
आयुष्मान भारत योजना (PM-JAY) भारत सरकार की एक ऐतिहासिक स्वास्थ्य बीमा योजना है, जिसके तहत देश के करोड़ों गरीब और वंचित परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। इस योजना के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड धारकों को देशभर के सूचीबद्ध निजी और सरकारी अस्पतालों में गंभीर से लेकर सामान्य बीमारियों का निशुल्क इलाज मिलता है। योजना में 10 करोड़ से अधिक परिवारों को हर वर्ष ₹5 लाख तक के इलाज की सुविधा दी जाती है।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि PM-JAY के तहत कौन-कौन सी बीमारियाँ कवर की जाती हैं, जिससे आपको यह निर्णय लेने में आसानी हो कि आपकी बीमारी योजना के अंतर्गत आती है या नहीं।
हृदय रोगों का इलाज आयुष्मान योजना के तहत संभव
हृदय से जुड़ी बीमारियाँ (Cardiovascular Diseases) भारत में मृत्यु का एक प्रमुख कारण हैं। PM-JAY योजना के तहत हार्ट अटैक, एंजाइना, हार्ट फेलियर जैसी स्थितियों का इलाज कवर किया जाता है। कोरोनरी आर्टरी बायपास ग्राफ्ट (CABG), एंजियोप्लास्टी और कार्डिएक सर्जरी जैसी महंगी प्रक्रियाएँ योजना के तहत निशुल्क करवाई जा सकती हैं।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी कवर में
कैंसर (Cancer) का इलाज बहुत महंगा होता है, लेकिन आयुष्मान भारत योजना इसके विभिन्न प्रकारों जैसे स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, ब्लड कैंसर आदि के इलाज की सुविधा प्रदान करती है। रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी और सर्जिकल ऑपरेशन भी इस योजना में शामिल हैं।
न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स का इलाज भी संभव
न्यूरोलॉजिकल विकार (Neurological Disorders) जैसे मिर्गी, ब्रेन ट्यूमर, स्ट्रोक और न्यूरोडिजेनेरेटिव डिज़ीज़ भी PM-JAY के दायरे में आते हैं। ब्रेन सर्जरी और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं का भी इलाज योजना के तहत कराया जा सकता है।
गुर्दा और मूत्र रोगों की संपूर्ण देखभाल
किडनी और यूरोलॉजिकल डिज़ीज़ (Kidney and Urological Diseases) जैसे क्रॉनिक किडनी डिज़ीज़ (CKD), डायलिसिस (Hemodialysis/Peritoneal Dialysis), मूत्र मार्ग संक्रमण (UTI), प्रोस्टेट संबंधी विकार इस योजना में शामिल हैं। डायलिसिस जैसे महंगे और दीर्घकालिक इलाज भी मुफ्त में उपलब्ध कराए जाते हैं।
जिगर और पाचन तंत्र संबंधी समस्याओं का इलाज
लिवर और जठरांत्र रोग (Liver and Gastrointestinal Diseases) जैसे लिवर सिरोसिस, हेपेटाइटिस B और C, पित्ताशय की पथरी, हर्निया, अपेंडिक्स का ऑपरेशन आदि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कवर होते हैं। इन रोगों के लिए आवश्यक जाँच और सर्जरी भी योजना में सम्मिलित है।
श्वसन तंत्र की बीमारियाँ भी हैं कवर में
सांस संबंधी रोग (Respiratory Diseases) जैसे टीबी (Tuberculosis), अस्थमा (Asthma), और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिज़ीज़ (COPD) के लिए दवाएं, इलाज और जरूरी जांचें इस योजना में मुफ्त दी जाती हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां ये बीमारियाँ आम हैं, वहां यह सुविधा जीवनरक्षक सिद्ध होती है।
मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान
मेंटल हेल्थ (Mental Health) आज की दौड़भाग भरी ज़िंदगी में मानसिक स्वास्थ्य एक बड़ी चुनौती बन चुका है। आयुष्मान योजना में डिप्रेशन, एंग्जायटी, बाइपोलर डिसऑर्डर जैसे मानसिक रोगों के इलाज की व्यवस्था की गई है। मनोचिकित्सकीय परामर्श, दवाएं और थेरेपी की सुविधा भी इसमें शामिल है।
जलने की चोटों और प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा
जलने से संबंधित चोटें (Burn Injuries) भी इस योजना में आती हैं। गंभीर जलन के मामले में स्किन ग्राफ्टिंग, रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी जैसे महंगे इलाज की सुविधा आयुष्मान कार्ड धारकों को मुफ्त में दी जाती है।
महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य (Maternal and Child Health) के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव, सीज़ेरियन सेक्शन और नवजात बच्चों के जन्मजात रोगों का इलाज मुफ्त मिलता है। इससे मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में मदद मिल रही है।
संक्रामक रोगों का भी इलाज संभव
संक्रामक रोग (Communicable Diseases) जैसे मलेरिया, डेंगू, एचआईवी/एड्स आदि का भी इलाज इस योजना में किया जाता है। HIV/AIDS जैसे रोगों के लिए विशेष केंद्र और परामर्श की सुविधा उपलब्ध है।
अस्पताल जाने से पहले क्या करें?
हालांकि ऊपर दी गई बीमारियों की सूची व्यापक है, लेकिन यह संपूर्ण नहीं है। इसलिए, यदि आप किसी इलाज के लिए योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले आयुष्मान भारत योजना की आधिकारिक वेबसाइट या अपने नजदीकी सूचीबद्ध अस्पताल से संपर्क करें। वहां से आप यह पक्की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि आपकी बीमारी योजना के अंतर्गत आती है या नहीं।