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New Traffic Rule Alert: गाड़ी में फ्यूल खत्म? चालान कट सकता है तगड़ा – ट्रैफिक का नया नियम जानकर चौंक जाएंगे

अगर आप टैक्सी, ऑटो या कैब चलाते हैं तो ये खबर आपके लिए जरूरी है सवारी के साथ फ्यूल भरवाने पर लग सकता है 250 रुपये का जुर्माना! ऐसा क्यों होता है? जानिए पूरी सच्चाई जो आपके पैसे और लाइसेंस दोनों बचा सकती है।

By Saloni uniyal
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New Traffic Rule Alert: गाड़ी में फ्यूल खत्म? चालान कट सकता है तगड़ा – ट्रैफिक का नया नियम जानकर चौंक जाएंगे
New Traffic Rule Alert: गाड़ी में फ्यूल खत्म? चालान कट सकता है तगड़ा – ट्रैफिक का नया नियम जानकर चौंक जाएंगे

गाड़ी में कम तेल (Low Fuel Challan) होने पर चालान काटा जा सकता है — यह सुनकर शायद आपको यकीन न हो, लेकिन भारत के ट्रैफिक नियमों में यह प्रावधान वास्तव में मौजूद है। हालांकि अब तक ऐसे मामलों की संख्या बहुत कम रही है, लेकिन यह नियम खासतौर पर व्यावसायिक वाहनों (Commercial Vehicles) के लिए लागू किया गया है।

इस नियम के तहत अगर कोई कमर्शियल ड्राइवर किसी यात्री को लेकर रास्ते में ईंधन (Petrol, Diesel, CNG) भरवाने के लिए रुकता है, तो ट्रैफिक पुलिस उसे 250 रुपये तक का चालान थमा सकती है। इसका सीधा मतलब है कि यात्री के साथ वाहन में यात्रा करते समय यदि फ्यूल खत्म हो जाए या वाहन चालक रिफ्यूलिंग के लिए बीच रास्ते में रुके, तो इसे नियम उल्लंघन माना जाएगा।

मामला जिसने लोगों का ध्यान खींचा

इस नियम का उल्लेख भले ही अब चर्चा में आया हो, लेकिन इसका एक उदाहरण 2022 में देखने को मिला था। केरल में रहने वाले तुलसी श्याम को ट्रैफिक पुलिस ने उस समय रोका जब वे एक वनवे सड़क पर उल्टी दिशा में बाइक चला रहे थे। पुलिस द्वारा काटे गए चालान में जो कारण लिखा गया, वह चौंकाने वाला था— “वाहन में कम तेल”।

हालांकि असल में चालान गलत दिशा में गाड़ी चलाने का था, लेकिन चालान की रसीद पर जो कारण दर्ज किया गया, उसने इस ट्रैफिक नियम की ओर सबका ध्यान आकर्षित कर दिया। यह एक तकनीकी त्रुटि थी, मगर इससे यह स्पष्ट हुआ कि कम तेल के कारण भी चालान काटा जा सकता है, विशेष रूप से जब वह व्यावसायिक वाहन हो।

नियम का उद्देश्य क्या है?

इस नियम को लागू करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी कमर्शियल वाहन (Taxi, Auto, Cab) जब सवारी लेकर चले, तो उसमें इतना ईंधन होना चाहिए कि वह यात्री को सुरक्षित और समय पर उनके गंतव्य तक पहुंचा सके। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर बीच रास्ते में वाहन बंद हो जाए, तो यात्री को असुविधा हो सकती है और यह सुरक्षा के लिहाज से भी ठीक नहीं है।

यही कारण है कि नियम के अनुसार, यदि कोई कमर्शियल ड्राइवर सवारी के साथ फ्यूल भरवाने के लिए रुकता है, तो यह ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन माना जाएगा और उस पर Low Fuel Challan लगाया जा सकता है।

निजी वाहन इस नियम के दायरे में नहीं

यह जानना जरूरी है कि यह नियम निजी वाहनों (Private Vehicles) पर लागू नहीं होता। मतलब अगर आप अपनी कार चला रहे हैं और रास्ते में तेल भरवाने के लिए रुकते हैं, तो आप पर कोई चालान नहीं लगेगा। लेकिन अगर आप ओला, उबर, टैक्सी या किसी अन्य कमर्शियल वाहन का संचालन कर रहे हैं, तो यह नियम आपको भी उतनी ही सख्ती से मानना होगा।

क्या पुलिस वास्तव में इस नियम को लागू करती है?

वास्तविकता यह है कि इस नियम का उल्लंघन होने के बावजूद पुलिस अधिकांश मामलों में चालान नहीं काटती। अक्सर कैब या ऑटो चालक यात्रियों को बैठाकर फ्यूल भरवाने के लिए रुकते हैं, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। फिर भी यह नियम कानून की किताबों में दर्ज है और यदि कभी भी सख्ती से लागू किया जाए तो दंडित किया जा सकता है।

कैब चालकों और व्यावसायिक ड्राइवरों के लिए चेतावनी

यदि आप या आपके जानने वाले किसी भी प्रकार का व्यावसायिक वाहन चलाते हैं, तो यह जानना जरूरी है कि वाहन में हमेशा पर्याप्त ईंधन होना चाहिए। न केवल यह ट्रैफिक नियमों का पालन है, बल्कि यह यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा से भी जुड़ा हुआ है।

इसलिए अगली बार जब कोई ड्राइवर यह कहे कि “भाईसाहब, पहले सीएनजी भरवा लेते हैं,” तो उसे यह नियम याद दिलाइए—क्योंकि इसके लिए 250 रुपये तक का चालान हो सकता है।

नियम की जानकारी से ट्रैफिक व्यवहार सुधर सकता है

भारत में अधिकतर लोग ट्रैफिक नियमों के बारे में अधूरी जानकारी रखते हैं। ऐसा ही एक नियम Low Fuel Challan का है, जो बहुत ही कम लोगों को पता होता है। लेकिन इसकी जानकारी से न केवल वाहन चालकों की सतर्कता बढ़ सकती है, बल्कि यातायात व्यवस्था में सुधार भी हो सकता है।

इस तरह के नियम यह दिखाते हैं कि ट्रैफिक व्यवस्था केवल स्पीड लिमिट या हेलमेट पहनने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसमें ऐसी बातें भी शामिल हैं जो यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा से जुड़ी होती हैं।

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