
Adani Green Energy की सब्सिडियरी कंपनी को उत्तर प्रदेश में Renewable Energy सप्लाई करने का बड़ा प्रोजेक्ट मिला है। Uttar Pradesh Power Corporation Limited (UPPCL) ने कंपनी को 400 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट का आर्डर दिया है। खास बात यह है कि यह सोलर प्लांट राजस्थान में स्थापित किया जाएगा, लेकिन इससे उत्तर प्रदेश को लगातार 25 वर्षों तक बिजली की आपूर्ति की जाएगी। इस डील के तहत कंपनी प्रति किलोवाट-घंटा (kWh) केवल ₹2.57 की दर से बिजली देगी, जो मौजूदा बाजार दरों के मुकाबले काफी सस्ती है।
राजस्थान में लगेगा प्लांट, यूपी को मिलेगा सस्ता पावर
इस प्रोजेक्ट की स्थापना राजस्थान में की जाएगी जहां पर्याप्त धूप और जमीन उपलब्ध है, जिससे सोलर एनर्जी उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। यह प्लांट 400 मेगावाट की क्षमता से बिजली उत्पादन करेगा और उत्तर प्रदेश की बिजली आवश्यकताओं को काफी हद तक पूरा करेगा। इस कदम से ना सिर्फ राज्य को स्थायी और सस्ती बिजली मिलेगी, बल्कि देश के Renewable Energy सेक्टर को भी नई दिशा मिलेगी।
शेयर में हलचल, प्रोजेक्ट एलान के बाद दिखी तेजी
इस अहम प्रोजेक्ट की घोषणा के बाद Adani Green Energy के शेयरों में हलचल देखी गई। शेयर ने दिन के कारोबार में 976.45 रुपए का ऊपरी स्तर छू लिया, जो इसका डे हाई रहा। हालांकि, दिन के अंत में यह थोड़ा फिसलकर ₹948 पर बंद हुआ, जो 1.24% की गिरावट को दर्शाता है। इसके बावजूद यह खबर निवेशकों के लिए उत्साहजनक रही क्योंकि भविष्य में कंपनी की आय और ग्रोथ की संभावनाएं बढ़ी हैं।
एक महीने में 23.62% का रिटर्न, सालभर में गिरावट
Adani Green Energy के शेयर पर नजर डालें तो पिछले 5 दिनों में इसमें 0.97% की गिरावट देखी गई है। लेकिन बीते एक महीने में यह शेयर 23.62% चढ़ा है, जिससे पता चलता है कि कंपनी में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है। हालांकि, अगर पूरे साल की बात करें तो इसमें 47.89% की गिरावट आई है। वर्तमान में कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹1.52 लाख करोड़ रुपए है।
तीसरी तिमाही में मुनाफे में 85% की बढ़ोतरी
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में Adani Green Energy का प्रॉफिट 85% बढ़कर ₹474 करोड़ रुपए पहुंच गया। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹256 करोड़ था। वहीं, कंपनी की पावर सप्लाई से कुल आय ₹1,993 करोड़ रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹1,765 करोड़ थी। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि कंपनी की परिचालन क्षमता और राजस्व दोनों में जबरदस्त सुधार हुआ है।
ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में अडाणी की आक्रामक रणनीति
Adani समूह पिछले कुछ समय से Renewable Energy क्षेत्र में आक्रामक रूप से निवेश कर रहा है। बीते 21 मार्च को Adani Energy Solutions को गुजरात में ₹2,800 करोड़ का पावर ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट मिला था। यह प्रोजेक्ट ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया की मैन्युफैक्चरिंग के लिए आवश्यक ग्रीन इलेक्ट्रॉन की सप्लाई करेगा।
इस प्रोजेक्ट में मुंद्रा स्थित नवीनल इलेक्ट्रिकल सबस्टेशन को 765/400kV के दो बड़े ट्रांसफॉर्मर जोड़कर अपग्रेड करना शामिल है। इसके अतिरिक्त भुज से मुंद्रा को जोड़ने के लिए 75 किलोमीटर लंबी 765kV डबल-सर्किट ट्रांसमिशन लाइन भी बनाई जाएगी। यह कार्य आगामी 36 महीनों के भीतर पूरा कर दिया जाएगा।
ऊर्जा क्षेत्र में भविष्य की रणनीति और विस्तार
Adani समूह की Renewable Energy सेक्टर में आक्रामक रणनीति यह संकेत देती है कि कंपनी आने वाले वर्षों में ग्रीन एनर्जी के मामले में ग्लोबल प्लेयर्स को चुनौती देने की स्थिति में पहुंच रही है। सरकार की Net-Zero Carbon Emission नीति के अंतर्गत Adani जैसी कंपनियों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है। विशेषकर तब जब भारत का लक्ष्य 2030 तक 500 GW का Renewable Energy उत्पादन करना है।
इस दिशा में यह 400 मेगावाट का प्रोजेक्ट न केवल पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा समाधान देगा, बल्कि यह भारत को Global Clean Energy हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक और ठोस कदम है।