
कर्नाटक में महंगाई का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) के नम्मा मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी के बाद अब राज्य में दूध की कीमतों में भी इजाफा होने की संभावना है। सरकार Milk Price Hike के तहत दूध के दाम में 5 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ाने पर विचार कर रही है, जिससे बेंगलुरु समेत पूरे कर्नाटक की आम जनता पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है।
जल्द हो सकती है दूध की कीमतों में बढ़ोतरी
कर्नाटक के पशुपालन मंत्री के वेंकटेश ने विधान परिषद में बताया कि डेयरी किसानों की बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार दूध की कीमतों में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार नई कीमतें लागू करने से पहले किसानों की जरूरतों और उपभोक्ताओं के हितों दोनों के बीच संतुलन बनाए रखने का प्रयास कर रही है। हालांकि, Milk Price Hike पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ चर्चा के बाद ही लिया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक में प्रमुख दूध आपूर्तिकर्ता नंदिनी दूध की कीमत 44 रुपए प्रति लीटर से बढ़कर 47 रुपए प्रति लीटर तक हो सकती है। इससे आम उपभोक्ताओं को अधिक खर्च करना पड़ेगा।
दूध की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
पिछले वर्ष जून 2023 में भी कर्नाटक में दूध की कीमतों में वृद्धि हुई थी, जब कर्नाटक सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ (KMF) ने प्रति लीटर दूध के दाम में 2 रुपए की बढ़ोतरी की थी। उससे पहले जुलाई 2023 में राज्य सरकार ने 3 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी को मंजूरी दी थी, जबकि KMF ने 5 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने की मांग की थी।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उस दौरान कहा था कि कर्नाटक में दूध की कीमतें अभी भी कई अन्य राज्यों की तुलना में कम हैं। इसी कारण अब एक बार फिर दूध की कीमतों में बढ़ोतरी पर विचार किया जा रहा है।
डेयरी उत्पादों की कीमतों पर भी असर
Milk Price Hike का असर सिर्फ दूध तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इससे जुड़े अन्य डेयरी उत्पादों के दाम भी बढ़ सकते हैं।
- घी (Ghee)
- मक्खन (Butter)
- पनीर (Paneer)
- आइसक्रीम (Ice Cream)
इसके अलावा, बेंगलुरु होटल एसोसिएशन ने संकेत दिया है कि फिल्टर कॉफी की कीमत भी बढ़ सकती है। फिलहाल एक कप फिल्टर कॉफी 12 से 15 रुपए में मिलती है, लेकिन कॉफी पाउडर की कीमत बढ़ने के कारण यह 15 से 20 रुपए तक पहुंच सकती है।
सरकार का क्या कहना है?
सरकार का कहना है कि डेयरी किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया जा रहा है। पशुपालन मंत्री के वेंकटेश ने स्पष्ट किया कि सरकार Milk Price Hike को संतुलित ढंग से लागू करेगी, ताकि किसानों को भी फायदा हो और उपभोक्ताओं को ज्यादा आर्थिक बोझ न उठाना पड़े।