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कहां है काजीगुंड स्टेशन? वायरल फोटो से चर्चा में आया यह स्टेशन कितना खास है, जानें पूरी जानकारी

एक वायरल फोटो ने कश्मीर के काजीगुंड स्टेशन को रातों-रात सुर्खियों में ला दिया है। ज्योति मल्होत्रा की इस तस्वीर ने न सिर्फ इंटरनेट पर तहलका मचाया, बल्कि इस स्टेशन की रणनीतिक, भौगोलिक और पर्यटन से जुड़ी अहमियत को भी उजागर कर दिया है। जानिए क्यों है यह स्टेशन भारत के लिए बेहद खास और संवेदनशील।

By Saloni uniyal
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कहां है काजीगुंड स्टेशन? वायरल फोटो से चर्चा में आया यह स्टेशन कितना खास है, जानें पूरी जानकारी
कहां है काजीगुंड स्टेशन? वायरल फोटो से चर्चा में आया यह स्टेशन कितना खास है, जानें पूरी जानकारी

ज्योति मल्होत्रा (Jyoti Malhotra) एक चर्चित यूट्यूबर हैं, जिनके खिलाफ हाल ही में जासूसी (Espionage) के आरोप लगे हैं। लेकिन इस बार चर्चा का विषय उनके खिलाफ दर्ज आरोप नहीं, बल्कि उनका एक वायरल फोटो है जो सोशल मीडिया पर जबरदस्त हलचल मचा रहा है। इस फोटो में पीछे जो रेलवे स्टेशन दिखाई दे रहा है, वह कश्मीर का एक छोटा लेकिन बेहद अहम स्टेशन काजीगुंड (Qazigund) है। यह स्टेशन श्रीनगर से माता वैष्णो देवी (Vaishno Devi) कटड़ा के बीच बनने वाली रेलवे लाइन का हिस्सा है। फोटो बर्फबारी के मौसम का है, जिससे यह जगह और भी आकर्षक दिखाई दे रही है।

काजीगुंड स्टेशन क्यों है चर्चा में?

ज्योति मल्होत्रा की डिस्प्ले पिक्चर में जो रेलवे स्टेशन नजर आ रहा है, वह काजीगुंड है। यह स्टेशन जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के दक्षिणी हिस्से में स्थित है और इसे ‘कश्मीर का गेटवे’ कहा जाता है। यह फोटो जनवरी महीने का हो सकता है, जब इस इलाके में भारी बर्फबारी होती है। इसी कारण ज्योति की यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और इसके पीछे की लोकेशन को लेकर खासी चर्चा शुरू हो गई।

किस रेलवे लाइन पर स्थित है काजीगुंड स्टेशन?

काजीगुंड स्टेशन श्रीनगर-कटड़ा रेल लाइन (Srinagar-Katra Rail Line) का हिस्सा है, जो उत्तर रेलवे (Northern Railway) द्वारा तैयार की जा रही एक रणनीतिक रेल परियोजना है। यह लाइन जम्मू को कश्मीर घाटी से जोड़ने का काम करती है और यात्रियों को आसान, सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव कराती है।

काजीगुंड-बारामूला खंड (Qazigund-Baramulla Section) के पहले चरण का उद्घाटन अक्टूबर 2009 में हुआ था और 18 किलोमीटर लंबी बनिहाल-काजीगुंड रेल लाइन (Banihal-Qazigund Rail Section) जून 2013 में शुरू की गई थी।

1750 मीटर की ऊंचाई पर है यह स्टेशन

काजीगुंड रेलवे स्टेशन समुद्र तल से लगभग 1750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो इसे तकनीकी दृष्टि से एक चुनौतीपूर्ण लेकिन महत्वपूर्ण स्टेशन बनाता है। यहां से ट्रेनें कश्मीर घाटी के प्रमुख शहरों जैसे श्रीनगर (Srinagar), बारामूला (Baramulla), अनंतनाग (Anantnag), अवंतीपुरा (Awantipora) और बनिहाल (Banihal) के लिए संचालित होती हैं।

केवल दो प्लेटफॉर्म, लेकिन बेहद अहम

काजीगुंड स्टेशन भले ही आकार में छोटा हो, लेकिन इसकी भूमिका बेहद अहम है। इस स्टेशन पर केवल दो प्लेटफॉर्म हैं और यहां से लगभग 16 ट्रेनें रोजाना चलती हैं, जिनमें डेमू (DEMU) और कुछ मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं। ये ट्रेनें स्थानीय यात्रियों और पर्यटकों के लिए कश्मीर के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने का काम करती हैं।

देश की सबसे लंबी रेल सुरंग से जुड़ा है काजीगुंड

बनिहाल-काजीगुंड सेक्शन में भारत की सबसे लंबी रेलवे सुरंग — पीर पंजाल सुरंग (Pir Panjal Tunnel) — शामिल है। इसकी लंबाई 11.2 किलोमीटर है। यह सुरंग 2013 में बनकर तैयार हुई थी और यह जम्मू-कश्मीर की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में एक इंजीनियरिंग चमत्कार मानी जाती है। इस सुरंग के जरिए काजीगुंड और बनिहाल के बीच रेल यात्रा बेहद आसान और तेज हो गई है।

माता वैष्णो देवी रेल लाइन से है संपर्क

इस स्टेशन की रणनीतिक अहमियत और बढ़ जाती है जब हम इसे उधमपुर-माता वैष्णो देवी कटड़ा रेल लाइन (Udhampur-Katra Rail Line) से जोड़ते हैं, जिसका उद्घाटन जुलाई 2014 में हुआ था। अब श्रद्धालु सीधे रेल मार्ग से वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने पहुंच सकते हैं। काजीगुंड इस नेटवर्क का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।

16 साल पहले शुरू हुआ था निर्माण कार्य

इस प्रोजेक्ट की शुरुआत करीब 16 साल पहले हुई थी और तब से लेकर आज तक यह क्षेत्र रेलवे के दृष्टिकोण से बहुत बदल चुका है। वर्ष 2013 में बनिहाल-काजीगुंड सेक्शन के चालू होने के साथ ही यहां रेल संपर्क की सुविधाएं बेहतर हुईं और आज यह स्टेशन पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए एक अहम पड़ाव बन गया है।

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