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राशन के लिए खत्म होगी लंबी लाइन! अब ATM से मिलेगा अनाज, ये है सरकार की तैयारी

देहरादून में लॉन्च हुए हाईटेक ग्रीन एटीएम, एक क्लिक में मिलेगा राशन, घटतौली और लंबी कतारों से मिलेगी मुक्ति! जानिए कैसे ये नई तकनीक बदल रही है सरकारी गल्ले की दुकानों का पूरा सिस्टम

By Saloni uniyal
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राशन के लिए खत्म होगी लंबी लाइन! अब ATM से मिलेगा अनाज, ये है सरकार की तैयारी
राशन के लिए खत्म होगी लंबी लाइन! अब ATM से मिलेगा अनाज, ये है सरकार की तैयारी

देहरादून में अब सरकारी सस्ता गल्ले की दुकानों के बाहर लंबी कतारों में लगने से उपभोक्ताओं को राहत मिलने वाली है। जिला पूर्ति कार्यालय ने शहर में Ration ATM के रूप में चार ग्रीन एटीएम लगाए हैं, जिनका ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। यह पहल उपभोक्ताओं को न केवल समय की बचत करेगी, बल्कि घटतौली की समस्या से भी मुक्ति दिलाएगी।

ग्रीन एटीएम से राशन वितरण पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड होगा, जिसमें Ration Card का नंबर दर्ज करते ही उपभोक्ता की संपूर्ण जानकारी स्क्रीन पर उपलब्ध हो जाएगी। इसके अलावा, ग्रीन एटीएम में यूनिट दर्ज करते ही उतनी ही मात्रा में अनाज का वितरण होगा, जिससे किसी भी प्रकार की धांधली की संभावना खत्म हो जाएगी।

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ग्रीन एटीएम की क्षमता और तकनीकी विशेषताएं

ग्रीन एटीएम में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है, जो एक दिन में 30 क्विंटल गेहूं और चावल वितरण करने की क्षमता रखता है। इसके अलावा, एक घंटे में यह मशीन 5 क्विंटल राशन वितरण करने में सक्षम है। जबकि पारंपरिक मैन्युअल विधि में एक क्विंटल राशन वितरण करने में लगभग तीन घंटे का समय लग जाता है।

इन एटीएम मशीनों में सभी उपकरण पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड हैं, जिससे वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता और गति दोनों सुनिश्चित होती हैं। उपभोक्ता द्वारा राशन कार्ड में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा (National Food Security), अंत्योदय (Antyodaya), या राज्य खाद्य सुरक्षा (State Food Security) योजना का चयन करते ही संपूर्ण जानकारी एटीएम स्क्रीन पर दिखाई देगी। इसके बाद यूनिट दर्ज करते ही उसी के अनुसार अनाज बाहर निकलेगा और उसका वजन भी मशीन के माध्यम से सटीकता से किया जाएगा।

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कहां-कहां लगाए गए हैं ग्रीन एटीएम?

जिला पूर्ति कार्यालय द्वारा देहरादून (Dehradun), ऋषिकेश (Rishikesh), सहसपुर (Sahaspur) और विकासनगर (Vikasnagar) में ये ग्रीन एटीएम लगाए गए हैं। इन मशीनों का ट्रायल सफल होने के बाद अब विधिवत संचालन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

डीएसओ केके अग्रवाल के अनुसार, सभी स्थानों पर ग्रीन एटीएम का संचालन जल्द ही शुरू किया जाएगा। सहसपुर में लगाए गए एटीएम को भी जल्द ही चालू किया जाएगा। इसके अलावा, आगे चलकर जरूरत के अनुसार अन्य दुकानों में भी ग्रीन एटीएम लगाए जाएंगे।

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घटतौली की समस्या से मिलेगी राहत

ग्रीन एटीएम की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इससे घटतौली की समस्या (Underweight Ration Issue) का समाधान होगा। मशीन के माध्यम से अनाज का वजन बिल्कुल सटीक होगा, जिससे उपभोक्ताओं को उनके हक का पूरा राशन मिलेगा। इसके अलावा, वितरण प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की मानवीय त्रुटि या भ्रष्टाचार की संभावना भी समाप्त हो जाएगी।

विभाग करेगा मानीटरिंग, विक्रेता देंगे रिपोर्ट

ग्रीन एटीएम की मानीटरिंग (Monitoring) की जिम्मेदारी जिला पूर्ति विभाग की होगी। यदि किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या आती है, तो उसे विभाग द्वारा ठीक कराया जाएगा। हालांकि, एटीएम के संचालन में आने वाले बिजली के बिल (Electricity Bill) का भुगतान राशन विक्रेता द्वारा किया जाएगा।

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इसके साथ ही, ग्रीन एटीएम संचालित करने वाले विक्रेता को माह में कितना राशन वितरण किया गया है, इसकी रिपोर्ट जिला पूर्ति कार्यालय (District Supply Office) को देनी होगी। यह व्यवस्था इसलिए भी बनाई गई है ताकि अन्य दुकानों की अपेक्षा ग्रीन एटीएम संचालित करने वाले विक्रेताओं का लाभांश अधिक हो और भुगतान में कोई दिक्कत न हो।

कैसे करता है ग्रीन एटीएम कार्य?

  • कंप्यूटराइज्ड सिस्टम (Computerized System): ग्रीन एटीएम में सभी उपकरण कंप्यूटराइज्ड हैं, जिससे डेटा एंट्री और राशन वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहती है।
  • योजना का चयन (Scheme Selection): राशन कार्ड में दर्ज राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा, अंत्योदय, या राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के तहत उपभोक्ता को राशन मिलता है।
  • यूनिट आधारित वितरण (Unit-Based Distribution): यूनिट दर्ज करते ही उतनी ही मात्रा में अनाज बाहर आता है, जिससे घटतौली की संभावना खत्म हो जाती है।
  • सटीक वजन (Accurate Weight): मशीन के माध्यम से अनाज का वजन सटीकता से किया जाता है, जिससे उपभोक्ता को सही मात्रा में राशन मिलता है।
  • बिजली और मानीटरिंग (Electricity & Monitoring): एटीएम के बिजली बिल का भुगतान विक्रेता द्वारा किया जाएगा, जबकि तकनीकी समस्याओं को ठीक करने की जिम्मेदारी विभाग की होगी।

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भविष्य की योजनाएं और विस्तार

डीएसओ केके अग्रवाल ने बताया कि ग्रीन एटीएम का सफल ट्रायल पूरा होने के बाद इसे जिले के अन्य हिस्सों में भी विस्तार देने की योजना है। इसके अलावा, जरूरत के हिसाब से अन्य दुकानों में भी ग्रीन एटीएम लगाए जाएंगे, ताकि उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा मिल सके और घटतौली जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल सके।

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