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इस साल सोना ₹1 लाख जाएगा या ₹55,000 पर रुक जाएगा? जानिए गोल्ड मार्केट पर एक्सपर्ट्स की राय

Gold की कीमतें रिकॉर्ड तोड़ रही हैं! MCX पर नई ऊंचाई और निवेशकों में जबरदस्त हलचल क्या सोना अब भी फायदे का सौदा है या शुरू होगी बड़ी गिरावट? विशेषज्ञों की राय और पूरे बाजार का हाल जानने के लिए पढ़ें ये एक्सक्लूसिव रिपोर्ट।

By Saloni uniyal
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इस साल सोना ₹1 लाख जाएगा या ₹55,000 पर रुक जाएगा? जानिए गोल्ड मार्केट पर एक्सपर्ट्स की राय
इस साल सोना ₹1 लाख जाएगा या ₹55,000 पर रुक जाएगा? जानिए गोल्ड मार्केट पर एक्सपर्ट्स की राय

पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमत में लगातार तेजी देखने को मिली है, जिससे यह सवाल उठने लगा है कि क्या इस साल सोना 1 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच जाएगा या फिर इसमें गिरावट आकर यह 55 हजार प्रति 10 ग्राम पर आ सकता है? इस तेजी के पीछे कई घरेलू और वैश्विक कारक माने जा रहे हैं, जिसमें सबसे अहम है अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर, ग्लोबल वोलैटिलिटी और निवेशकों का शेयर बाजार से हटकर सोने की ओर रुख करना।

ग्लोबल तनाव के चलते सोने में निवेश बढ़ा

ग्लोबल मार्केट में वोलैटिलिटी और भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों को सुरक्षित विकल्पों की ओर धकेला है, जिसका सीधा फायदा सोने को मिला है। अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर ने निवेशकों को असहज किया है। जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, तभी से सोने की कीमतों में बढ़त देखी गई। हालांकि बाद में उन्होंने 90 दिन के लिए इस फैसले को टाल दिया, लेकिन तब तक बाजार में डर का माहौल बन चुका था।

रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा सोना

शुक्रवार को MCX पर सोने ने नया रिकॉर्ड बनाया। दिल्ली में 22 कैरेट सोने का दाम 85,760 रुपए प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट का दाम 93,540 रुपए प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया। यह कीमत अब तक के उच्चतम स्तर में से एक है। यह तेजी यह दर्शाती है कि निवेशक शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से परेशान होकर सुरक्षित निवेश के विकल्प यानी सोने-Gold की ओर रुख कर रहे हैं।

सोने की तेजी के पीछे क्या कारण हैं?

विशेषज्ञों के अनुसार सोने में इस तरह की तेजी कई कारणों से आई है:

  • वैश्विक स्तर पर केंद्रीय बैंकों द्वारा भारी खरीदारी
  • अमेरिका-चीन के बीच चल रहा ट्रेड वॉर और भू-राजनीतिक तनाव।
  • डॉलर में कमजोरी और ब्याज दरों में अनिश्चितता।
  • शेयर बाजार में अस्थिरता और निवेशकों का रुझान सोने की ओर।

इन सभी कारणों ने मिलकर सोने को निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है।

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क्या सोना 1 लाख तक पहुंच पाएगा?

अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या सोना इस साल 1 लाख प्रति 10 ग्राम के स्तर को छू पाएगा? विशेषज्ञों की राय इस पर बंटी हुई है। कुछ का मानना है कि अगर मौजूदा ट्रेंड और वैश्विक अस्थिरता बनी रही, तो यह संभव है। वहीं कुछ विश्लेषकों का कहना है कि अभी तक के सभी पॉजिटिव फैक्टर पहले ही सामने आ चुके हैं, और अब सोने की कीमत को और ऊपर ले जाने के लिए कोई नया ट्रिगर नहीं बचा है।

गिरावट का भी अनुमान

कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि यदि वैश्विक स्तर पर स्थिरता आती है और अमेरिकी फेड ब्याज दरों में बढ़ोतरी करता है, तो सोने की कीमतों में 40% तक की गिरावट भी देखी जा सकती है। इसका मतलब है कि सोना फिर से 55,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ सकता है।

क्या निवेशकों को सोने में निवेश करना चाहिए?

सोना हमेशा से सुरक्षित निवेश (Safe Haven Investment) माना जाता रहा है, खासकर तब जब बाजार में अस्थिरता होती है। यदि आप दीर्घकालिक निवेशक हैं, तो सोना अभी भी आपके पोर्टफोलियो का एक अच्छा हिस्सा बन सकता है। हालांकि, शॉर्ट टर्म में तेज मुनाफे की उम्मीद रखना जोखिम भरा हो सकता है, क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना लगातार बनी हुई है।

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