
चंदौली जिले में किसानों के लिए लघु सिंचाई विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जिले में सोलर पंप लगाने को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग की ओर से 60 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाएगा। यह पहल न केवल किसानों की सिंचाई की समस्याओं को दूर करेगी, बल्कि उनकी खेती की लागत को भी कम करेगी। चालू वित्त वर्ष में जिले में 12 सोलर पंप लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जो भूजल संरक्षण और रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) के उपयोग को बढ़ावा देगा।
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2 एचपी सोलर पंप पर मिलेगा अनुदान
लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता रामजी सिंह के अनुसार, 2 एचपी के सोलर पंप पर कुल लागत 2.49 लाख रुपये आएगी। इसमें से किसान को 1.70 लाख रुपये का अनुदान मिलेगा, जिसमें सोलर पंप के लिए 1.03 लाख और टाली के लिए 67,500 रुपये शामिल हैं।
किसानों को अपने हिस्से के 79,186 रुपये का बैंक ड्राफ्ट विभाग में जमा करना होगा। यह योजना विशेष रूप से उन किसानों के लिए लाभकारी होगी जो बिजली और डीजल की लागत से परेशान रहते हैं।
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गिरते जलस्तर को रोकने की पहल
यह योजना भूजल संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। लगातार गिरते भूजल स्तर को देखते हुए यह पहल की गई है। इसके माध्यम से किसान न केवल फसलों की सिंचाई आसानी से कर सकेंगे, बल्कि उनका खर्च भी कम होगा।
लघु सिंचाई विभाग ने स्पष्ट किया है कि योजना का लाभ ‘पहले आओ-पहले पाओ’ के आधार पर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि जो किसान पहले आवेदन करेगा, उसे पहले यह लाभ मिलेगा। इसलिए इच्छुक किसानों को जल्द से जल्द आवेदन करना चाहिए।
सौर ऊर्जा का उपयोग: लागत में बचत
सौर जल पंप का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह बिना किसी लागत के सूर्य के प्रकाश का उपयोग करता है। यह रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) का उत्कृष्ट उदाहरण है, क्योंकि इसमें बिजली या डीजल पर निर्भरता नहीं होती।
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एक बार सोलर पंप स्थापित होने के बाद इसमें बिजली या ईंधन की कोई आवर्ती लागत नहीं होती। इससे किसानों को दीर्घकालिक बचत होती है और वे पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देते हैं।
आवेदन प्रक्रिया: पहले आओ-पहले पाओ
लघु सिंचाई विभाग के अनुसार, इस योजना का लाभ पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि जितनी जल्दी किसान आवेदन करेंगे, उतनी ही जल्दी उन्हें सोलर पंप का लाभ मिलेगा।
आवेदन के लिए बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से किसानों को अपने हिस्से के 79,186 रुपये जमा करने होंगे। इसके बाद विभाग उनकी आवेदन प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा।
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किसानों के लिए आर्थिक लाभ
यह योजना किसानों के लिए आर्थिक रूप से लाभकारी है, क्योंकि यह उनकी सिंचाई की लागत को कम करती है। सोलर पंप लगाने से किसानों को बिजली बिल और डीजल की लागत से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, यह पर्यावरण के अनुकूल भी है, क्योंकि यह ग्रीन एनर्जी का उपयोग करता है।
सोलर पंप योजना: कृषि में नई क्रांति
सोलर पंप योजना को कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति के रूप में देखा जा रहा है। यह न केवल खेती की लागत को कम करती है, बल्कि फसल उत्पादन में भी सुधार लाती है।
चंदौली जिले में इस योजना के तहत 12 सोलर पंप लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जो किसानों को निरंतर जल आपूर्ति प्रदान करेंगे। इससे किसानों की फसल उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी और वे आर्थिक रूप से सशक्त बनेंगे।
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पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम
यह योजना केवल आर्थिक लाभ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। सौर ऊर्जा का उपयोग करके यह कार्बन उत्सर्जन को कम करती है और ग्लोबल वार्मिंग को रोकने में मदद करती है।
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किसानों के लिए संदेश
लघु सिंचाई विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और आवेदन प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा करें। भूजल संरक्षण और रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए यह योजना किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है।