ब्रेकिंग न्यूज

2 दिन काम, 5 दिन छुट्टी! क्या सच में आ रहा है ऐसा कानून? जानिए कब से बदल सकता है वर्किंग वीक का सिस्टम

AI और टेक्नोलॉजी की वजह से काम के घंटे घटने वाले हैं! जानिए किन देशों में शुरू हो चुका है नया वर्क वीक सिस्टम और भारत में कब से आ सकता है ये बड़ा बदलाव? पढ़ें पूरी रिपोर्ट!

By Saloni uniyal
Published on
2 दिन काम, 5 दिन छुट्टी! क्या सच में आ रहा है ऐसा कानून? जानिए कब से बदल सकता है वर्किंग वीक का सिस्टम
2 दिन काम, 5 दिन छुट्टी! क्या सच में आ रहा है ऐसा कानून? जानिए कब से बदल सकता है वर्किंग वीक का सिस्टम

नई दिल्ली. हफ्ते में 2 दिन काम और 5 दिन आराम (2-day work week) – यह विचार सुनने में भले ही एक सपना लगे, लेकिन आने वाले समय में यह हकीकत में बदल सकता है. टेक्नोलॉजी की दुनिया के सबसे प्रभावशाली व्यक्तित्वों में से एक बिल गेट्स का मानना है कि AI (Artificial Intelligence) की तेजी से हो रही तरक्की के चलते अगले 10 वर्षों में वर्क वीक यानी कार्य सप्ताह में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. उनका कहना है कि आने वाले वक्त में इंसानों को केवल 2 से 3 दिन ही काम करना पड़ेगा, क्योंकि अधिकतर काम मशीनें और AI टूल्स संभाल लेंगे.

AI के बढ़ते प्रभाव से वर्क कल्चर में होगा बड़ा बदलाव

बिल गेट्स का कहना है कि Artificial Intelligence इंसानी श्रम का स्थान तेजी से ले रहा है. आने वाले दशक में मशीनें न सिर्फ रोजमर्रा के ऑफिस कार्य करेंगी, बल्कि निर्णय लेने और रणनीति बनाने जैसे उच्च स्तर के कामों में भी अहम भूमिका निभाएंगी. इससे इंसानों को सिर्फ क्रिएटिव या सुपरविजन जैसे कार्यों में हिस्सा लेना होगा. यह बदलाव न केवल कार्य के घंटों को घटाएगा बल्कि वर्क-लाइफ बैलेंस को भी बेहतर बनाएगा.

4 दिन का वर्क वीक पहले से हो चुका है सफल

बिल गेट्स का यह विज़न कोई दूर की बात नहीं है. दुनिया के कई देश 4-day work week को सफलतापूर्वक लागू कर चुके हैं. इन प्रयोगों से साबित हुआ है कि कम कार्यदिवस होने के बावजूद प्रोडक्टिविटी और कर्मचारी संतुष्टि में बढ़ोतरी हुई है.

आइसलैंड में 4 दिन काम करने से बढ़ी उत्पादकता

आइसलैंड ने 2015 से 2019 तक 4 दिन के वर्क वीक पर एक बड़ा ट्रायल किया था. इसके नतीजे इतने सकारात्मक रहे कि अब देश की 85% वर्कफोर्स को कम घंटे में काम करने की सुविधा दी जा रही है. प्रोडक्टिविटी में कोई गिरावट नहीं आई, बल्कि कर्मचारी मानसिक रूप से ज्यादा स्वस्थ और संतुलित दिखे.

बेल्जियम में कानून बना, 4 दिन में पूरा करें हफ्ते का काम

बेल्जियम ने 2022 में एक ऐसा कानून पास किया जिससे कर्मचारी यदि चाहें तो सप्ताह का पूरा काम 4 दिनों में पूरा कर सकते हैं, और इसके लिए वेतन में कोई कटौती नहीं की जाएगी. इससे न सिर्फ कर्मचारियों को अतिरिक्त छुट्टियों का लाभ मिला बल्कि कंपनियों को भी ज्यादा एफिशिएंसी देखने को मिली.

जापान में माइक्रोसॉफ्ट का प्रयोग, 40% बढ़ी प्रोडक्टिविटी

जापान में माइक्रोसॉफ्ट ने 4 दिन का वर्क वीक अपनाया और इसका असर चौंकाने वाला रहा. न सिर्फ कर्मचारियों ने ज्यादा उत्साह से काम किया बल्कि कंपनी की Productivity में 40% की बढ़त दर्ज की गई. इससे साफ होता है कि कम कार्यदिवस भी बेहतर परिणाम दे सकते हैं.

यूके और पुर्तगाल में सरकार ने दिए समर्थन

ब्रिटेन में 2022 में देश का सबसे बड़ा ट्रायल हुआ जिसमें 61 कंपनियों ने हिस्सा लिया. ट्रायल के बाद 90% कंपनियों ने इसे स्थायी रूप से लागू किया. वहीं, पुर्तगाल में सरकार ने कंपनियों को सब्सिडी देकर इस मॉडल को अपनाने की प्रक्रिया शुरू की है. इससे स्पष्ट है कि सरकारी सहयोग से कम वर्क डेज़ का मॉडल मजबूत हो सकता है.

अन्य देश भी कर रहे हैं विचार

जर्मनी, स्पेन, न्यूजीलैंड, और यूएस जैसे देश भी इस मॉडल की ओर बढ़ रहे हैं. स्पेन में सरकार कंपनियों को आर्थिक मदद दे रही है ताकि वे 4 दिन का वर्क वीक आजमा सकें. वहीं कैलिफोर्निया जैसे अमेरिकी राज्य भी इस दिशा में गंभीरता से सोच रहे हैं.

भारत में क्या है संभावना?

भारत में फिलहाल 2-day work week की अवधारणा थोड़ी दूर की लग सकती है, लेकिन बदलते समय में यह असंभव नहीं है. खासकर बड़े शहरों, आईटी सेक्टर, और स्टार्टअप्स में Remote Work, Flexi Hours और Hybrid Model पहले ही चलन में आ चुके हैं. AI और Automation के बढ़ते उपयोग से मैनपावर की आवश्यकता घटेगी और धीरे-धीरे काम के घंटे और दिन दोनों कम किए जा सकेंगे.

AI से मिलेगी नई दिशा, लेकिन चुनौतियां भी होंगी

जहां AI के कारण वर्किंग डेज़ में कटौती की उम्मीद बढ़ रही है, वहीं इसके साथ कुछ चुनौतियां भी सामने आएंगी. जैसे – रोजगार की संरचना में बदलाव, Reskilling और Upskilling की जरूरत, और हर सेक्टर में समान प्रभाव का न होना. उदाहरण के लिए, फैक्ट्री और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में AI का असर उतना तेज नहीं होगा जितना IT, Finance और Digital Services में.

क्या 2 दिन का वर्क वीक सपना है या भविष्य?

यह कहना जल्दबाज़ी होगी कि भारत में अगले कुछ वर्षों में ही 2-day work week आ जाएगा. लेकिन जिस गति से AI, Automation, और Remote Work Culture फैल रहा है, उससे यह स्पष्ट है कि काम के घंटे और दिन दोनों घटेंगे. आने वाले 5 से 10 वर्षों में, खासकर विकसित देशों में यह बदलाव तेजी से देखने को मिलेगा और भारत में भी इसका प्रभाव पड़ेगा.

Leave a Comment