
8th Pay Commission को लेकर केंद्र सरकार ने आधिकारिक रूप से तैयारियां शुरू कर दी हैं और इससे जुड़ी तमाम अटकलें अब स्पष्ट होती नजर आ रही हैं। सबसे बड़ा सवाल जो केंद्रीय कर्मचारियों के बीच गूंज रहा है, वह यह है कि क्या 1 जनवरी 2026 से पहले रिटायर होने वाले कर्मचारियों को 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) का लाभ मिलेगा या नहीं? यह सवाल इसलिए भी महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें अगले साल से लागू होने की संभावना है।
8वें वेतन आयोग को लेकर सरकार की तैयारी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में राज्यसभा में फाइनेंस बिल, 2025 और विनियोग (संख्या 3) विधेयक, 2025 पर चर्चा के दौरान इस बात को स्पष्ट किया कि सरकार द्वारा पेंशन नियमों में जो बदलाव किए गए हैं, वे सिर्फ मौजूदा नीतियों को वैध बनाने के लिए हैं। इन बदलावों से सिविल और रक्षा पेंशनभोगियों (pensioners) के लाभ में कोई कटौती या बदलाव नहीं होगा।
इस बयान से यह संकेत मिलता है कि सरकार वेतन आयोग को लागू करने से पहले सभी संभावित विवादों को स्पष्ट करना चाहती है, ताकि कर्मचारियों और पेंशनर्स में किसी भी तरह की असमंजस की स्थिति न रहे।
मिलेगा या नहीं 8वें वेतन आयोग का लाभ?
सरकारी सूत्रों के अनुसार, 8th Pay Commission की सिफारिशों को लागू करने की तिथि 1 जनवरी 2026 तय की गई है। इसी आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस तिथि से पहले रिटायर होने वाले कर्मचारियों को भी इसका फायदा मिल सकता है।
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) की सिफारिशों में 2016 से पहले और बाद में रिटायर हुए कर्मचारियों के बीच समानता सुनिश्चित की गई थी। इसलिए इस बार भी यही नीति अपनाई जा सकती है कि 1 जनवरी 2026 से पहले रिटायर होने वाले कर्मचारी भी 8वें वेतन आयोग के लाभ के दायरे में आएं।
पेंशन में होगा संशोधन
8वें वेतन आयोग के लागू होने से न केवल वेतन में संशोधन होगा, बल्कि पेंशन (pension) और महंगाई भत्ता (DA – Dearness Allowance) तथा महंगाई राहत (DR – Dearness Relief) में भी बदलाव देखने को मिल सकता है।
पहले के वेतन आयोगों के अनुभवों को देखते हुए यह लगभग तय माना जा रहा है कि 8वें वेतन आयोग के लागू होते ही पेंशनर्स की आय में वृद्धि होगी। इससे खासकर उन कर्मचारियों को राहत मिलेगी जो 2025 के अंत तक रिटायर हो सकते हैं।
पीएम मोदी ने दी थी मंजूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2025 में 8वें केंद्रीय वेतन आयोग (8th Central Pay Commission) के गठन को मंजूरी दी थी। इसके तहत केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के वेतन और लाभों में व्यापक संशोधन किया जाना है।
सरकार का उद्देश्य है कि कर्मचारियों को बदलते आर्थिक परिदृश्य के अनुसार वेतन और भत्ते मिलें और पेंशनर्स को भी जीवन यापन के लिए उचित लाभ प्राप्त हो।
कर्मचारियों के मन में क्यों है असमंजस?
वर्तमान में सरकार ने यह तो स्पष्ट कर दिया है कि मौजूदा नीतियों में किए गए बदलाव पुराने पेंशनर्स को प्रभावित नहीं करेंगे। लेकिन 1 जनवरी 2026 से कुछ ही दिन पहले रिटायर होने वाले कर्मचारियों को लेकर पूरी तरह स्पष्टता अभी तक सामने नहीं आई है।
हालांकि वित्त मंत्री के बयान और 7वें वेतन आयोग के उदाहरण को देखते हुए कहा जा सकता है कि सरकार समानता की नीति को बनाए रखेगी और इन कर्मचारियों को भी आयोग के लाभ दिए जाएंगे।
पेंशनर्स को मिल सकती है बड़ी राहत
यदि 8वें वेतन आयोग के लाभ 2026 से पहले रिटायर होने वाले कर्मचारियों को भी दिए जाते हैं, तो यह सरकार द्वारा पेंशनर्स के हितों को सुरक्षित रखने का बड़ा कदम माना जाएगा। इससे न केवल कर्मचारी वर्ग का सरकार पर विश्वास बढ़ेगा, बल्कि यह आगामी लोकसभा चुनावों से पहले केंद्र सरकार के लिए एक मजबूत राजनीतिक संदेश भी हो सकता है।