
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने फरवरी 2025 के लिए जो आंकड़े जारी किए हैं, वे भारत के संगठित क्षेत्र में रोजगार की स्थिति का एक दिलचस्प परिदृश्य पेश करते हैं। EPFO New Members in February 2025 के मुताबिक, इस महीने लगभग 7.39 लाख नए सदस्य संगठन से जुड़े हैं। यह संख्या पिछले चार महीनों में सबसे कम है, लेकिन अगर साल-दर-साल तुलना की जाए तो इसने 3.99 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। जनवरी में जहां 8.23 लाख नए सदस्य जुड़े थे, वहीं दिसंबर में यह आंकड़ा 8.47 लाख और नवंबर में 8.74 लाख था।
फरवरी का यह आंकड़ा अक्टूबर (7.50 लाख) से भी कम है, हालांकि सितंबर 2024 में जब 9.47 लाख नए सदस्य जुड़े थे, वह अब तक का उच्चतम स्तर रहा।
नेट मेंबर एडिशन 16.10 लाख के पार, पुनः जॉइन करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी
फरवरी 2025 में कुल नेट मेंबर एडिशन 16.10 लाख रहा। इसमें से एक बड़ी संख्या—करीब 13.18 लाख सदस्य—वे हैं जिन्होंने पहले EPFO को छोड़ दिया था लेकिन फरवरी में पुनः इससे जुड़ गए। ये वे लोग हैं जिन्होंने अपनी नौकरी बदली और फिर से किसी ऐसी कंपनी में काम शुरू किया जो EPFO के दायरे में आती है। मंत्रालय के अनुसार, इनमें से अधिकतर ने फाइनल सेटलमेंट नहीं कराया था, यानी उन्होंने EPF अकाउंट को पूरी तरह बंद नहीं किया था।
पिछले साल फरवरी की तुलना में पुनः जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या में 11.85 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। यह एक सकारात्मक संकेत है कि लोग संगठित क्षेत्र की ओर वापसी कर रहे हैं और सामाजिक सुरक्षा का लाभ उठाना चाहते हैं।
युवाओं की भागीदारी बनी रही प्रमुख, 18-25 आयु वर्ग सबसे आगे
इस महीने EPFO से जुड़ने वाले नए सदस्यों में सबसे अधिक योगदान 18 से 25 वर्ष के आयु वर्ग का रहा। इस कैटेगरी में करीब 4.27 लाख सदस्य जुड़े, जो कुल नए सब्सक्राइबर्स का 57.71 प्रतिशत है।
यह आंकड़ा यह स्पष्ट करता है कि देश की युवा पीढ़ी संगठित क्षेत्र में कदम रख रही है और पहली बार नौकरी शुरू करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यह ट्रेंड पिछले महीनों से मिलता-जुलता है, जिससे यह साबित होता है कि वर्कफोर्स में युवाओं की भागीदारी लगातार बनी हुई है।
महिलाओं की भागीदारी में भी वृद्धि, समावेशी कार्यबल की ओर बढ़ते कदम
फरवरी 2025 में लगभग 2.08 लाख महिला सदस्य EPFO से जुड़ीं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1.26 प्रतिशत अधिक है। इस महीने कुल नेट फीमेल पे-रोल वृद्धि लगभग 3.37 लाख रही, जो फरवरी 2024 की तुलना में 9.23 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
मंत्रालय ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह महिला कार्यबल की भागीदारी में निरंतर वृद्धि का संकेत है और देश एक अधिक समावेशी और विविध कार्यबल की दिशा में बढ़ रहा है। यह भी उल्लेखनीय है कि यह बढ़ोतरी न केवल नए अवसरों को दर्शाती है बल्कि समाज में कार्यरत महिलाओं की स्वीकार्यता को भी दर्शाती है।
टॉप राज्यों में महाराष्ट्र सबसे आगे, नेट पे-रोल में बड़ी भागीदारी
राज्यवार विश्लेषण में महाराष्ट्र ने 20.9 प्रतिशत नेट पे-रोल जोड़कर सबसे ऊपर स्थान पाया है। साथ ही, टॉप पांच राज्य और केंद्र शासित प्रदेश—महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात और हरियाणा—ने मिलकर कुल 59.75 प्रतिशत नेट पे-रोल वृद्धि में योगदान दिया है। इन राज्यों ने मिलकर फरवरी में कुल 9.62 लाख नेट पे-रोल जोड़े।
इसके अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्य भी इस सूची में शामिल हैं, जिन्होंने प्रत्येक ने महीने के दौरान 5 प्रतिशत से अधिक नेट पे-रोल जोड़ा। यह क्षेत्रीय आधार पर संगठित रोजगार के वितरण को दिखाता है और बताता है कि किस क्षेत्र में रोजगार के अवसर अधिक हैं।
फेस ऑथेंटिकेशन से UAN जेनरेट करना अब आसान, डिजिटल सुविधा का विस्तार
EPFO ने अपने करोड़ों सब्सक्राइबर्स के लिए एक और अहम सुविधा की शुरुआत की है। अब यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) जेनरेट और एक्टिवेट करने के लिए आधार फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नॉलजी का उपयोग किया जा सकता है। कर्मचारी अब उमंग ऐप (Umang App) के माध्यम से खुद UAN बना सकते हैं, जिससे प्रोसेस पूरी तरह डिजिटल और आसान हो गया है।
यह सुविधा खासकर उन नए जॉइन करने वालों के लिए मददगार साबित होगी जिन्हें KYC प्रोसेस से गुजरना होता है। फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए यह प्रक्रिया तेज, सुरक्षित और कागज़ी कार्यवाहियों से मुक्त हो जाएगी।