
Bihar Land Survey के तहत भोजपुर जिले में चल रहे भूमि सर्वे अभियान में जमीन मालिकों यानी रैयतों की धीमी भागीदारी को देखते हुए सरकार ने एक बार फिर आवेदन की समयसीमा बढ़ा दी है। इस बार आवेदन प्रक्रिया को पहले से और सरल बनाया गया है, जिससे अधिक से अधिक रैयत इस प्रक्रिया में हिस्सा ले सकें। सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि अब जमीन से संबंधित दस्तावेजों की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। रैयत अब केवल आवेदन जमा करके सर्वे के समय दस्तावेज प्रस्तुत कर सकते हैं।
केवल 2.81 लाख आवेदन, जबकि जिले में हैं 10 लाख से अधिक जमाबंदियां
भोजपुर जिले में भूमि सर्वे के लिए अब तक ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से केवल 2,81,694 आवेदन ही प्राप्त हुए हैं, जबकि जिले में अद्यतन पंजी 2 के अनुसार कुल 10,03,228 जमाबंदियों की संख्या दर्ज है। इस बड़े अंतर को देखते हुए जिला प्रशासन ने आवेदन प्रक्रिया की समयसीमा को पुनः बढ़ा दिया है, ताकि अधिक संख्या में रैयत अपनी जमीन के सर्वेक्षण हेतु पंजीकरण कर सकें।
रैयतों को अब पहले नहीं देने होंगे कागजात
इस बार आवेदन प्रक्रिया में एक अहम बदलाव किया गया है। पहले रैयतों को आवेदन के समय शपथ पत्र और वंशावली जैसे दस्तावेज जमा करने होते थे, जिससे कई लोगों को दिक्कत होती थी। अब सरकार ने यह नियम हटा दिया है। रैयत अब बिना किसी दस्तावेज के आवेदन कर सकते हैं और बाद में जब सर्वे शुरू होगा, तब आवश्यक कागजात प्रस्तुत किए जा सकते हैं। इससे प्रक्रिया सरल होने के साथ-साथ पारदर्शी भी हुई है।
कुल खेसरा और राजस्व ग्रामों का आँकड़ा
भोजपुर जिले में कुल खेसरा की संख्या 20,39,431 है और पंजी 2 के अनुसार जमाबंदियों की कुल संख्या 10,03,228 है। अब तक प्राप्त आवेदनों में से 1,26,089 ऑनलाइन माध्यम से और 1,55,605 ऑफलाइन माध्यम से जमा किए गए हैं। इस प्रकार अब तक कुल 2,81,694 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जो कुल संभावित संख्या का केवल एक हिस्सा ही है।
तेज हुई अपलोडिंग की प्रक्रिया
जिले में आवेदन प्राप्त होने के बाद कंप्यूटर ऑपरेटरों के माध्यम से उन्हें पोर्टल पर अपलोड करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। भोजपुर जिले के कुल 1157 राजस्व ग्रामों में से अब तक 581 ग्रामों में रैयतों के आवेदन अपलोड किए जा चुके हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि प्रशासनिक स्तर पर सर्वे प्रक्रिया को गति देने का प्रयास जारी है।
जिला प्रशासन की अपील: बिना दस्तावेज के करें आवेदन
जिला सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी पंकज कुमार ने आम रैयतों से अपील की है कि वे जल्दी से जल्दी आवेदन जमा करें, चाहे उनके पास जमीन से जुड़े दस्तावेज हों या नहीं। यदि किसी के पास दस्तावेज उपलब्ध हैं, तो वह आवेदन के साथ दे सकते हैं, लेकिन यह अब अनिवार्य नहीं है। सरकार चाहती है कि हर भूमि मालिक की जमीन का सर्वे समय पर और सही तरीके से हो, ताकि भविष्य में भूमि विवादों से बचा जा सके।
किन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा और सबसे कम आवेदन अपलोड
भोजपुर जिले के 1157 राजस्व ग्रामों में से 581 ग्रामों में रैयतों के आवेदन अपलोड किए जा चुके हैं। सबसे अधिक पीरो और तरारी अंचल क्षेत्र में क्रमशः 55 और 54 ग्रामों में आवेदन अपलोड किए गए हैं। वहीं सबसे कम संदेश अंचल में केवल 29 राजस्व ग्रामों में ही कागजात अपलोड हो पाए हैं। यह स्थिति दर्शाती है कि कुछ क्षेत्रों में लोगों की जागरूकता और भागीदारी अधिक है, जबकि कुछ क्षेत्रों में अब भी प्रयासों की जरूरत है।