प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ देशभर के लाखों घरों में रोशनी लाने का एक बड़ा कदम है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों को नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने के लिए प्रेरित करना और साथ ही बिजली के बढ़ते खर्च से राहत दिलाना है। खासतौर पर उन घरों के लिए PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana बेहद फायदेमंद है, जो महंगे बिजली बिलों से परेशान हैं और सौर ऊर्जा की मदद से खुद को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं।
इस योजना के तहत उत्तराखंड सरकार नागरिकों को ₹1,36,800 तक की सब्सिडी प्रदान कर रही है, जिससे घर की छत पर सोलर पैनल लगाकर मुफ्त बिजली उत्पन्न की जा सके। यह योजना खासतौर पर उन परिवारों के लिए फायदेमंद होगी जो पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा अपनाने की सोच रहे हैं। उत्तराखंड सहित कई अन्य राज्यों में यह योजना तेज़ी से लागू की जा रही है और हजारों घरों में पहले ही सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं।
सरकार PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana के माध्यम से यह सुनिश्चित कर रही है कि लोग सौर ऊर्जा के प्रति आकर्षित हों और इसका अधिक से अधिक लाभ उठाएं। जिन लोगों के घरों में सोलर पैनल इंस्टॉल किया जाएगा, वे न केवल बिजली के खर्च से बचेंगे, बल्कि अतिरिक्त बिजली का उत्पादन कर उसे ग्रिड में भेजकर मुनाफा भी कमा सकते हैं।
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कैसे मिलेगा सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना सब्सिडी का लाभ?
‘पीएम सूर्य घर योजना’ का लाभ उठाने के लिए नागरिकों को सरकार द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होगा। इसके लिए उन्हें आधिकारिक पोर्टल www.pmsuryaghar.gov.in पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन के दौरान नागरिकों को अपने बिजली बिल, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट डिटेल और छत की तस्वीरें अपलोड करनी होंगी। आवेदन स्वीकृत होने के बाद सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एजेंसियां सोलर पैनल लगाने का काम करेंगी।
सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी की राशि सीधी लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी, जिससे उन्हें इस योजना का अधिकतम लाभ मिले। अगर किसी व्यक्ति को इस योजना से संबंधित कोई जानकारी चाहिए या आवेदन में किसी भी प्रकार की सहायता चाहिए, तो वे हेल्पलाइन नंबर 9897566616 / 8449566616 पर संपर्क कर सकते हैं।
क्या होंगे फायदे?
इस योजना के तहत लोगों को सिर्फ आर्थिक राहत ही नहीं मिलेगी, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगा। सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होती है, जिससे कोयले या अन्य जीवाश्म ईंधन से बनने वाली बिजली की तुलना में कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। साथ ही, घरों में खुद का सौर संयंत्र होने से बिजली की निर्भरता कम हो जाएगी, जिससे भविष्य में ऊर्जा की कीमतों में उतार-चढ़ाव से भी बचा जा सकेगा।
सरकार का लक्ष्य वर्ष 2027 तक लाखों घरों में सोलर पैनल स्थापित करना है, जिससे भारत को सौर ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा सके। इस योजना के तहत उन घरों को भी लाभ मिलेगा, जो ग्रामीण क्षेत्रों में हैं और जहां बिजली की उपलब्धता सीमित रहती है।
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आवेदन करने की समय-सीमा और प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उठाने के लिए नागरिकों को जल्द से जल्द आवेदन करना होगा, क्योंकि सरकार एक निश्चित संख्या में ही सब्सिडी प्रदान कर रही है। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और इसे घर बैठे ही पूरा किया जा सकता है। एक बार आवेदन स्वीकृत होने के बाद, संबंधित विभाग की टीम निरीक्षण करेगी और पैनल की स्थापना के लिए आगे की कार्रवाई की जाएगी।