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Indian Army Recruitment: क्या फिजिकल टेस्ट होगा आसान? सरकार ने दिया बड़ा जवाब

भारतीय सेना की भर्ती प्रक्रिया में शारीरिक परीक्षण से जुड़ी जानकारी जानने के लिए यह लेख पढ़ें! जानिए कौन से मानदंड सबसे कठिन हैं और कैसे आप इनको पास कर सकते हैं। अगर आप भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो ये जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

By Saloni uniyal
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Indian Army Recruitment: क्या फिजिकल टेस्ट होगा आसान? सरकार ने दिया बड़ा जवाब
Indian Army Recruitment: क्या फिजिकल टेस्ट होगा आसान? सरकार ने दिया बड़ा जवाब

भारतीय सेना में भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षण (Physical Test) के मानदंडों को सरल बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं है, ऐसा हाल ही में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने इस संबंध में कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है और भर्ती प्रक्रिया के मानदंड पहले की तरह ही जारी रहेंगे। इसके बावजूद, भारतीय सेना के भर्ती मानदंडों को लेकर उम्मीदवारों में अक्सर भ्रम और सवाल रहते हैं, इसलिए इस लेख में हम भारतीय सेना में भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षण के मानदंडों को विस्तार से समझेंगे।

भारतीय सेना की भर्ती प्रक्रिया में शारीरिक परीक्षण के मानदंड

भारतीय सेना में भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षण के विभिन्न मानदंड होते हैं, जिन्हें उम्मीदवारों को पूरा करना होता है। यह मानदंड उनकी शारीरिक क्षमता, सहनशक्ति और फिटनेस को परखने के लिए होते हैं। भारतीय सेना में भर्ती के दौरान, उम्मीदवारों को एक निर्धारित समय सीमा में दौड़ने, पुल-अप्स करने और कुछ अन्य शारीरिक परीक्षणों से गुजरना होता है।

भारतीय सेना की भर्ती में शारीरिक परीक्षण मुख्य रूप से चार समूहों में बांटे गए हैं। प्रत्येक समूह के लिए दौड़, पुल-अप्स और अन्य शारीरिक मानदंड निर्धारित किए गए हैं। इन मानदंडों के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।

ग्रुप 1: सबसे कठिन मानदंड

ग्रुप 1 के लिए सबसे सख्त मानदंड होते हैं। इसमें उम्मीदवारों को साढ़े 5 मिनट में 1.6 किलोमीटर दौड़ने और 10 पुल-अप्स (Pull-ups) करने होते हैं। यह मानदंड उम्मीदवारों की अधिकतम शारीरिक क्षमता को परखने के लिए निर्धारित किए गए हैं। इस समूह के उम्मीदवारों को अधिकतम शारीरिक प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है, और केवल फिट और सक्षम उम्मीदवार ही इस मानदंड को पास कर सकते हैं।

ग्रुप 2: सामान्य मानदंड

ग्रुप 2 के मानदंड ग्रुप 1 से थोड़ा आसान होते हैं। इसमें उम्मीदवारों को 5 मिनट 45 सेकंड में 1.6 किलोमीटर दौड़ने और 9 पुल-अप्स करने होते हैं। यह मानदंड ग्रुप 1 के मुकाबले थोड़े कम सख्त होते हैं, लेकिन फिर भी एक अच्छी शारीरिक स्थिति की आवश्यकता होती है। इस समूह के उम्मीदवारों को भी शारीरिक रूप से सक्षम होना चाहिए।

ग्रुप 3: थोड़ा आसान मानदंड

ग्रुप 3 के मानदंड ग्रुप 2 से भी थोड़ा आसान होते हैं। इसमें उम्मीदवारों को 6 मिनट में 1.6 किलोमीटर दौड़ने और 8 पुल-अप्स करने होते हैं। यह मानदंड उन उम्मीदवारों के लिए होते हैं, जिनकी शारीरिक क्षमता ग्रुप 1 और ग्रुप 2 के मुकाबले कम होती है, लेकिन वे फिर भी पर्याप्त शारीरिक फिटनेस रखते हैं।

ग्रुप 4: सबसे आसान मानदंड

ग्रुप 4 के मानदंड सबसे आसान होते हैं। इसमें उम्मीदवारों को 6 मिनट 15 सेकंड में 1.6 किलोमीटर दौड़ने और 7 पुल-अप्स करने होते हैं। यह मानदंड उन उम्मीदवारों के लिए निर्धारित किए गए हैं, जिनकी शारीरिक क्षमता सबसे कम होती है, लेकिन वे फिर भी भर्ती के लिए पात्र होते हैं। इस समूह के मानदंडों को पास करना अपेक्षाकृत आसान होता है, लेकिन फिर भी फिटनेस का ध्यान रखना जरूरी है।

अन्य आवश्यक शारीरिक परीक्षण

उपरोक्त सभी समूहों में 9 फीट लंबी कूद और जिग-जैग बैलेंस टेस्ट भी शारीरिक परीक्षण के मानदंड हैं। इन परीक्षणों का उद्देश्य उम्मीदवारों की लचीलेपन और संतुलन को परखना है। ये परीक्षण शारीरिक परीक्षण का एक अहम हिस्सा होते हैं और भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत इनका महत्व कम नहीं किया जा सकता।

भर्ती प्रक्रिया में हुआ नया बदलाव

हाल ही में भारतीय सेना की भर्ती प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। अब कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (CEE) शारीरिक परीक्षण से पहले आयोजित किया जाएगा। इसमें सफल उम्मीदवारों को ही शारीरिक और चिकित्सा परीक्षण के लिए बुलाया जाएगा। इससे भर्ती प्रक्रिया को और अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने का प्रयास किया गया है, ताकि केवल योग्य और सक्षम उम्मीदवार ही आगे बढ़ सकें।

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