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Milk Price: 5 रुपये लीटर महंगा होने वाला है दूध, कहाँ और कब से बढ़ेगा दाम ? जानें

नंदिनी दूध पीने वालों के लिए बुरी खबर! कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) ने 7 मार्च से दूध की कीमतों में 5 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है। पैकेट के आकार में भी बदलाव किया जा रहा है। आखिर क्यों बढ़ाई गई कीमतें? कैसे पड़ेगा आपके बजट पर असर? जानें पूरी कहानी और वो सभी कारण जो इस फैसले के पीछे हैं

By Saloni uniyal
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Milk Price: 5 रुपये लीटर महंगा होने वाला है दूध, कहाँ और कब से बढ़ेगा दाम ? जानें
Milk Price: 5 रुपये लीटर महंगा होने वाला है दूध, कहाँ और कब से बढ़ेगा दाम ? जानें

कर्नाटक के उपभोक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) ने नंदिनी दूध की कीमतों में 5 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की घोषणा की है, जो राज्य बजट प्रस्तुति के बाद 7 मार्च से प्रभावी होगी।

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कर्नाटक में दूध की कीमतों में यह वृद्धि उपभोक्ताओं और किसानों दोनों के लिए महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगी। जहां एक ओर उपभोक्ताओं को अपने घरेलू बजट में समायोजन करना होगा, वहीं दूसरी ओर किसानों को उनकी मेहनत का उचित मुआवजा मिलने की उम्मीद है। राज्य सरकार और संबंधित अधिकारियों से अपेक्षा है कि वे इस मूल्य वृद्धि के प्रभावों को संतुलित करने के लिए उचित कदम उठाएंगे।

नई कीमतें और पैकेजिंग में बदलाव

इस मूल्य वृद्धि के साथ, नंदिनी टोंड दूध की कीमत 47 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी। इसके अलावा, दूध के पैकेट का आकार वर्तमान 1,050 मिलीलीटर से घटाकर 1,000 मिलीलीटर किया जाएगा, जिससे उपभोक्ताओं को अब प्रति पैकेट 50 मिलीलीटर कम दूध मिलेगा।

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मूल्य वृद्धि का कारण

दूध की कीमतों में इस वृद्धि का मुख्य कारण डेयरी किसानों की बढ़ती उत्पादन लागत और बेहतर मुआवजे की मांग है। KMF के प्रबंध निदेशक बी. शिवस्वामी ने बताया कि किसानों ने प्रति लीटर 5 रुपये की वृद्धि की मांग की है, और अंतिम निर्णय अब मुख्यमंत्री के पास है। नई दरें राज्य बजट की घोषणा के बाद लागू होंगी।

उपभोक्ताओं पर प्रभाव

इस मूल्य वृद्धि से उपभोक्ताओं के घरेलू खर्चों में वृद्धि होगी, विशेषकर उन परिवारों के लिए जो डेयरी उत्पादों पर निर्भर हैं। दूध की कीमत बढ़ने से दही, मक्खन, घी और अन्य डेयरी उत्पादों की कीमतों में भी वृद्धि होने की संभावना है, जिससे मध्यम वर्ग के बजट पर असर पड़ेगा।

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पिछले मूल्य समायोजन

पिछले तीन वर्षों में, KMF ने दूध की कीमतों में कई समायोजन किए हैं। 2022 में, दूध की कीमत में 3 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की गई थी। 2024 में, कीमतों में 2 रुपये प्रति पैकेट की वृद्धि की गई, साथ ही मात्रा में 50 मिलीलीटर की वृद्धि की गई थी, जिसे मूल्य वृद्धि के बजाय समायोजन माना गया था।

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किसानों के लिए लाभ

इस मूल्य वृद्धि से डेयरी किसानों को वित्तीय राहत मिलने की उम्मीद है, जो बढ़ती उत्पादन लागत और प्रोत्साहन भुगतानों में देरी से प्रभावित हो रहे हैं। सरकार द्वारा किसानों को वादा किए गए 622 करोड़ रुपये के प्रोत्साहन भुगतानों में देरी ने चिंताएं बढ़ाई हैं, और यह मूल्य वृद्धि इन मुद्दों को संबोधित करने में मदद कर सकती है।

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अन्य मूल्य वृद्धि

दूध की कीमतों में वृद्धि के अलावा, कर्नाटक में अन्य आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में भी वृद्धि देखी जा रही है। कॉफी पाउडर की कीमत में प्रति किलोग्राम 200 रुपये की वृद्धि की घोषणा की गई है, जो मार्च से प्रभावी होगी। इसके अलावा, BMTC बसों और नम्मा मेट्रो के टिकट दरों में भी वृद्धि की गई है। राज्य सरकार पानी के शुल्क में वृद्धि पर भी काम कर रही है, और बिजली आपूर्ति कंपनियों (ESCOMs) ने आगामी वित्तीय वर्ष के लिए बिजली शुल्क में 67 पैसे की वृद्धि की अपील की है।

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