![India Energy Week 2025: ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा बदलाव, पीएम सूर्य घर योजना बनी गेमचेंजर](https://newzoto.com/wp-content/uploads/2025/02/India-Energy-Week-2025-Details-1024x576.jpg)
राजधानी दिल्ली के द्वारका स्थित यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में आयोजित ‘इंडिया एनर्जी वीक 2025’ इस वर्ष ऊर्जा क्षेत्र के विकास और सौर ऊर्जा पर केंद्रित रहा। इस कार्यक्रम का आज तीसरा दिन था और यह 14 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान विशेष रूप से सौर ऊर्जा के उपयोग, उसकी संभावनाओं और भारत में इसके व्यापक विस्तार पर चर्चा की गई। इस सत्र में विभिन्न शोधकर्ताओं, उद्योगपतियों और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया और अपने विचार साझा किए ताकि भारत में सौर ऊर्जा को और अधिक व्यावहारिक और व्यापक रूप से अपनाया जा सके।
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘पीएम सूर्य घर योजना’ देश के ऊर्जा परिदृश्य को पूरी तरह बदलने की क्षमता रखती है। ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए यह योजना विशेष रूप से डिजाइन की गई है। इसके माध्यम से न केवल लोगों को स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा प्राप्त हो रही है, बल्कि इससे देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता भी मजबूत हो रही है। विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि वैश्विक स्तर पर भारत का योगदान तेजी से बढ़ रहा है और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत अग्रणी बनता जा रहा है।
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पीएम सूर्य घर योजना की पहली वर्षगांठ
आज इस योजना की पहली वर्षगांठ है। 13 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च की गई इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य घरों की छतों पर सौर पैनल लगाकर मुफ्त बिजली की सुविधा प्रदान करना है। यह दुनिया की सबसे बड़ी घरेलू रूफटॉप सोलर योजना बन चुकी है और इसके तहत मार्च 2027 तक एक करोड़ घरों को सौर ऊर्जा से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। यह पहल भारत के ऊर्जा क्षेत्र को नई दिशा देने और स्वच्छ ऊर्जा की ओर आगे बढ़ाने में एक मील का पत्थर साबित हो रही है।
अब तक 8.46 लाख परिवारों को मिला लाभ
इस योजना का असर तेजी से देखने को मिल रहा है। 27 जनवरी 2025 तक कुल 8.46 लाख परिवारों ने अपने घरों की छतों पर सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित कर ली है। खास बात यह है कि इसकी स्थापना दर में हाल के महीनों में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है, और हर महीने लगभग 70,000 घरों में यह प्रणाली लगाई जा रही है। सरकार इस योजना के तहत सौर पैनल की लागत पर 40% तक की सब्सिडी प्रदान कर रही है, जिससे सौर ऊर्जा आम लोगों के लिए सुलभ और किफायती बन रही है।
5.54 लाख परिवारों को मिली सरकारी सहायता
अब तक सरकार 5.54 लाख परिवारों को 4,308 करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान कर चुकी है। इसका मतलब है कि प्रत्येक परिवार को औसतन 77,800 रुपये की सब्सिडी दी गई है। दिलचस्प बात यह है कि इस योजना के तहत लगभग 45% लाभार्थी अब शून्य बिजली बिल का लाभ उठा रहे हैं। यह योजना न केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद साबित हो रही है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी अहम योगदान दे रही है।
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भारत में सौर ऊर्जा की नई क्रांति
विशेषज्ञों का मानना है कि ‘पीएम सूर्य घर योजना’ के चलते देश में सौर ऊर्जा को तेजी से अपनाया जा रहा है और यह ऊर्जा क्षेत्र में नई क्रांति ला रही है। इससे भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता बढ़ रही है और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम हो रही है। इस योजना का व्यापक स्तर पर विस्तार और प्रभाव इसे दुनिया के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा कार्यक्रमों में से एक बना रहा है।