ब्रेकिंग न्यूज

90% लोग नहीं जानते उनका फोन सुन रहा है सारी बातें! तुरंत बंद करें ये सेटिंग वरना खुल सकते हैं निजी राज Phone Privacy Tips

अगर आप समझते हैं कि आपकी प्राइवेट बातें सिर्फ आपके तक सीमित हैं, तो ज़रा रुकिए! हो सकता है आपका फोन सब कुछ सुन रहा हो। एक छोटी सी सेटिंग आपको बड़ा झटका देने से बचा सकती है। जानिए अभी कैसे करें अपनी Privacy को सुरक्षित!

By Saloni uniyal
Published on
90% लोग नहीं जानते उनका फोन सुन रहा है सारी बातें! तुरंत बंद करें ये सेटिंग वरना खुल सकते हैं निजी राज Phone Privacy Tips
90% लोग नहीं जानते उनका फोन सुन रहा है सारी बातें! तुरंत बंद करें ये सेटिंग वरना खुल सकते हैं निजी राज Phone Privacy Tips

स्मार्टफोन आज हमारी जिंदगी का वह अभिन्न हिस्सा बन चुका है जिसके बिना एक दिन भी बिताना मुश्किल हो गया है। चाहे ऑफिस का काम हो या घर की कोई जरूरत, हर चीज़ में Google हमारी मदद करता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यही Google आपकी private conversation भी सुन रहा हो सकता है? जी हां, हाल ही में सामने आए कुछ लीक्स के मुताबिक Google आपके फोन के microphone access के ज़रिए आपकी व्यक्तिगत बातें सुन सकता है, और इस डेटा का इस्तेमाल अपनी ad services को बेहतर बनाने के लिए करता है।

ऐप परमीशंस: सोच-समझकर ही दें अनुमति

हर बार जब हम कोई नया ऐप अपने फोन में इंस्टॉल करते हैं, तो वह कई तरह की permissions मांगता है। इनमें शामिल होते हैं Camera, Contacts, Location, Microphone और Gallery जैसी चीज़ों का एक्सेस। कई बार हम बिना सोचे-समझे सभी permissions को allow कर देते हैं। लेकिन यह आपकी privacy के लिए खतरा साबित हो सकता है। ऐप डेवलपर्स इन permissions के माध्यम से आपकी personal information तक पहुंच बना सकते हैं। खासकर Microphone Access बेहद संवेदनशील होता है, क्योंकि इसके जरिए आपकी बातचीत रिकॉर्ड की जा सकती है।

कैसे करता है Google आपकी बातें रिकॉर्ड?

जब आप Google को Microphone की permission दे देते हैं, तो यह आपके फोन में लगातार एक्टिव रहता है। चाहे आपने कोई command दी हो या नहीं, Google आपके आसपास हो रही conversation को सुन सकता है। आपने शायद खुद भी गौर किया होगा कि जब आप किसी चीज़ के बारे में बात करते हैं, जैसे “नया फ्रिज खरीदना है”, तो थोड़ी ही देर में आपको उसी से जुड़े ads दिखने लगते हैं। यही वजह है कि यह माना जाता है कि Google आपकी बातों को सुनकर आपकी browsing और ad experience को customized करता है।

इन सेटिंग्स को करें बंद, और बचाएं अपनी Privacy

अगर आप नहीं चाहते कि Google आपकी conversations को access करे, तो आप अपने फोन की कुछ settings को बदलकर इससे बच सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करने होंगे:

सबसे पहले अपने फोन की Settings में जाएं।
इसके बाद नीचे स्क्रॉल करते हुए Google की सेटिंग्स पर टैप करें।
यहां आपको आपका Google प्रोफाइल दिखाई देगा, जहां आप Manage Your Google Account पर टैप करें।
अब Data & Privacy सेक्शन में जाएं।
इस पेज पर आपको Web & App Activity का विकल्प दिखाई देगा। इस पर टैप करें।
यहां एक सबसेटिंग दिखाई देगी – Include Audio and Video activity
अब इस विकल्प पर जो Tick लगा है, उसे हटा दें और Google की Terms of Service को एक्सेप्ट कर लें।

इतना करने के बाद Google आपकी आवाज़ को सेव नहीं करेगा और आपकी बातचीतों से जुड़ी कोई भी personal information collect नहीं कर पाएगा।

क्यों है यह बदलाव ज़रूरी?

आज के दौर में data ही सबसे बड़ी currency बन चुकी है। बड़े tech कंपनियां जैसे Google, Facebook और Amazon user data के आधार पर अपने algorithms और ad targeting को बेहतर बनाती हैं। लेकिन इसका एक साइड इफेक्ट भी है — आपकी personal privacy खतरे में पड़ सकती है। Google की यह सेटिंग डिफॉल्ट रूप से ऑन होती है, और ज्यादातर यूजर्स को इसके बारे में जानकारी भी नहीं होती। यही कारण है कि यह ज़रूरी हो जाता है कि आप अपनी privacy को लेकर सतर्क रहें और ऐसे settings को खुद manually बदलें।

क्या सिर्फ Google ही सुनता है आपकी बातें?

Google अकेला ऐसा प्लेटफॉर्म नहीं है जो user conversation को access करता है। कई दूसरे apps भी हैं जो आपकी अनुमति लेकर microphone और दूसरी permissions का उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए, कई social media apps, स्मार्ट स्पीकर्स और voice assistant आधारित डिवाइसेज़ आपकी बातचीत को लगातार सुनते रहते हैं। हालांकि, इनमें से कुछ कंपनियां transparency के नाम पर इसका जिक्र अपने privacy policy में करती हैं, लेकिन आम यूजर्स इन्हें ध्यान से पढ़ते ही नहीं हैं।

डिजिटल सिक्योरिटी की दिशा में एक छोटा लेकिन अहम कदम

हालांकि यह सेटिंग बदलना कोई बहुत बड़ा साइबर सिक्योरिटी समाधान नहीं है, लेकिन यह एक ऐसा कदम है जो आपकी privacy को काफी हद तक सुरक्षित बना सकता है। जहां एक ओर टेक्नोलॉजी ने हमारी ज़िंदगी को आसान बनाया है, वहीं दूसरी ओर यह हमारी personal life में भी सेंध लगा सकती है। इसलिए बेहतर यही होगा कि हम खुद जागरूक बनें और अपनी digital सुरक्षा के प्रति सचेत रहें।

Leave a Comment