
बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) जल्द ही ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन (AIBE) XIX का परिणाम जारी करने वाला है। यह परीक्षा 22 दिसंबर 2024 को आयोजित की गई थी, और अब उम्मीदवारों को बेसब्री से इसके परिणाम का इंतजार है।
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AIBE 19 के परिणाम की प्रतीक्षा जल्द ही समाप्त होने की उम्मीद है, जिससे उम्मीदवार अपने कानूनी करियर में आगे बढ़ सकेंगे। वहीं, CBSE की नई परीक्षा प्रणाली छात्रों के लिए लाभकारी हो सकती है, लेकिन इसके प्रभावों का मूल्यांकन समय के साथ किया जाएगा।
कैसे करें AIBE 19 का परिणाम चेक?
उम्मीदवार निम्नलिखित चरणों का पालन करके अपना परिणाम देख सकते हैं:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
- ‘AIBE 19 Result 2024’ लिंक पर क्लिक करें: यह होमपेज पर उपलब्ध होगा।
- लॉगिन विवरण दर्ज करें: अपना यूजर आईडी और पासवर्ड भरें।
- सबमिट करें और परिणाम देखें: अपना परिणाम डाउनलोड करें और भविष्य के लिए प्रिंटआउट लें।
न्यूनतम उत्तीर्ण अंक
AIBE XIX में उत्तीर्ण होने के लिए सामान्य और ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवारों को कम से कम 45% अंक प्राप्त करने होंगे, जबकि एससी, एसटी और दिव्यांग श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए यह सीमा 40% है।
उत्तर कुंजी और आपत्ति प्रक्रिया
परीक्षा के बाद, 28 दिसंबर 2024 को अस्थायी उत्तर कुंजी जारी की गई थी, और उम्मीदवारों को 10 जनवरी 2025 तक आपत्तियां दर्ज करने का अवसर दिया गया था। आपत्तियों की समीक्षा के बाद अंतिम उत्तर कुंजी जारी की जाएगी, जिसके आधार पर परिणाम तैयार किया जाएगा।
सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा: अब साल में दो बार, क्या कम होगा तनाव?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने शैक्षणिक सत्र 2026 से कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित करने का प्रस्ताव रखा है। इसका उद्देश्य छात्रों के परीक्षा तनाव को कम करना और उन्हें अपने अंकों में सुधार का अवसर प्रदान करना है।
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परीक्षा की नई समय-सारिणी
प्रस्तावित योजना के अनुसार, पहली परीक्षा फरवरी से मार्च के बीच और दूसरी मई में आयोजित की जाएगी। छात्र दोनों परीक्षाओं में शामिल होकर अपने सर्वोत्तम अंकों को मान्य करा सकेंगे।
विशेषज्ञों की राय
शिक्षाविदों का मानना है कि यह कदम छात्रों को अधिक लचीलापन प्रदान करेगा, लेकिन इससे शिक्षकों और स्कूलों पर अतिरिक्त बोझ भी पड़ सकता है। इसके अलावा, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण होगा कि यह प्रणाली छात्रों के सीखने की गुणवत्ता को प्रभावित न करे।
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छात्रों की प्रतिक्रिया
कुछ छात्रों का मानना है कि दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने से उनके तनाव में वृद्धि हो सकती है, क्योंकि उन्हें पूरे वर्ष परीक्षा की तैयारी में जुटे रहना पड़ेगा। इसके अलावा, यह उनके अन्य शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक गतिविधियों पर भी प्रभाव डाल सकता है।