, बांद्रा, बोरीवली, चेंबूर, घाटकोपर, गिरगांव, गोरेगांव, नरीमन प्वाइंट, कांदिवली, मालाड, मुलुंड, सांताक्रूज और वर्सोवा प्रमुख हैं। मुंबई के अलावा, यह बैंक नवी मुंबई, ठाणे, पालघर, पुणे और सूरत में भी अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहा था।

122 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप

इस मामले में बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी पर 122 करोड़ रुपये के रिजर्व फंड के गबन का आरोप लगाया गया है। बैंक के कार्यवाहक सीईओ की शिकायत पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मुंबई पुलिस के अनुसार, अधिकारी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बैंक की गोरेगांव और प्रभादेवी शाखाओं में हेरफेर की थी। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 316(5) और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

यह भी देखें- RBI का सख्त एक्शन! इस बैंक का लाइसेंस रद्द, क्या इसमें आपका खाता है?

आगे क्या होगा?

मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा इस मामले की गहन जांच करेगी। बैंक के ग्राहकों को फिलहाल यह सलाह दी जा रही है कि वे जल्द से जल्द जमा बीमा योजना के तहत अपना दावा करें।

Leave a Comment