
PM Kisan Yojana यानी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य देश के छोटे और सीमांत किसानों को सालाना ₹6,000 की आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह सहायता तीन बराबर किस्तों में किसानों के बैंक खातों में Direct Benefit Transfer (DBT) के माध्यम से भेजी जाती है। योजना की हालिया 19वीं किस्त 24 फरवरी 2025 को जारी की गई थी, जिसमें 9.8 करोड़ से अधिक किसानों को ₹22,000 करोड़ से ज्यादा की राशि ट्रांसफर की गई।
लेकिन बहुत से किसानों की शिकायत है कि उन्हें अभी तक यह किस्त नहीं मिली है। अगर आप भी इन्हीं किसानों में से एक हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आधार-Aadhaar लिंकिंग, e-KYC या अन्य तकनीकी कारणों से यह राशि अटक सकती है। इस लेख में हम विस्तार से उन सभी संभावित कारणों को समझेंगे जिनकी वजह से आपकी PM Kisan Yojana की किस्त ट्रांसफर नहीं हो पा रही है।
e-KYC पूरा न होना हो सकता है सबसे बड़ी वजह
PM-KISAN योजना का लाभ पाने के लिए किसानों को अपना e-KYC पूरा करना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया आधार के माध्यम से होती है और इसका मुख्य उद्देश्य लाभार्थियों की पहचान की पुष्टि करना होता है। अगर आपने अभी तक e-KYC नहीं कराया है या फिर आपकी e-KYC प्रक्रिया में कोई त्रुटि है, तो आपकी किस्त रोकी जा सकती है।
सरकार ने कई बार e-KYC अपडेट की अंतिम तिथि बढ़ाई है, लेकिन अगर किसान समय रहते इसे पूरा नहीं करते हैं, तो DBT प्रक्रिया बाधित हो जाती है। ऐसे में e-KYC को तुरंत अपडेट करना आवश्यक हो जाता है।
बैंक अकाउंट से आधार न जुड़ा होना
Aadhaar linking के बिना किसी भी सरकारी योजना की राशि ट्रांसफर नहीं हो सकती। कई बार किसान का बैंक खाता आधार से लिंक नहीं होता या लिंकिंग में तकनीकी गड़बड़ी होती है। इससे ट्रांजैक्शन फेल हो जाता है और पैसे वापस सरकार के खाते में लौट जाते हैं।
इसलिए किसानों को अपने बैंक शाखा में जाकर आधार सीडिंग की पुष्टि करनी चाहिए। UIDAI की वेबसाइट या बैंक की नेटबैंकिंग सेवाओं के माध्यम से भी आधार लिंकिंग की स्थिति चेक की जा सकती है।
DBT सेवा एक्टिवेट न होना
Direct Benefit Transfer (DBT) एक ऐसी प्रणाली है जिसमें सरकारी सब्सिडी या सहायता सीधे लाभार्थियों के खाते में जमा होती है। अगर आपके बैंक खाते में DBT सेवा एक्टिवेट नहीं है, तो पैसा ट्रांसफर नहीं हो पाएगा।
इस सेवा को सक्रिय कराने के लिए आपको अपने बैंक ब्रांच में जाकर एक निर्धारित फॉर्म भरना होता है। यह प्रक्रिया सरल है लेकिन जागरूकता की कमी की वजह से कई किसान इसका लाभ नहीं उठा पाते।
भूमि सत्यापन अधूरा होना
कई राज्यों में अब किसानों की पात्रता तय करने के लिए भूमि रिकॉर्ड वेरीफिकेशन को अनिवार्य कर दिया गया है। अगर आपके जमीन के दस्तावेजों की जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है, तो आपकी किस्त रोकी जा सकती है।
राज्य सरकारों ने डिजिटल भूमि अभिलेखों के आधार पर पात्रता सत्यापन की प्रक्रिया तेज की है, लेकिन अगर इसमें कोई देरी या गड़बड़ी है, तो किस्त ट्रांसफर अटक सकती है।
बैंक या आधार डिटेल्स में बदलाव
अगर आपने हाल ही में अपना बैंक खाता बदला है, मोबाइल नंबर बदला है या आधार में कोई सुधार कराया है और इसे योजना में अपडेट नहीं किया है, तो यह भी एक कारण हो सकता है कि आपकी किस्त ट्रांसफर नहीं हुई है।
कई बार नाम की स्पेलिंग में अंतर, गलत IFSC कोड या पुराने खाते की जानकारी देने से भुगतान की प्रक्रिया बाधित होती है। किसान पोर्टल पर लॉग इन करके अपनी सारी जानकारी अपडेट करना जरूरी है।
शिकायत कहां और कैसे दर्ज करें?
अगर आपको 24 फरवरी 2025 को जारी हुई 19वीं किस्त नहीं मिली है, तो आप इसकी शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं। PM-Kisan Yojana की आधिकारिक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 011-23381092 है, और आप ईमेल के माध्यम से भी शिकायत भेज सकते हैं – pmkisan-ict@gov.in।
इसके अतिरिक्त, किसानों की सहायता के लिए अब PM Kisan E-Mitra नाम का एक AI चैटबॉट लॉन्च किया गया है, जो आपके सवालों के जवाब कुछ ही सेकंड में देता है और जानकारी पाने की प्रक्रिया को आसान बनाता है।
किस्त का स्टेटस ऑनलाइन कैसे चेक करें?
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी किस्त क्यों नहीं आई, तो इसके लिए आपको PM-Kisan की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा। यहां ‘Know Your Status’ नामक ऑप्शन पर क्लिक करें और अपनी रजिस्ट्रेशन आईडी दर्ज करें। इसके बाद ‘Get OTP’ पर क्लिक करें और OTP डालते ही आपके सामने आपकी किस्त की वर्तमान स्थिति आ जाएगी।