
गर्मियों के मौसम में AC Blast जैसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। अप्रैल और मई की शुरुआत से ही उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में जबरदस्त गर्मी पड़ने लगती है। ऐसे में लोग राहत पाने के लिए तेजी से एयर कंडीशनर (Air Conditioner) का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अगर आप AC का यूज करते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान नहीं रखते, तो यह खतरनाक साबित हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, लापरवाही की वजह से AC ब्लास्ट (AC Blast) हो सकता है, जिससे ना सिर्फ संपत्ति का नुकसान हो सकता है बल्कि जान का भी खतरा बना रहता है।
तेज गर्मी में AC इस्तेमाल करना बना सकता है खतरा
भारत में चिलचिलाती गर्मी से निपटने के लिए एयर कंडीशनर का इस्तेमाल आम हो गया है। लोग घर, ऑफिस, गाड़ियों और दुकानों में AC चलाते हैं ताकि उन्हें गर्मी से राहत मिल सके। लेकिन जब इस मशीन को लगातार, गलत तरीके से या बिना मेंटेनेंस के इस्तेमाल किया जाता है, तो यह एक टाइम बम की तरह बन सकती है। AC Blast की कई घटनाएं यह साबित कर चुकी हैं कि थोड़ी सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
AC का टेंपरेचर बार-बार कम करना पड़ सकता है भारी
गर्मी के मौसम में अगर AC की कूलिंग सही नहीं हो रही है, तो लोग अक्सर उसका तापमान लगातार कम करते चले जाते हैं। लेकिन यह आदत बेहद खतरनाक हो सकती है। ऐसा करने से AC के कंप्रेसर (Compressor) पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे उसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है और वह ओवरहीट हो सकता है। कंप्रेसर ओवरलोड होने पर गर्मी ज्यादा बढ़ जाती है और इससे विस्फोट (Blast) होने की आशंका रहती है।
कंप्रेसर पर अधिक दबाव से बढ़ता है ब्लास्ट का खतरा
जब टेंपरेचर सेटिंग को बार-बार बदला जाता है या AC को बिना रुके कई घंटे तक चलाया जाता है, तो इसका सीधा असर कंप्रेसर पर पड़ता है। ठंडी हवा जरूर मिलती है, लेकिन कंप्रेसर का लगातार ओवरलोडिंग उसे डैमेज कर सकती है। कंप्रेसर जब अत्यधिक गर्म हो जाता है तो उसमें ब्लास्ट होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए गर्मियों में टेंपरेचर को लेकर सचेत रहना जरूरी है।
खराब वायरिंग और शॉर्ट सर्किट से हो सकता है धमाका
AC Blast का एक बड़ा कारण खराब वायरिंग (Wiring) और शॉर्ट सर्किट (Short Circuit) भी है। अक्सर घरों में पुराने तार या असुरक्षित कनेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है, जो समय के साथ गर्मी और लोड सहन नहीं कर पाते। ऐसे में अचानक शॉर्ट सर्किट हो सकता है, जो ब्लास्ट का कारण बनता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि एयर कंडीशनर इंस्टॉल करते वक्त प्रमाणित इलेक्ट्रिशियन की मदद लें और हर कुछ महीनों में वायरिंग की जांच जरूर कराएं।
गैस लीक होने पर बनता है बड़ा खतरा
एयर कंडीशनर के कूलिंग सिस्टम में इस्तेमाल होने वाली गैस अगर लीक हो जाए, तो वह किसी ज्वलनशील चीज के संपर्क में आकर विस्फोट कर सकती है। यह गैस अत्यधिक दाब (Pressure) में होती है और अगर इसमें लीक हो जाए, तो इससे आग लगने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। कई बार लोग इस गैस लीकेज को नजरअंदाज कर देते हैं या लोकल टेक्नीशियन से रिपेयर कराते हैं, जो आगे चलकर खतरनाक हो सकता है।
समय-समय पर AC की सर्विसिंग है बेहद जरूरी
अगर आप अपने एयर कंडीशनर की समय-समय पर सर्विसिंग (Servicing) नहीं कराते हैं, तो यह अंदर ही अंदर खराब होता जाता है। फिल्टर में धूल जमा हो जाती है, फैन में ग्रीस खत्म हो जाता है और गैस का प्रेशर घटने लगता है। इससे मशीन का संतुलन बिगड़ता है और वह असामान्य तरीके से काम करने लगती है। इससे भी ब्लास्ट का खतरा बढ़ता है। साल में कम से कम दो बार प्रोफेशनल सर्विस कराना जरूरी है, ताकि कोई तकनीकी खराबी समय रहते ठीक की जा सके।
AC इस्तेमाल करते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप AC Blast जैसी घटनाओं से बचना चाहते हैं, तो कुछ बातों को हमेशा याद रखें – टेंपरेचर को संतुलित रखें, पुरानी वायरिंग न चलाएं, गैस लीकेज की समय रहते जांच कराएं, और नियमित सर्विसिंग कराना न भूलें। इसके अलावा, AC चलाते समय उसके साउंड और स्मेल पर भी ध्यान दें। कोई भी असामान्य आवाज या गंध खतरे की घंटी हो सकती है।
नतीजा: एक लापरवाही बन सकती है जानलेवा हादसा
AC Blast की घटनाएं यह साबित करती हैं कि तकनीक की सुविधा के साथ-साथ जिम्मेदारी भी जरूरी है। अगर आप इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान नहीं रखते, तो इसका अंजाम बेहद खतरनाक हो सकता है। इसलिए इस गर्मी में एयर कंडीशनर का इस्तेमाल करते समय समझदारी से काम लें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें।