
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के हालिया नागपुर दौरे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मुख्यालय में हुई मुलाकातों के बाद यह सवाल एक बार फिर चर्चा में है कि ‘कौन होगा पीएम नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी?’ अटकलों का बाजार गर्म है और चर्चाओं का केंद्र अब मोदी के बाद बीजेपी का नेतृत्व कौन करेगा, इसी पर टिका है। खास बात यह है कि नरेंद्र मोदी का यह दौरा ऐसे समय हुआ है जब सितंबर 2025 में उनके 75 वर्ष के होने की संभावना के चलते रिटायरमेंट की अटकलें भी लगाई जा रही हैं।
नागपुर दौरे के बाद क्यों तेज हुई अटकलें?
नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचने के बाद राजनीतिक विश्लेषकों की नजरें इस दौरे के निहितार्थ तलाशने लगी हैं। हालांकि संघ से जुड़े सूत्रों ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि यह दौरा केवल एक औपचारिक और शिष्टाचार मुलाकात थी। पीएम मोदी ने संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और द्वितीय सरसंघचालक एमएस गोलवलकर ‘गुरुजी’ को श्रद्धांजलि दी और स्मृति मंदिर में भी पहुंचे।
फिर भी तस्वीरें और इस दौरान की बातचीत का संकेत विश्लेषकों को कुछ और ही संदेश दे रही है। यह सवाल अब खुलकर पूछा जा रहा है कि PM Modi Successor के रूप में संघ किसे आगे लाना चाहता है?
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उत्तराधिकारी की रेस में कौन-कौन हैं शामिल?
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अगर पीएम मोदी रिटायर होते हैं, तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं।
हालांकि संघ से जुड़े सूत्रों की मानें तो योगी आदित्यनाथ का नाम भले ही लोकप्रिय हो, लेकिन वह मूलतः संघ की पृष्ठभूमि से नहीं आते। वहीं अमित शाह का नाम शक्तिशाली और भरोसेमंद सहयोगी के तौर पर सामने आता है, लेकिन संघ की पहली पसंद माने जा रहे देवेंद्र फडणवीस को लेकर संघ ज्यादा सहज दिखाई देता है।
देवेंद्र फडणवीस: संघ की पहली पसंद क्यों?
देवेंद्र फडणवीस को लेकर कहा जाता है कि वे संघ के ‘राम सेवक’ और ‘कार सेवक’ रहे हैं। वह वर्षों से संघ की विचारधारा और कार्यशैली से जुड़े हुए हैं। 2014 में पहली बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने से लेकर आज तक उन्होंने खुद को एक निष्ठावान और अनुशासित संगठन कर्मी के रूप में स्थापित किया है।
राजनीतिक विश्लेषक दयानंद नेने का कहना है कि नागपुर दौरे की तस्वीरें ही संकेत दे रही हैं कि देवेंद्र फडणवीस संघ और पीएम मोदी दोनों की पसंद हैं। संघ उन्हें दिल्ली बुलाकर बड़ी जिम्मेदारी दे सकता है। 2029 के लोकसभा चुनाव और उसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में उनका बड़ा रोल तय माना जा रहा है।
क्या मोदी रिटायर होंगे 2025 में?
जब से यह चर्चा शुरू हुई है कि PM Modi September 2025 में 75 वर्ष के हो जाएंगे, तब से राजनीतिक विश्लेषकों और विरोधियों के बीच यह कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या वह रिटायर हो जाएंगे? लेकिन गृह मंत्री अमित शाह संसद में स्पष्ट कर चुके हैं कि मोदी अपना पूरा कार्यकाल पूरा करेंगे।
संघ से जुड़े लोगों का भी यही कहना है कि फिलहाल मोदी पूरी तरह सक्रिय हैं और कोई भी फैसला 2029 के लोकसभा चुनाव के बाद उनके स्वास्थ्य और राजनीतिक समीकरणों को देखकर ही किया जाएगा।
तस्वीरों में छिपा संकेत या महज संयोग?
पीएम मोदी के संघ मुख्यालय के दौरे में जो तस्वीरें सामने आईं, उनमें मोदी के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत, भैय्याजी जोशी और देवेंद्र फडणवीस प्रमुख रूप से नजर आए। इस दौरान नितिन गडकरी भी मौजूद थे, लेकिन बीजेपी के किसी अन्य वरिष्ठ नेता की गैरमौजूदगी ने राजनीतिक अटकलों को और बल दिया है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले वर्षों में बीजेपी और संघ की रणनीति क्या होती है। क्या देवेंद्र फडणवीस दिल्ली की राजनीति में सक्रिय होते हैं? क्या 2029 तक कोई बड़ा नेतृत्व परिवर्तन सामने आएगा? और सबसे अहम, क्या मोदी स्वयं उत्तराधिकारी के चयन में भूमिका निभाएंगे या यह फैसला संघ की कोर कमेटी करेगी?
अभी इन सभी सवालों के जवाब भविष्य के गर्भ में हैं, लेकिन एक बात साफ है कि PM Modi Successor को लेकर संघ के पास स्पष्ट दृष्टिकोण है और वह अपने भरोसेमंद, अनुशासित और विचारधारा-समर्पित चेहरे को आगे लाना चाहता है।