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Drishti IAS को खरीदने की तैयारी में PhysicsWallah! ₹2,500 करोड़ की डील पर चल रही बात –जल्द हो सकती है डील फाइनल

Alakh Pandey की अगुवाई वाला Physicswala अब UPSC की दुनिया में कदम रखने को तैयार! क्या Drishti IAS बेच रहे हैं Vikas Divyakirti? मीडिया रिपोर्ट्स ने खड़ा किया बड़ा सवाल, CEO ने दी चौंकाने वाली प्रतिक्रिया – पूरी डिटेल्स जानिए।

By Saloni uniyal
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Drishti IAS को खरीदने की तैयारी में PhysicsWallah! ₹2,500 करोड़ की डील पर चल रही बात –जल्द हो सकती है डील फाइनल
Drishti IAS को खरीदने की तैयारी में PhysicsWallah! ₹2,500 करोड़ की डील पर चल रही बात –जल्द हो सकती है डील फाइनल

देश की सबसे तेजी से बढ़ती एडटेक कंपनियों में से एक, Physicswala अब UPSC और राज्य आयोग परीक्षाओं के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, Physicswala दृष्टि आईएएस (Drishti IAS) को खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। इस डील की अनुमानित कीमत 2,500 से 3,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है। अगर यह सौदा फाइनल होता है तो यह भारत के एडटेक सेक्टर के इतिहास में सबसे बड़े अधिग्रहणों में से एक माना जाएगा।

Entrackr की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

Entrackr की रिपोर्ट के अनुसार, यह डील किस्तों में पूरी की जाएगी। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि फिजिक्सवाला इस अधिग्रहण के ज़रिए सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी के क्षेत्र में एक मजबूत पकड़ बनाना चाहता है। अब तक आईआईटी-JEE और मेडिकल (NEET) परीक्षाओं पर केंद्रित रहे इस प्लेटफॉर्म ने अब अपनी रणनीति को व्यापक बनाते हुए UPSC और राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रवेश करने का निर्णय लिया है।

अलख पांडे की अगुवाई में तेजी से बढ़ रहा फिजिक्सवाला

Physicswala के संस्थापक और चर्चित शिक्षक अलख पांडे (Alakh Pandey) इस बदलाव की अगुवाई कर रहे हैं। YouTube पर अपनी जबरदस्त लोकप्रियता के बाद फिजिक्सवाला एक हाइब्रिड एडटेक यूनिकॉर्न बन चुका है। अब यह संस्थान ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में शिक्षा देने पर फोकस कर रहा है।

कंपनी ने हाल ही में तीन स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति की है और इसका उद्देश्य आगामी IPO (Initial Public Offering) के जरिए 5,000 करोड़ रुपये जुटाना है। यह पब्लिक लिस्टिंग फिजिक्सवाला को एक वैश्विक स्तर की एडटेक कंपनी बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकती है।

दृष्टि आईएएस की प्रतिक्रिया

इस संभावित डील पर प्रतिक्रिया देते हुए, Drishti IAS के CEO विवेक तिवारी ने मीडिया में आ रही खबरों को महज अफवाह बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दृष्टि आईएएस को बेचने को लेकर किसी भी तरह की बातचीत नहीं चल रही है और ऐसी खबरें सिर्फ अटकलों पर आधारित हैं।

हालांकि, उद्योग जगत के जानकारों का मानना है कि अगर यह डील होती है तो यह दोनों संस्थानों के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती है। एक ओर दृष्टि आईएएस ने पिछले 26 वर्षों में सिविल सेवा परीक्षा कोचिंग में गहरी पैठ बनाई है, वहीं दूसरी ओर फिजिक्सवाला ने डिजिटल शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया है।

दृष्टि आईएएस की वर्तमान स्थिति

विकास दिव्यकीर्ति द्वारा स्थापित दृष्टि आईएएस देश की सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवा कोचिंग संस्थानों में गिनी जाती है। दिल्ली के मुखर्जी नगर, करोल बाग, प्रयागराज और जयपुर में इसके प्रमुख केंद्र हैं। वर्ष 2024 में दृष्टि आईएएस ने 405 करोड़ रुपये का राजस्व और 90 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था।

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति न केवल एक कुशल शिक्षक बल्कि एक प्रेरक वक्ता के रूप में भी प्रसिद्ध हैं। उनकी लोकप्रियता का बड़ा कारण उनकी सरल भाषा, गहराई से समझाने की शैली और छात्रों के साथ आत्मीय संबंध है।

ऑफलाइन शिक्षा पर फोकस

फिजिक्सवाला की योजना वित्त वर्ष 2025 में ऑफलाइन शिक्षा से 1,000 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करने की है। दृष्टि आईएएस की मजबूत ऑफलाइन उपस्थिति इस लक्ष्य को हासिल करने में अहम भूमिका निभा सकती है। यही कारण है कि यह अधिग्रहण फिजिक्सवाला की रणनीति में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।

सौदे के सफल होने पर क्या बदल सकता है?

अगर फिजिक्सवाला और दृष्टि आईएएस के बीच यह सौदा फाइनल हो जाता है तो यह भारत की प्रतियोगी परीक्षा तैयारी की दुनिया को पूरी तरह बदल सकता है। फिजिक्सवाला को देश का सबसे बड़ा परीक्षा तैयारी प्लेटफॉर्म बनने का मौका मिलेगा, जहां JEE, NEET से लेकर UPSC और राज्य PSC तक की तैयारी एक ही छत के नीचे हो सकेगी।

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