
अगर आपके पास पुरानी पेट्रोल कार है और आप हर दिन बढ़ते फ्यूल प्राइस से परेशान हैं, तो अब आपके लिए राहत की खबर है। अब आप अपनी पुरानी गाड़ी को भी CNG में कन्वर्ट करवा सकते हैं और हर किलोमीटर पर करीब ₹2.20 की बचत कर सकते हैं। मौजूदा दौर में जब पेट्रोल के दाम ₹100 प्रति लीटर से ऊपर चल रहे हैं, CNG एक सस्ता और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प बनकर उभरा है।
CNG किट सेफ और RTO अप्रूव्ड
इन दिनों मार्केट में कई कंपनियां सर्टिफाइड CNG किट मुहैया करा रही हैं जो पूरी तरह से RTO अप्रूव्ड होती हैं। यानी आपको किसी प्रकार की वैधानिक दिक्कत नहीं होती और आपकी गाड़ी कानूनी रूप से CNG पर चलने के लिए रजिस्टर्ड मानी जाती है। भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें भी रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy की ओर बढ़ते हुए ऐसे ईंधनों को बढ़ावा दे रही हैं जो प्रदूषण कम करें।
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कितना होगा खर्च?
अगर बात करें लागत की तो एक अच्छी क्वालिटी की CNG किट की कीमत ₹40,000 से ₹60,000 के बीच आती है। यह कीमत किट की ब्रांड, गुणवत्ता और मॉडल के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है। कुछ टॉप कंपनियां जैसे कि Lovato, BRC, Tomasetto आदि की किटें बाजार में उपलब्ध हैं जो भरोसेमंद मानी जाती हैं। इस खर्च में फिटिंग चार्ज और RTO में अप्रूवल का खर्च भी शामिल होता है।
हर किलोमीटर पर होगी ₹2.20 की बचत
जहां पेट्रोल कार औसतन 12 से 15 किलोमीटर प्रति लीटर देती है, वहीं CNG कारें लगभग 20 से 25 किलोमीटर प्रति किलो CNG का माइलेज देती हैं। फिलहाल दिल्ली और अन्य मेट्रो शहरों में CNG की कीमत ₹75 से ₹85 प्रति किलो के आसपास है, जबकि पेट्रोल ₹100 से ₹110 प्रति लीटर के रेट पर बिक रहा है। इस तुलना से यह साफ है कि एक किलोमीटर चलने पर CNG में करीब ₹2.20 की बचत होती है।
क्या आपके लिए CNG किट लगवाना फायदेमंद है?
अगर आप रोजाना 30 से 50 किलोमीटर या उससे अधिक की यात्रा करते हैं, तो CNG किट का खर्च आप 1 से 1.5 साल के भीतर रिकवर कर सकते हैं। इसके बाद आपके लिए हर यात्रा सस्ती होती जाएगी। साथ ही, सरकार द्वारा प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए CNG को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे इसके रजिस्ट्रेशन, परमिट और अन्य प्रक्रियाएं भी आसान हो गई हैं।
इंजन पर असर और देखरेख
CNG का इस्तेमाल पेट्रोल के मुकाबले इंजन पर थोड़ा असर डाल सकता है, खासतौर पर अगर गलत क्वालिटी की किट लगाई गई हो या फिटिंग सही न हो। लेकिन अगर आप प्रमाणित और ब्रांडेड किट का इस्तेमाल करते हैं, तो ऐसा कोई नुकसान नहीं होता। आपको बस नियमित सर्विसिंग और सही देखरेख की जरूरत होती है। CNG गाड़ियों की मेंटेनेंस कॉस्ट भी अपेक्षाकृत कम होती है।
CNG स्टेशन की उपलब्धता
कुछ साल पहले तक CNG स्टेशन केवल मेट्रो शहरों में उपलब्ध थे, लेकिन अब देशभर में तेजी से CNG इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार हो रहा है। दिल्ली, मुंबई, पुणे, लखनऊ, अहमदाबाद जैसे शहरों के साथ-साथ अब टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी CNG स्टेशन खुल चुके हैं। इससे अब CNG गाड़ी चलाना और भी सुविधाजनक हो गया है।
सरकार भी दे रही है बढ़ावा
भारत सरकार ने ईवी और ग्रीन फ्यूल्स को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। CNG पर चलने वाली गाड़ियों को कई राज्यों में ग्रीन टैक्स में छूट, रजिस्ट्रेशन पर रियायत और स्पेशल परमिट जैसी सुविधाएं मिल रही हैं। इससे लोग अब तेजी से पेट्रोल और डीजल से हटकर CNG की ओर रुख कर रहे हैं।
यह भी रखें ध्यान
CNG किट लगवाने से पहले यह जरूर जांचें कि आपकी गाड़ी का मॉडल CNG किट के अनुकूल है या नहीं। कुछ पुराने मॉडल्स में किट लगाना तकनीकी रूप से मुश्किल होता है। इसके अलावा, आपको RTO से अप्रूवल लेकर RC में CNG अपडेट कराना जरूरी होता है, ताकि बाद में कानूनी दिक्कत न हो।