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देश का पहला हाई-टेक एक्सप्रेसवे! टोल कटेगा बिना रुके – जानिए कब से होगा लागू

ANPR टेक्नोलॉजी के साथ टोल कटेगा सीधे फास्टैग से, सफर होगा बिना रुकावट के। जानिए कैसे यह नया बदलाव पूरे देश के हर ड्राइवर के लिए गेमचेंजर साबित होने वाला है!

By Saloni uniyal
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देश का पहला हाई-टेक एक्सप्रेसवे! टोल कटेगा बिना रुके – जानिए कब से होगा लागू
देश का पहला हाई-टेक एक्सप्रेसवे! टोल कटेगा बिना रुके – जानिए कब से होगा लागू

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) देश का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है, जहां बिना रुके टोल कटेगा। इस नए तकनीकी सिस्टम का नाम ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (ANPR) है। इस सिस्टम के जरिए वाहन चालकों को अब टोल बूथ पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी। वाहन जैसे ही टोल प्लाजा से गुजरेगा, नंबर प्लेट स्कैन होगी और सीधे फास्टैग (FASTag) अकाउंट से पैसा कट जाएगा। पूरे देश में इस तकनीक को जल्द ही लागू किया जाएगा ताकि टोल पर लगने वाली लंबी कतारों से छुटकारा मिल सके और टोल कलेक्शन में भी बढ़ोतरी हो।

कैसे काम करेगा नया ANPR सिस्टम

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) पर लगाए जा रहे इस सिस्टम के तहत टोल प्लाजा के दोनों ओर हाई-रिजॉल्यूशन कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे गुजरते हुए वाहनों की नंबर प्लेट को पढ़ेंगे और वाहन के फास्टैग अकाउंट से ऑटोमेटिक भुगतान कर लेंगे। वाहन चालक को न तो फास्टैग स्कैन कराना होगा और न ही टोल पर रुकना पड़ेगा।

हालांकि, यह ध्यान देना जरूरी है कि यह सिस्टम पूरी तरह से फास्टैग अकाउंट से लिंक रहेगा। बिना फास्टैग अकाउंट के इस सेवा का लाभ नहीं लिया जा सकेगा। इस नई व्यवस्था से गाड़ियों की रफ्तार बनी रहेगी और ट्रैफिक जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी।

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GPS आधारित टोल सिस्टम क्यों नहीं अपनाया गया

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways) ने साफ किया है कि फिलहाल टोल कलेक्शन के लिए GPS तकनीक का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। GPS आधारित टोल सिस्टम को लेकर विश्वसनीयता और सुरक्षा संबंधी कई चिंताएं सामने आई हैं। एक विशेषज्ञ समिति ने भी अपनी रिपोर्ट में GPS तकनीक के संभावित खतरों की ओर इशारा किया था, जिसके चलते इस प्रणाली को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।

मंत्रालय ने इस दिशा में काम करते हुए वैकल्पिक समाधान के तौर पर ANPR सिस्टम को प्राथमिकता दी है, जिसे सफल पायलट प्रोजेक्ट के बाद अब बड़े पैमाने पर लागू किया जा रहा है।

पूरे देश में जल्द ही लागू होगा नया टोल सिस्टम

ANPR आधारित टोल सिस्टम का पायलट प्रोजेक्ट दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) पर सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है। अब सरकार का लक्ष्य है कि इस प्रणाली को पूरे देश के एक्सप्रेसवे (Expressway) और राष्ट्रीय राजमार्गों (National Highways) पर लागू किया जाए।

सड़क परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, देशभर के टोल प्लाजा से बैरियर को पूरी तरह से हटाने की योजना है ताकि वाहनों को निर्बाध गति से यात्रा करने का अनुभव मिल सके। इसके साथ ही टोल वसूली में पारदर्शिता आएगी और सरकार के राजस्व में इजाफा भी होगा।

नया सिस्टम किन ड्राइवरों के लिए फायदेमंद होगा

नया ANPR सिस्टम उन ड्राइवरों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा, जो अक्सर लंबी दूरी की यात्रा करते हैं और टोल पर रुकने से समय बर्बाद होता है। कार, ट्रक, बस, या किसी भी वाणिज्यिक वाहन के लिए अब टोल भुगतान की प्रक्रिया और भी सरल और तेज हो जाएगी।

इससे न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि ईंधन की भी बचत होगी और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं काफी हद तक खत्म हो जाएंगी। यह कदम भारत को स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल इंडिया की ओर एक और बड़ा कदम है।

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