
यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया इन दिनों कानूनी संकट में घिर गए हैं। ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो में की गई विवादित टिप्पणी के बाद उनके खिलाफ महाराष्ट्र और असम सहित कई राज्यों में FIR दर्ज हुई हैं। इस केस में रणवीर की ओर से पैरवी कर रहे हैं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के बेटे और बॉम्बे हाईकोर्ट के प्रख्यात वकील, अभिनव चंद्रचूड़।
रणवीर इलाहाबादिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर अपने खिलाफ दर्ज सभी FIR को रद्द करने की मांग की थी। उन्होंने इन सभी मामलों की एक साथ सुनवाई कराने और तत्काल राहत पाने की अपील की थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने इस याचिका को खारिज कर दिया। अब यह मामला दो-तीन दिनों में कोर्ट की प्रोसीडिंग्स में लिस्ट किया जाएगा।
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एक साथ सुनवाई की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
अभिनव चंद्रचूड़ की ओर से याचिका में यह मांग रखी गई थी कि रणवीर के खिलाफ विभिन्न राज्यों में दर्ज सभी केसों की सुनवाई एक ही जगह पर की जाए, जिससे कानूनी प्रक्रिया आसान हो सके। इसके अलावा, उन्होंने तत्काल सुनवाई की भी गुहार लगाई थी ताकि रणवीर को राहत मिल सके। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस अपील को तुरंत खारिज कर दिया और कहा कि याचिकाओं पर सुनवाई अगले दो-तीन दिनों में की जाएगी।
कौन हैं रणवीर इलाहाबादिया के वकील अभिनव चंद्रचूड़?

अभिनव चंद्रचूड़, जो इस हाई-प्रोफाइल केस में रणवीर इलाहाबादिया का पक्ष रख रहे हैं, कोई आम वकील नहीं हैं। वे पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के बेटे हैं और अपने पिता की तरह ही कानून के क्षेत्र में प्रतिष्ठित नाम रखते हैं। अभिनव ने हार्वर्ड लॉ स्कूल से LL.M. किया है और वे बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं।
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अभिनव चंद्रचूड़ ने अपनी पढ़ाई मुंबई के गवर्मेंट लॉ कॉलेज से की है। उन्हें 2006 में कांस्टीट्यूशनल लॉ में ‘जस्टिस डी.पी. मॉर्डन प्राइज’ मिला था। इसके अलावा, 2007-2008 में उन्हें ‘यशवंत दलाल और रंगनाथ राव पुरस्कार’ से नवाजा गया था। अपने शिक्षण काल में लगातार टॉपर रहे अभिनव, अपने लेखों और कानूनी दृष्टिकोण के लिए भी चर्चित रहे हैं।
विवाद की जड़ और बढ़ती मुश्किलें
‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो के विवादित एपिसोड में, जो 14 नवंबर 2024 को खार हैबिटेट में शूट किया गया था, रणवीर इलाहाबादिया और अन्य पैनल सदस्यों द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों पर हंगामा मच गया है। शो के इस पैनल में रणवीर के अलावा कॉमेडियन समय रैना, यूट्यूबर आशीष चंचलानी और अपूर्वा मखीजा भी शामिल थे। इस एपिसोड के प्रसारण के बाद सोशल मीडिया पर उनकी कड़ी आलोचना हुई और महाराष्ट्र और असम में उनके खिलाफ FIR दर्ज हुईं।
रणवीर इलाहाबादिया की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हो रही हैं। देशभर में उनकी आलोचना का सिलसिला जारी है और उन पर लगे आरोपों को लेकर कानूनी कार्रवाई की मांग भी तेज हो रही है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई में उनके मामले में क्या नया मोड़ आता है।
क्या आगे बढ़ेंगी रणवीर इलाहाबादिया की परेशानियां?
रणवीर इलाहाबादिया के विवाद ने जहां सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है, वहीं कानूनी पचड़े ने उनके लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। इस मामले में उनके वकील अभिनव चंद्रचूड़ की कानूनी रणनीति और सुप्रीम कोर्ट का अगला फैसला महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
क्या रणवीर को कोर्ट से राहत मिलेगी या फिर उन्हें और कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा? इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।